रिटर्निंग अधिकारी
चंद्रमोहन ठाकुर ने देर रात दिया प्रमाण पत्र
(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) शहडोल संसदीय क्षेत्र का चुनाव
परिणाम भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में गया। भाजपा से चुनाव लड़ी सांसद प्रत्याशी श्रीमती हिमाद्री सिंह ने अपनी प्रतिद्वंदी श्रीमती प्रमिला सिंह को 4,03,333 मतों से पराजित कर शहडोल संसदीय क्षेत्र की राजगद्दी की हकदार बन गई। शहडोल संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं ने श्रीमती हिमाद्री सिंह का राजतिलक कर दिया। शहडोल संसदीय क्षेत्र के चुनाव पर सभी की नजर टिकी हुई थी क्योंकि दल बदल कर कांग्रेस एवं भाजपा ने चुनाव लड़ा था चुनाव को लेकर तमाम तरह की अटकलें लोग लगा रहे थे लेकिन जैसा कि पूर्व से आभास हो चुका था कि श्रीमती हिमाद्री सिंह ही विजय श्री का खिताब पाएंगी और उन्हें मिल भी गया। कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती प्रमिला सिंह को लेकर लोगों के अंदर उत्सुकता नहीं थी अनूपपुर जिले में बिल्कुल नया चेहरा था जो परिणाम आने पर स्पष्ट भी हो गया। नए युवा मतदाता एवं महिलाओं ने भी नरेंद्र मोदी एवं भारतीय जनता पार्टी को पसंद किया उसके अनुरूप पूरे भारत में ऐतिहासिक परिणाम सामने आया। श्रीमती हिमाद्री सिंह 2016 में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़कर हार चुकी हैं लेकिन परिस्थितियां बदल गई और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली ओर भाजपा ने उनको सांसद पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया। वहीं भाजपा की विधायक रह चुकी श्रीमती प्रमिला सिंह को भाजपा ने विधायक का टिकट नहीं दिया तो वह कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली और कांग्रेस ने उनको सांसद का प्रत्याशी घोषित कर दिया उसी दिन यह अनुभव हो गया था कि कांग्रेस के हाथ से यह सीट चली जाएगी और हुआ वही। ज्ञातव्य हो कि शहडोल लोकसभा में कुल 12 लाख 34 हजार 6 सौ 79 मतदाताओ ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था मतदान का प्रतिशत 74.58 था। प्रतिशत बढ़ने से यह अनुमान लगाया गया था की एक नया इतिहास लिखा जाएगा और लिख भी दिया गया। जब सुबह ईवीएम की पेटी खुलना प्रारंभ हुई और रुझान आना चालू हुआ कुछ ही घंटे में कांग्रेस के लोग अपने अपने घर को पलायन कर गए। कांग्रेस के स्टॉल सुने पड़ गए। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा गया भाजपा को रिकॉर्ड मतों से विजय होने की उम्मीद नहीं थी लेकिन उम्मीद से ज्यादा वोटों से भारतीय जनता पार्टी ने शहडोल संसदीय क्षेत्र में अपना इतिहास लिख दिया। शहडोल संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिसमें जयसिंह नगर, जैतपुर, कोतमा, अनूपपुर, पुष्पराजगढ़, बांधवगढ़, मानपुर, बड़वारा शामिल है। विधानसभा चुनाव में कोतमा, अनूपपुर, पुष्पराजगढ़, बड़वारा, कांग्रेस के कब्जे में थी बाकी भाजपा के कब्जे में थी। लेकिन लोकसभा चुनाव में मात्र पुष्पराजगढ़ कांग्रेस के कब्जे में रही एवं शेष 7 विधानसभा भाजपा के पक्ष में चली गई। भाजपा की सांसद प्रत्याशी को अपने गृह ग्राम में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इन्होंने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़कर सर्वाधिक मतों से विजय श्री का खिताब प्राप्त किया। श्रीमती हिमाद्री सिंह सांसद बन गई हैं इनके पिता एवं माता भी सांसद रह चुके हैं जिससे इन्हें इस पद का अनुभव अच्छी तरह से है निश्चित ही शहडोल संसदीय क्षेत्र के विकास में श्रीमती हिमाद्री सिंह अपनी अहम भूमिका निभाकर एक अलग स्थान रखेंगी। पढ़ी-लिखी होने के कारण और इनके पिता कांग्रेस के समय केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं तो शायद युवा नेतृत्व को माननीय नरेंद्र मोदी जी प्राथमिकता देकर मंत्री पद से सुशोभित कर सकते हैं। अब बस इंतजार ही करना है शहडोल संसदीय क्षेत्र के लोग अपने नवनियुक्त सांसद से मात्र एक मांग ही प्राथमिकता से करना चाहते हैं वह है नागपुर के लिए सीधी ट्रेन या मुंबई तक के लिए ट्रेन। क्योंकि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोग सीधे नागपुर जाते हैं इसके लिए लोगों को ट्रेनें बदल कर जाना पड़ता है तो यही मांग अपने सांसद से शहडोल संसदीय क्षेत्र के लोग करना चाहते हैं। हिमाद्री सिंह के सर्वाधिक मतों से सांसद निर्वाचन की घोषणा पर भारतीय जनता पार्टी में काफी उत्साह देखा गया। रात में ही दीपावली सा माहौल शहर में बन गया पटाखों की गड़गड़ाहट एवं मिठाइयों का वितरण ढोल धमाकों में नाचना गाना प्रारंभ हो गया लोग एक दूसरे को बधाई देने लगे।
परिणाम भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में गया। भाजपा से चुनाव लड़ी सांसद प्रत्याशी श्रीमती हिमाद्री सिंह ने अपनी प्रतिद्वंदी श्रीमती प्रमिला सिंह को 4,03,333 मतों से पराजित कर शहडोल संसदीय क्षेत्र की राजगद्दी की हकदार बन गई। शहडोल संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं ने श्रीमती हिमाद्री सिंह का राजतिलक कर दिया। शहडोल संसदीय क्षेत्र के चुनाव पर सभी की नजर टिकी हुई थी क्योंकि दल बदल कर कांग्रेस एवं भाजपा ने चुनाव लड़ा था चुनाव को लेकर तमाम तरह की अटकलें लोग लगा रहे थे लेकिन जैसा कि पूर्व से आभास हो चुका था कि श्रीमती हिमाद्री सिंह ही विजय श्री का खिताब पाएंगी और उन्हें मिल भी गया। कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती प्रमिला सिंह को लेकर लोगों के अंदर उत्सुकता नहीं थी अनूपपुर जिले में बिल्कुल नया चेहरा था जो परिणाम आने पर स्पष्ट भी हो गया। नए युवा मतदाता एवं महिलाओं ने भी नरेंद्र मोदी एवं भारतीय जनता पार्टी को पसंद किया उसके अनुरूप पूरे भारत में ऐतिहासिक परिणाम सामने आया। श्रीमती हिमाद्री सिंह 2016 में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़कर हार चुकी हैं लेकिन परिस्थितियां बदल गई और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली ओर भाजपा ने उनको सांसद पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया। वहीं भाजपा की विधायक रह चुकी श्रीमती प्रमिला सिंह को भाजपा ने विधायक का टिकट नहीं दिया तो वह कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली और कांग्रेस ने उनको सांसद का प्रत्याशी घोषित कर दिया उसी दिन यह अनुभव हो गया था कि कांग्रेस के हाथ से यह सीट चली जाएगी और हुआ वही। ज्ञातव्य हो कि शहडोल लोकसभा में कुल 12 लाख 34 हजार 6 सौ 79 मतदाताओ ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था मतदान का प्रतिशत 74.58 था। प्रतिशत बढ़ने से यह अनुमान लगाया गया था की एक नया इतिहास लिखा जाएगा और लिख भी दिया गया। जब सुबह ईवीएम की पेटी खुलना प्रारंभ हुई और रुझान आना चालू हुआ कुछ ही घंटे में कांग्रेस के लोग अपने अपने घर को पलायन कर गए। कांग्रेस के स्टॉल सुने पड़ गए। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा गया भाजपा को रिकॉर्ड मतों से विजय होने की उम्मीद नहीं थी लेकिन उम्मीद से ज्यादा वोटों से भारतीय जनता पार्टी ने शहडोल संसदीय क्षेत्र में अपना इतिहास लिख दिया। शहडोल संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिसमें जयसिंह नगर, जैतपुर, कोतमा, अनूपपुर, पुष्पराजगढ़, बांधवगढ़, मानपुर, बड़वारा शामिल है। विधानसभा चुनाव में कोतमा, अनूपपुर, पुष्पराजगढ़, बड़वारा, कांग्रेस के कब्जे में थी बाकी भाजपा के कब्जे में थी। लेकिन लोकसभा चुनाव में मात्र पुष्पराजगढ़ कांग्रेस के कब्जे में रही एवं शेष 7 विधानसभा भाजपा के पक्ष में चली गई। भाजपा की सांसद प्रत्याशी को अपने गृह ग्राम में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इन्होंने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़कर सर्वाधिक मतों से विजय श्री का खिताब प्राप्त किया। श्रीमती हिमाद्री सिंह सांसद बन गई हैं इनके पिता एवं माता भी सांसद रह चुके हैं जिससे इन्हें इस पद का अनुभव अच्छी तरह से है निश्चित ही शहडोल संसदीय क्षेत्र के विकास में श्रीमती हिमाद्री सिंह अपनी अहम भूमिका निभाकर एक अलग स्थान रखेंगी। पढ़ी-लिखी होने के कारण और इनके पिता कांग्रेस के समय केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं तो शायद युवा नेतृत्व को माननीय नरेंद्र मोदी जी प्राथमिकता देकर मंत्री पद से सुशोभित कर सकते हैं। अब बस इंतजार ही करना है शहडोल संसदीय क्षेत्र के लोग अपने नवनियुक्त सांसद से मात्र एक मांग ही प्राथमिकता से करना चाहते हैं वह है नागपुर के लिए सीधी ट्रेन या मुंबई तक के लिए ट्रेन। क्योंकि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोग सीधे नागपुर जाते हैं इसके लिए लोगों को ट्रेनें बदल कर जाना पड़ता है तो यही मांग अपने सांसद से शहडोल संसदीय क्षेत्र के लोग करना चाहते हैं। हिमाद्री सिंह के सर्वाधिक मतों से सांसद निर्वाचन की घोषणा पर भारतीय जनता पार्टी में काफी उत्साह देखा गया। रात में ही दीपावली सा माहौल शहर में बन गया पटाखों की गड़गड़ाहट एवं मिठाइयों का वितरण ढोल धमाकों में नाचना गाना प्रारंभ हो गया लोग एक दूसरे को बधाई देने लगे।
अन्तिम परिणाम इस प्रकार रहा - केशकली - 33695, प्रमिला सिंह - 3,44,644 मोहदल सिंह पाव - 20598, हिमाद्री सिंह - 7,47,977, कमला प्रसाद 11514, मीरा सिंह - 3353, लक्ष्पत सिंह - 4544, विमल सिंह कोर्चे - 16789, गोकुल सिंह - 3637, झमकलाल - 4941, दुर्गा मौसी - 8026, नारायण सिंह उइके - 7509, मन्ना सिंह - 10604 इस प्रकार भाजपा की हिमाद्री सिंह 4,03,333 मतों से विजयी धोषित की गई।
सात विधानसभा में कांग्रेस की हार का अंतर इस प्रकार रहा जयसिंहनगर - 70194 ,जैतपुर - 54257 ,कोतमा - 42667, अनूपपुर - 44063 ,बांधवगढ़ - 54317 ,मानपुर - 79817, एवं बड़वारा - 58954 जबकि पुष्पराजगढ़ विधानसभा में 1700 मतों से भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।
0 Comments