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यात्री स्टैंड नहीं कचरा डंपिंग स्टैंड बना अनूपपुर बस स्टैंड


                       (हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जिला मुख्यालय का एकमात्र बस स्टैंड इन दिनों यात्री स्टैंड ना होकर कचरा डंपिंग स्टैंड हो गया है। रात्रि 3ः00 बजे से बसों का आवागमन जारी हो जाता है लेकिन सवेरे 8ः00 बजे तक बस स्टैंड में सफाई व्यवस्था नहीं होती है। सुबह से यात्रियों का आना जाना चालू हो जाता है लेकिन देखा जाता है कि पूरे बस स्टैंड में कचरा फैला रहता है। वहीं नगर के अन्य वार्ड का कचरा भी बस स्टैंड में डंपिंग किया जाता है एक तो वैसे ही बस स्टैंड छोटा है उसके बाद वहां पर तमाम ठेले लगे रहते हैं यूटिलिटी अन्य वाहन जो बिना किसी उपयोग के हैं खड़े रहते हैं कुछ बसे भी बिना बजह खड़ी रहती हैं जिससे बस स्टैंड विस्तारित होने के बाद भी छोटा दिखता है। यात्रियों की भीड़ और कचरे की डंपिंग के कारण बस स्टैंड भरा भरा दिखता है कचरे में तमाम तरह के मच्छर भिन - भिनाते रहते हैं जिससे बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है। लेकिन बस स्टैंड की ओर किसी की नजर नहीं जाती। ऑटो रिक्शा, सब्जियां लेकर आने वाले ठेले, आवारा पशु, बस स्टैंड की शोभा बढ़ाते हैं लेकिन बस स्टैंड में व्यवस्था में सुधार कराने के लिए कोई आगे नहीं आता। नए बस स्टैंड का निर्माण भी अधूरा पड़ा है पूर्व कलेक्टर नंदकुमारम ने नए बस स्टैंड की कल्पना की थी उसमें कुछ काम भी कराया लेकिन आज वह बस स्टैंड मूर्तरूप नहीं ले सका। बस स्टैंड में बसें सड़कों पर खड़ी होती हैं जिससे आवागमन में काफी परेशानी होती है लेकिन कोई व्यवस्था नगर पालिका प्रशासन, पुलिस प्रशासन ने बस स्टैंड में नहीं की है। सैकड़ों बसे अप -  डाउन करती हैं इलाहाबाद, बनारस, जबलपुर, मंडला, पेण्ड्रा, मनेंद्रगढ़, शहडोल, चिरमिरी तक बसों का आवागमन लगा रहता है लेकिन यात्रियों के लिए बस स्टैंड में कोई व्यवस्था के नाम से कुछ भी नहीं है। पानी पीने के लिए कोई प्याऊ अभी तक संचालित नहीं हुआ है गर्मियों में यात्रियों का हाल बेहाल रहता है। जब से नगरपालिका से निर्वाचित प्रतिनिधि हटे हैं तब से नगर पालिका राम भरोसे चल रही है। नगर पालिका में प्रशासक एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी ही मुखिया है उसके बाद भी बस स्टैंड की ओर किसी को झांकने की फुर्सत नहीं है। जिले के मुखिया कलेक्टर शहर को सुंदर बनाना चाहते हैं लेकिन सुंदरता में कदम से कदम मिलाकर चलने वाले उदासीन नजर आते हैं जिससे शहर की फिजा बिगड़ी बिगड़ी नजर आती है। बस स्टैंड में बसों की कोई सूची भी नजर नहीं आती कहां का कितना किराया है यह भी कहीं नजर नहीं आता। अच्छा होता की एक बार जिला प्रशासन स्वयं बस स्टैंड का मुआयना करें और यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए वहां समुचित व्यवस्था कराने के कड़े निर्देश जारी करें साथ ही बस स्टैंड से कचरे की डंपिंग स्टैंड को तत्काल बंद कराएं एवं सवेरे सवेरे बस स्टैंड की समुचित सफाई व्यवस्था कराएं जिससे यात्रियों को किसी तरह की परेशानी ना हो। देखा जाता है कि यात्री सुबह नहा धोकर यात्रा के लिए आता है लेकिन वे टाइम झाड़ू लगने से गंदगी यात्री के ऊपर आ जाती है इस ओर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है।

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