अनूपपुर (अंचलधारा)
मध्यप्रदेश नगर निगम, नगरपालिका कर्मचारी संघ के आह्वान पर प्रदेश व्यापी अनिश्चित
कालीन काम बन्द हड़ताल आज से प्रारम्भ हो रही है जिससे पेयजल, सफाई, बिजली व्यवस्था
जहॉ पूरी तरह चौपट रहेगी वही कर्मचारियों की 5 सूत्रीय मांगों को लेकर कार्यालयीन काम
बंद का फैसला भी संध ने लिया है। संघ ने कहा कि 18 जून 2018 को हड़ताल की गई थी जिसमें
6 सूत्रीय मांगों से मात्र सातवे वेतनमान का लाभ देने सम्बन्घित आदेश जारी किया गया
था एवं शेष मांगों पर एक सप्ताह मे आदेश जारी किए जाने की लिखित सहमति दी ई थी मध्यप्रदेश
नगर निगम, नगरपालिका कर्मचारी संघ का कहना है कि उनका उद्धेश्य नागरिकों को परेशान
करने का नहीं है बल्कि शासन का ध्यान आकृष्ठ कराने के लिए है। बताया गया कि कर्मचारी
संगठन के समस्त पदाधिकारियों द्वारा 28 अप्रैल 2018 को संचालनालय का घेराव कर प्रदर्शन
किया गया इस दौरान नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव तथा वितमंत्री के समक्ष चर्चा
उपरांत 6 मांगों पर सहमति बनी थी लेकिन फिर
भी आदेश जारी नही हुए जिसमे 18 जून 2018 को फिर आंन्दोलन किया गया जिसमें मात्र एक
मांग पूरी की गई जिससे कर्मचारियों मे भरी
रोष व्याक्त है अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर आज से प्रदेश व्यापी अनिश्चित कालीन
हड़ताल पर कर्मचारी संध जा रहा है जिससे आम जनता को पानी, सफाई, बिजली के लिए परेशान
होना पडे़गा। संघ की 5 सूत्रीय मांग इस प्रकार है। निकायों के अधिकारियों - कर्मचारियों
एवं सफाई कर्मियों को 9 वर्ष पश्चात भी समयमान
वेतनमान का लभा नहीं मिला जबकि निकायों के उपयंत्री/सहायक यंत्रियों को इसका लाभ गत
15 वर्ष पूर्व से दिया जा रहा है।, नगर निगमों नगरपालिकाओं- नगरपरिषदों में कार्यरत्
सिमम्बर 2016 तक समस्त दैनिक वेतन भोगियों को स्थायीकर्मी योजना का लाभ दिया जाना था
किन्तु विभागीय अधिकारियों द्वारा सितंबर 2007 तक के कर्मचारियों को स्थायीकर्मी किया
जा रहा है जो शासन आदेशों कि खुला अवहेलना है, विभिन्न नगरीय निकायों मे कार्यरत् सामुदायिक
संगठकों को वर्तमान तक नियमित नहीं किया गया
है जबकि निकायों के सेवाभर्ती नियमों में इनके
पदों का समावेश वर्ष 2015 मे किया जा चुका है।, निकायों के स्थापना व्यय की सीमा
65 प्रतिशत के स्थान पर 70 प्रतिशत की जावें।, निकायों के सेवाभर्ती नियमों मे कम्प्यूटर
आप्रेटरों के पद समाहित किये जावें।
अनूपपुर ब्यूरो / हिमांशु बियानी
अनूपपुर ब्यूरो / हिमांशु बियानी
0 Comments