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कोयले की बंद पड़ी खुली खदानों में मछली पालन करेंगे गरीब परिवार केज कल्चर हितग्राहियों से कलेक्टर ने की मुलाकात


अनूपपुर (अंचलधारा) कोयले की बंद पड़ी खुली खदानों में मछली पालन कर गरीब परिवारों की आजीविका सुनिश्चित करने हेतु मत्स्य पालन विभाग द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। जिले के अनूपपुर विकासखंड के डोला रामनगर ग्राम के ज्योति स्व सहायता समूह द्वारा राम मंदिर के पास स्थित खुली खदान एवं पसान नगरपालिका अंतर्गत जमुना बस्ती में आदिवासी मत्स्योद्योग सहकारी समिति के सदस्यों द्वारा लतार जलाशय में मछली पालन का कार्य किया जाएगा।
कलेक्टर अजय शर्मा ने मछली पालन करने हेतु चिन्हित हितग्रहियों से मुलाकात कर कार्य की अद्यतन प्रगति से अवगत हुए एवं आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया। कलेक्टर ने चयनित हितग्रहियों से प्रति केज होने वाले व्यय, संभावित आय तथा कार्य मे उपयोग होने वाले संसाधनों की उपलब्धता के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की। साथ ही इस कार्य को सफलता पूर्वक संचालित करने हेतु आवश्यक तकनीकी ज्ञान की जानकारी देने हेतु हितग्राहियों के एक्सपोजर एवं प्रशिक्षण पर जोर दिया।

सहायक संचालक मत्स्य पालन शिवेंद्र सिंह परिहार ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में संचालित कोयले की बंद पड़ी खदानों में मछली पालन की केज कल्चर विधि से कराए जाने हेतु शुरुआत की जा रही है। बंद पड़ी कोयले की खुली खदानों को ग्राम पंचायत से लीज पर प्राप्त उक्त गतिविधि प्रारम्भ की जा रही है, जिससे न सिर्फ बंद पड़ी खुली खदानों का समुचित उपयोग हो सकेगा, बल्कि संबंधित पंचायतों को राजस्व की प्राप्ति भी होगी, इसके साथ ही साथ गरीब परिवारों की आजीविका भी सुनिश्चित होगी। उन्होंने बताया कि चयनित हितग्राहियो को रायपुर, छत्तीसगढ़ में भी एक्सपोजर कराया गया है तथा गतिविधि हेतु आवश्यक तकनीकी जानकारी विभाग द्वारा समय-समय पर उपलब्ध कराई जाती है।
                                                          अनूपपुर ब्यूरो/हिमांशू बियानी

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