अनूपपुर (अंचलधारा) वन परिक्षेत्रा
अनूपपुर के बीट किरर के अन्तर्गत ग्राम औढ़ेरा में वन कक्ष क्र0 पी.एफ.383 के समीप बुध-गुरूवार
की मध्य रात्रि ग्राम औढ़ेरा निवासी शिकारियों के द्वारा जी.आई. तार से ग्यारह हजार
के.व्ही. विद्युत लाइन से कंरट लगाकर वन्यप्राणियों के शिकार का प्रयास कर रहे थे।
इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी का दल जो क्षेत्रा में
गश्त कर रहे थे। सूचना पर स्थल पहुँच कर लगाये गये कंरट स्थल पर पहुंचने पर शिकारी
भागने लगे इस बीच अंधेरे में जंगल एवं खेतों में दौड़कर संदेही मूलचन्द्र बैगा को पकड़कर
पूँछ-ताँछ की गई जिस पर होली त्यौहार के कारण जंगली जानवर चीतल,जंगली सुअर का शिकार
करने के लिये घर से तार एवं खूंटी लाकर सब्बल से गड्ढ़ा कर खूंटी गाड़कर उसमें तार फसाकर
करंट फैलाने की बात कहीं जिस पर उसे पकड़कर फैलाये गये कंरट में प्रयुक्त 60 मी0 नंगी
जी.आई. तार 14 नग विभिन्न प्रजाति के लकड़ी की खूंटी एवं एक सब्बल मौके से जप्त की गई।
एक अन्य शिकारी विश्राम कोल को गिरफ्तार किया गया। जबकि एक मुख्य शिकारी अंधेरे का
फायदा उठाकर भाग गया।
उस संबंध में वन परिक्षेत्रा अधिकारी अनूपपुर ए0के0 निगम ने बताया
कि मुखबिर की सूचना पर बीट किरर के ग्राम औढ़ेरा के जंगल में शिकार के लिये लगाया गया
तार, खूंटी एवं सब्बल जप्त कर शिकारी मूलचन्द्र/मधई बैगा 40 वर्ष विश्राम/मायाराम कोल
दोनों नि0 ग्राम औढ़ेरा को वन अपराध के तहत पी0ओ0आर0 4339/20 वन्यप्राणी संरक्षण अधि0
1972 की धारा 2, 9, 39(1)द, 50 एवं 51 के तहत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है
वहीं अंधेरे का फायदा उठाकर एक अन्य शिकारी फरार होने पर तलास की जा रही है। इस दौरान
भाग-दौड़ में परिक्षेत्रा सहा0 किरर रिचर्ड रेगी राव का दाहिना पैर में चोट आई है। ज्ञातब्य
है कि तीन वर्ष पूर्व शिकारी मूलचन्द्र बैगा विद्युत कंरट लगाकर शिकार किये जाने के
आरोप में पकड़ा गया था जिसका प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। इस कार्यवाही में संतोष
श्रीवास्तव वन चौकी प्रभारी किरर, शशिधर अग्रवाल वन्यप्राणी प्रेमी/सर्पप्रहरी अनूपपुर
हरिशंकर महरा, दिलीप चौरसिया, दलबीर सिंह वनरक्षक एवं सुरक्षा श्रमिक मोहन यादव, प्रेम
सिंह, रामाधार यादव एवं संतोष सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। गिरफ्तार दोनो शिकारियों
को माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
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