अनूपपुर ब्यूरो/हिमांशू
बियानी
वन परिक्षेत्र
अहिरगवां के
बीट करपा
के कक्ष
क्रमांक पीएफ
९३ तनवानार
जंगल में
शिकार के
उद्देश्य से
जीआई तार,
एक्सीलेटर वायर तार, रस्सी के
साथ शिकार
के फिराक
में रहे।
इस दौरान
मुखबिर से
सूचना मिलने
पर परिक्षेत्र
अधिकारी शिवपूजन
त्रिपाठी गस्ती
दल के
साथ स्थल
पहुंचकर शिकार
के लिए
लगाये फंदे
के साथ
बैठे आठ
शिकारियों को घेराबंदी कर पकडा
गया। परीक्षण
दौरान जंगल
के अंदर
से १२
नग नायलोन
की रस्सी
के बीच
लगे क्लच
वायर के
फंदे, तीन
नगर जीआई
तार में
एल्युमिनियम तार एवं क्लच वायर
को फंसाकर
बनाया हुआ
फंदा, बरछी,
दो नग
कुल्हाडी मौके
से जप्त
की गई।
ज्ञातव्य है
कि क्षेत्र
में वन्यप्राणी
सुअर, चीतल,
तेंदुआ एवं
भालुओं के
साथ विभिन्न
प्रजाति के
वन्यप्राणी विचरण करते हैं। वहीं
परिक्षेत्र में बाघ के विचरण
करने की
भी सूचना
मिलती है,
जिस पर
रोक लगाने
के लिए
वनमण्डलाधिकारी अनूपपुर श्रीमती प्रियांशी सिंह
राठौड के
द्वारा सतत
निगरानी हेतु
गस्तीदल गठित
किया गया।
गस्त के
दौरान मुखबिर
से मिली
सूचना पर
गस्तीदल द्वारा
शिकारी लामू/बजारी अगरिया
४५ वर्ष,
गरीबा/बैसाखू
बैगा
वर्ष, बैसाखू/लालमन बैगा ५०
वर्ष, देवसिंह/
तितरा सिंह
गोड ४२
वर्ष, समनू/राममिलन बैगा
३९ वर्ष,
धनीराम/सम्हर
बैगा २९
वर्ष, भगवत/राममिलन बैगा
३० वर्ष
एवं सजन
सिंह/समनू
सिंह गोंड
३२ वर्ष
सभी निवासी
(लोहारिन टोला)
करपा को
गिरफ्तार कर
शिकारियों के विरूद्ध पीओआर नंबर
४३८२/११
वन्यप्राणी संरक्षण अधि. १९७२ की
धारा २,९,३९,५०,५१
एवं ५२
के तहत
प्रकरण दर्ज
कर श्रीमती
शिल्पा तिवारी
व्यवहार न्यायाधीश
राजेंद्रग्राम के समक्ष प्रस्तुत किया
गया। इस
कार्यवाही दौरान बृजभान अडाली परि.सहा. करपा,
देवेंद्र कुमार
पाण्डेय परि.सहा. पडमनिया,
वनरक्षक सावित्री
देवी, नफीस
अहमद अंसारी,
ओमप्रकाश धुर्वे,
रणविजय सिंह,
उमेश सरठिया
एवं रामगरीब
बैगा के
साथ बीट
के सुरक्षा
श्रमिकों का
योगदान उल्लेखनीय
रहा।
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