अनूपपुर (अंचलधारा)
अनूपपुर जिले में आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के उददे्श्य से 07 अपै्रल 2017 को विश्व स्वास्थ्य दिवस का आयोजन डीपीएम सभाकक्ष में किया गया। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 आर.पी.श्रीवास्तव ने कहा कि चिकित्सा अधिकारियों का यह दायित्व है कि वह जिले के नागरिकों को मानवीय कल्याण के अनुष्ठान की तरह स्वास्थ्य सेवायें मुहैया करायें। उन्होंने कहा कि अनूपपुर जिले मे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर मे कमी लाना एक चुनौती हैं, उन्होनें कहा कि सभी चिकित्सक एवं मैदानी स्वास्थ्य अमला इस चुनौती को स्वीकार करें तथा मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर मे कमी लाने के लिए निरंतर प्रयास करें। आम आदमी तक सहजता से स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर बनाये गयें ग्राम आरोग्य केन्द्रों को और प्रभावी एवं परिणाम मूलक बनायें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅं. आर.पी. श्रीवास्तव एवं जिले के चिकित्सक, खण्ड चिकित्सा अधिकारीगण एवं मैदानी चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे। डाॅ0 आर.पी.श्रीवास्तव ने कहा जिले के समस्त आरोग्य केन्द्रों को साफ सुथरा बनाया जाएॅं तथा स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के लोंगों को स्वास्थ्य सुविधाएॅ मुहैया करायी जाएॅं। उन्होने निर्देश दिए कि आरोग्य केन्द्रों मे गर्भवती महिलाओं का पंजीयन कराया जाए तथा उनके हीमोग्लोबिन एवं बी.पी. की जाॅच करायी जाए तथा गर्भवस्था के दौरान की जाने वाली प्रमुख जाॅंचे भी करायी जाए। तदानुसार गर्भवती महिलाओं को समुचित उपचार मुहैया कराया जाए, ग्रामीण क्षेत्रांे मे बच्चियों का समुचित टीकाकरण किया जाए तथा समय समय पर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। डाॅ. आर.पी.श्रीवास्तव ने खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह माह मे अपने क्षेत्र के सभी आरोग्य केन्द्रों का एक बार अनिवार्यतः निरीक्षण करें तथा यह देखें कि आरोग्य केन्द्रों के माध्यम से लोगों को समूचित स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है अथवा नही। उन्होंने कहा कि आरोग्य केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान खण्ड चिकित्सा अधिकारी चिकित्सा अधिकारी ग्रामीणें, युवाओं, एंव किशोरी बालिकाओं से भेट करें एवं उनसे स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध मे भी जानकारी लें। जिले के सभी ग्राम आरोग्य केन्द्र समय पर खुलना चाहिए तथा इन केन्द्रों के माध्यम से लोगों को गुणवत्ता पूर्ण सेवायें मिलना चाहिए। डाॅ. बी.डी. अंसारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी-1 ने कहा कि कुपोषित बच्चों को एन.आर.सी. सेन्टरों मे भर्ती किया जाए तथा उन्हें समुचित पोषण आहार एवं उपचार मुहैया कराया जाए। उन्होंने एन.आर.सी. केन्द्रों एवं आॅगनबाड़ी केन्द्रांे द्वारा दी जा रही सुविधाओं कों और अधिक प्रभावी एवं परिणाम मूलक बनाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। मो0 साजिद खान जिला आई.ई.सी. सलाहकार ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा संचालित नवीन स्वास्थ्य योजनायें, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान एवं माॅ कार्यक्रम का क्रियान्वयन भी प्रभावी रूप से होना चाहिए। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में मूर्तरूप देने के लिए स्थानीय लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। डाॅ. एस.बी. चैधरी ने कहां कि अनूपपुर जिला जनजातीय बहुल जिला है। जहाॅं ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों मंे स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का अभाव है। अन्होने कहा कि स्वास्थ्य कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान लोगों से मिले तथा उन्हेें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करें। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को साफ सफाई से रहने, स्वच्छ पेय जल का उपयोग करने, मच्छारो से बचाव करने और गांव में समुचित साफ सफाई रखने की समझाइस दें। डाॅ. सुचि स्मिता मिश्रा ने कहा अनूपपुर जिले में संक्रामक मौसमी बीमारियों से बचाव के संबंध में ग्रामीणजन को जगरूक करना होगा तथा निर्धारित प्रारूप में संक्रमित रोग से पीडित व्यक्तियों की जानकारी दी जानी चाहिए। इस अवसर पर आरबीएसके क्वाडिनेटर जतिन भट्ट एवं आरबीएसके टीम के सदस्य भी उपस्थित रहें।
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