(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जनजातीय बाहुल्य अनूपपुर जिले में रोजगार के अवसर बढाने एवं खनिज प्रतिष्ठान मद में जिले का हिस्सा दो गुना करने के लिये जिले के वरिष्ठ पत्रकार एवं भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा हेतु अनूपपुर प्रवास पर आईं जिला प्रभारी अधिकारी नेहा वर्मा,संचालक,स्टील मंत्रालय,भारत मंत्रालय को पत्र प्रेषित कर सरकार से पांच सूत्री मांग की है।
प्रवास पर पहुंची श्रीमती वर्मा के माध्यम से श्री द्विवेदी ने ध्यानाकर्षण किया है कि अनूपपुर जिले में बॉक्साइट, ग्रेनाइट, कोयला, रेत, पत्थर सहित अन्य उत्तम किस्म के खनिज का उत्पादन निरन्तर किया जा रहा है। इससे मिलने वाले राजस्व का अल्प हिस्सा जिले को प्राप्त होता है। अनूपपुर जनजातीय सीमावर्ती जिला है। जहां से प्रतिवर्ष अन्य राज्यों में मजदूरी हेतु बड़ी संख्या में लोग पलायन करते हैं। यह जिले के लिए चिन्ता का विषय है। आपके माध्यम से भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश शासन से निवेदन है कि खनिज प्रतिष्ठान मद से अनूपपुर जिले को मिलने वाली राशि की मात्रा दुगनी की जाए।खनिज प्रतिष्ठान मद का उपयोग रोजगारोन्मूलक कार्यों में किया जाए। बॉक्साइट आधारित उद्योग की स्थापना जिले में की जाए। इस जिले से प्रचुर मात्रा में कोयला अन्य राज्यों को भेजा जाता है। इसे परिष्कृत करने के लिए कोल वाशरी की स्थापना जिले में की जाए।जिले में अभी दो पॉवर प्लांट स्थापित हैं, जिनसे निकलने वाला वेस्ट प्रोडक्ट राखड़ सीमेन्ट फैक्ट्रियों को अन्यत्र भेजा जाता है। जबकि जिले में ही सीमेन्ट फैक्ट्री स्थापित करने की प्रचुर संभावना है।
आपके माध्यम से केन्द्र सरकार से उक्त बिन्दुओं पर गंभीरतापूर्वक विचार कर आवश्यक कदम उठाने का निवेदन है। जिससे जनजातीय बाहुल्य अनूपपुर जिले में रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सके। यहाँ यह विशेष उल्लेखनीय है कि अनूपपुर जिले में खनिज प्रतिष्ठान मद की राशि का उपयोग रोजगारोन्मूलक कार्यों हेतु नहीं किया जा रहा है। विगत कुछ वर्षो में खनिज मद की राशि के मनमाने दुरुपयोग के आरोप लगते रहे हैं। इसमें पारदर्शिता की कमी और जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के मनमाने आचरण की खबरें भी आती रही हैं।जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों कोतमा,अनूपपुर,पुष्पराजगढ में रोजगार के कम होते अवसरों से लोग बड़ी संख्या में अन्य राज्यों की ओर पलायन करते हैं।श्री द्विवेदी ने जिले में रोजगार के अवसर बढाने के लिये खनिज संसाधनों के बेहतर उपयोग की मांग करके एक सकारात्मक पहल की है।
प्रवास पर पहुंची श्रीमती वर्मा के माध्यम से श्री द्विवेदी ने ध्यानाकर्षण किया है कि अनूपपुर जिले में बॉक्साइट, ग्रेनाइट, कोयला, रेत, पत्थर सहित अन्य उत्तम किस्म के खनिज का उत्पादन निरन्तर किया जा रहा है। इससे मिलने वाले राजस्व का अल्प हिस्सा जिले को प्राप्त होता है। अनूपपुर जनजातीय सीमावर्ती जिला है। जहां से प्रतिवर्ष अन्य राज्यों में मजदूरी हेतु बड़ी संख्या में लोग पलायन करते हैं। यह जिले के लिए चिन्ता का विषय है। आपके माध्यम से भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश शासन से निवेदन है कि खनिज प्रतिष्ठान मद से अनूपपुर जिले को मिलने वाली राशि की मात्रा दुगनी की जाए।खनिज प्रतिष्ठान मद का उपयोग रोजगारोन्मूलक कार्यों में किया जाए। बॉक्साइट आधारित उद्योग की स्थापना जिले में की जाए। इस जिले से प्रचुर मात्रा में कोयला अन्य राज्यों को भेजा जाता है। इसे परिष्कृत करने के लिए कोल वाशरी की स्थापना जिले में की जाए।जिले में अभी दो पॉवर प्लांट स्थापित हैं, जिनसे निकलने वाला वेस्ट प्रोडक्ट राखड़ सीमेन्ट फैक्ट्रियों को अन्यत्र भेजा जाता है। जबकि जिले में ही सीमेन्ट फैक्ट्री स्थापित करने की प्रचुर संभावना है।
आपके माध्यम से केन्द्र सरकार से उक्त बिन्दुओं पर गंभीरतापूर्वक विचार कर आवश्यक कदम उठाने का निवेदन है। जिससे जनजातीय बाहुल्य अनूपपुर जिले में रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सके। यहाँ यह विशेष उल्लेखनीय है कि अनूपपुर जिले में खनिज प्रतिष्ठान मद की राशि का उपयोग रोजगारोन्मूलक कार्यों हेतु नहीं किया जा रहा है। विगत कुछ वर्षो में खनिज मद की राशि के मनमाने दुरुपयोग के आरोप लगते रहे हैं। इसमें पारदर्शिता की कमी और जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के मनमाने आचरण की खबरें भी आती रही हैं।जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों कोतमा,अनूपपुर,पुष्पराजगढ में रोजगार के कम होते अवसरों से लोग बड़ी संख्या में अन्य राज्यों की ओर पलायन करते हैं।श्री द्विवेदी ने जिले में रोजगार के अवसर बढाने के लिये खनिज संसाधनों के बेहतर उपयोग की मांग करके एक सकारात्मक पहल की है।
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