(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) अनूपपुर के दिव्यांग अमीर सिद्दीकी ने विश्व की सबसे लम्बी सुगम्य जागरुकता राइड 5500 किलोमीटर रेट्रोफिटेड स्कूटी द्वारा 10 नवंबर को इतिहास में दर्ज मॉडर्न स्कूल,बाराखम्बा रोड,दिल्ली से पूर्वोत्तर होते हुए 28 नवंबर 2023 को दिल्ली के इंडिया गेट में दिव्यांगो के सशक्तिकरण के लिए दिल्ली-नार्थईस्ट-दिल्ली देखो अपना देश पूर्वोत्तर को जानो,भारत जानो (नॉर्थ ईस्ट आन व्हील सेसन 2) 18 दिनों में सफलतापूर्वक संपन्न किया।
इस राइड का आयोजन अतुल चंद्रकांत कुलकर्णी, अध्यक्ष,अमेजिंग नमस्ते फाउंडेशन के द्वारा किया गया। दिल्ली में मुख्य अतिथि रंजन मुखर्जी (दिव्यांगजन राज्य आयुक्त, दिल्ली) विशिष्ठ अतिथि डॉ विजय दत्ता (प्रिंसिपल, मॉडर्न स्कूल, बाराखम्बा रोड, दिल्ली) एवं मिस डेलिना खोंगडुप (राष्ट्रीय महिला आयोग, दिल्ली) एवं नरेश सचदेवा (पैरा स्पोर्ट्स आफिसर, मॉडर्न स्कूल, दिल्ली) द्वारा विश्व की सबसे लम्बी सुगम्य जागरूकता राइड 5500 किलोमीटर का फ्लैग ऑफ किया गया। पूर्वोत्तर में राइड का फ्लैग ऑफ असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया द्वारा राजभवन, गुवाहाटी से किया गया।तथा राजभवन शिलॉन्ग (मेघालय) में राइडरो का जोरशोर से स्वागत किया गया।
ज्ञात हो कि सुगम्य जागरूकता राइड का मकसद दिव्यांगजनों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना,सशक्त बनाना,उनकी गरिमा, समानता और स्वतंत्रता को बढ़ाना तथा एक समावेशी समाज विकसित करना है।पूर्वोत्तर को जानो,भारत जानो साहसिक राइड का मकसद पूर्वोत्तर राज्यों के इतिहास,भूगोल,भाषा,खानपान,वेशभूषा, कला-संस्कृति व जनजातीय जीवन को समझना एवं पूर्वोत्तर को शेष भारत के करीब लाना है।
इस राइड का आयोजन अतुल चंद्रकांत कुलकर्णी, अध्यक्ष,अमेजिंग नमस्ते फाउंडेशन के द्वारा किया गया। दिल्ली में मुख्य अतिथि रंजन मुखर्जी (दिव्यांगजन राज्य आयुक्त, दिल्ली) विशिष्ठ अतिथि डॉ विजय दत्ता (प्रिंसिपल, मॉडर्न स्कूल, बाराखम्बा रोड, दिल्ली) एवं मिस डेलिना खोंगडुप (राष्ट्रीय महिला आयोग, दिल्ली) एवं नरेश सचदेवा (पैरा स्पोर्ट्स आफिसर, मॉडर्न स्कूल, दिल्ली) द्वारा विश्व की सबसे लम्बी सुगम्य जागरूकता राइड 5500 किलोमीटर का फ्लैग ऑफ किया गया। पूर्वोत्तर में राइड का फ्लैग ऑफ असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया द्वारा राजभवन, गुवाहाटी से किया गया।तथा राजभवन शिलॉन्ग (मेघालय) में राइडरो का जोरशोर से स्वागत किया गया।
ज्ञात हो कि सुगम्य जागरूकता राइड का मकसद दिव्यांगजनों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना,सशक्त बनाना,उनकी गरिमा, समानता और स्वतंत्रता को बढ़ाना तथा एक समावेशी समाज विकसित करना है।पूर्वोत्तर को जानो,भारत जानो साहसिक राइड का मकसद पूर्वोत्तर राज्यों के इतिहास,भूगोल,भाषा,खानपान,वेशभूषा, कला-संस्कृति व जनजातीय जीवन को समझना एवं पूर्वोत्तर को शेष भारत के करीब लाना है।
दिव्यांगता को
ही बनाया ताकत
ही बनाया ताकत
आमिर सिद्दीकी ने बताया कि यह यात्रा विश्व की सबसे बड़ी साहसिक राइड थी,राइड के दौरान कई स्थानों पर रुकें और दिव्यांगों को जो दिव्यांगता को अपनी कमजोरी समझते हैं, उन्हें दिव्यांगता को ताकत बनाने के लिए उत्साहवर्धन किया और उन्हें प्रेरित किया कि यदि आप कुछ करना चाहते हैं तो आपको कभी भी किसी प्रकार की बाधाएं रोक नहीं सकतीं।
सुगम्य जागरूकता दिल्ली,इटावा,अयोध्या, गोरखपुर,दरभंगा,किशनगंज,जलपाईगुड़ी,गुवाहाटी,शिलांग, डाउकी,हाफलोंग,सिलीगुड़ी,मुजफ्फरपुर,पटना, लखनऊ आदि प्रमुख शहरों से होकर निकली।अमीर सिद्दीकी ईगल स्पेशियली एबल्ड राइडर्स के संस्थापक भी है और पिछले 15 सालों से दिव्यांगों के उत्थान के लिए कार्य कर रहे है।इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, डॉ. बत्रा पीपल चॉइस अवॉर्ड, लिम्का बुक आफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्डस, बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इंटरनेशनल और वर्ल्ड बुक ऑफ टैलेंट रिकार्ड्स द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।
अमीर सिद्दीकी न केवल राइड के माध्यम से जागरूकता फैलाने का कार्य करते है बल्कि दिव्यांगों को प्रोत्साहित करने में सहायता भी करते है,कोरोना की पहली और दूसरी खतरनाक लहर में भी दिव्यांगों के प्रति महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
सुगम्य जागरूकता दिल्ली,इटावा,अयोध्या, गोरखपुर,दरभंगा,किशनगंज,जलपाईगुड़ी,गुवाहाटी,शिलांग, डाउकी,हाफलोंग,सिलीगुड़ी,मुजफ्फरपुर,पटना, लखनऊ आदि प्रमुख शहरों से होकर निकली।अमीर सिद्दीकी ईगल स्पेशियली एबल्ड राइडर्स के संस्थापक भी है और पिछले 15 सालों से दिव्यांगों के उत्थान के लिए कार्य कर रहे है।इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, डॉ. बत्रा पीपल चॉइस अवॉर्ड, लिम्का बुक आफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्डस, बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इंटरनेशनल और वर्ल्ड बुक ऑफ टैलेंट रिकार्ड्स द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।
अमीर सिद्दीकी न केवल राइड के माध्यम से जागरूकता फैलाने का कार्य करते है बल्कि दिव्यांगों को प्रोत्साहित करने में सहायता भी करते है,कोरोना की पहली और दूसरी खतरनाक लहर में भी दिव्यांगों के प्रति महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
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