(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जिला मुख्यालय के शहर में बाहर से आने जाने वाले लोगों पर जिले को लेकर तमाम तरह के प्रश्न चिन्ह उभरने लगते हैं।
देखा जा रहा है कि स्टेशन से लेकर बस स्टैंड तक एकमात्र प्रमुख मार्ग है।लेकिन यह मार्ग सदैव अतिक्रमण की चपेट में देखा जाता है।जिससे बाहर से आने-जाने वाले लोगों को,वाहन चालको सहित पद-यात्रियों को आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
एक तो शहर के दुकानदार प्रतिस्पर्धा की दौड़ में अपनी-अपनी दुकानों को सड़कों तक ले आते हैं।जिससे अच्छी चौड़ी सड़क भी पतली गली में तब्दील हो जाती है। वही आवारा घूमते पशु सबसे बड़ी दिक्कत है।वही देखा जाता है कि कोतवाली के पास से बस स्टैंड मार्ग पर तमाम वाहन एवं दुकान लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कत प्रदान करती है।शासन के निर्देश पर कभी-कभार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता है लेकिन धीरे-धीरे वह बंद हो जाता है।जिससे अतिक्रमणकारियो के हौसले बुलंदी पर सवार हो जाते हैं।
अतिक्रमण के चलते प्रमुख मार्गों पर एवं शहर की प्रमुख गलियों पर जाम सी स्थिति बन जाती है और यदि वाहन ने दुकानदारों के समान को छू दिया तो वाद-विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है।
जिला प्रशासन को चाहिए कि जिला मुख्यालय के प्रमुख मार्गो जिसमें स्टेशन से बस स्टैंड के साथ ही शहर के नगर पालिका क्षेत्र के प्रमुख मार्गो एवं गलियों को तत्काल अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए।इसके लिए राजस्व,यातायात एवं पुलिस प्रशासन से सहयोग लेकर एक तरफ से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रारंभ की जाए जिससे आवागमन में किसी तरह की बाधा सामने ना आए। एवं आने जाने वाले लोगों को सुविधा मिलना प्रारंभ हो जाए।वही आवारा घूमते पशुओं पर अभियान चलाकर इन्हें कांजी हाउस में बंद कराया जाए एवं उनके मालिकों से अच्छा खासा जुर्माना वसूल किया जाए जिससे दोबारा वह अपने पशुओं को आवारा सड़कों पर ना छोड़े।
देखा जा रहा है कि स्टेशन से लेकर बस स्टैंड तक एकमात्र प्रमुख मार्ग है।लेकिन यह मार्ग सदैव अतिक्रमण की चपेट में देखा जाता है।जिससे बाहर से आने-जाने वाले लोगों को,वाहन चालको सहित पद-यात्रियों को आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
एक तो शहर के दुकानदार प्रतिस्पर्धा की दौड़ में अपनी-अपनी दुकानों को सड़कों तक ले आते हैं।जिससे अच्छी चौड़ी सड़क भी पतली गली में तब्दील हो जाती है। वही आवारा घूमते पशु सबसे बड़ी दिक्कत है।वही देखा जाता है कि कोतवाली के पास से बस स्टैंड मार्ग पर तमाम वाहन एवं दुकान लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कत प्रदान करती है।शासन के निर्देश पर कभी-कभार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता है लेकिन धीरे-धीरे वह बंद हो जाता है।जिससे अतिक्रमणकारियो के हौसले बुलंदी पर सवार हो जाते हैं।
अतिक्रमण के चलते प्रमुख मार्गों पर एवं शहर की प्रमुख गलियों पर जाम सी स्थिति बन जाती है और यदि वाहन ने दुकानदारों के समान को छू दिया तो वाद-विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है।
जिला प्रशासन को चाहिए कि जिला मुख्यालय के प्रमुख मार्गो जिसमें स्टेशन से बस स्टैंड के साथ ही शहर के नगर पालिका क्षेत्र के प्रमुख मार्गो एवं गलियों को तत्काल अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए।इसके लिए राजस्व,यातायात एवं पुलिस प्रशासन से सहयोग लेकर एक तरफ से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रारंभ की जाए जिससे आवागमन में किसी तरह की बाधा सामने ना आए। एवं आने जाने वाले लोगों को सुविधा मिलना प्रारंभ हो जाए।वही आवारा घूमते पशुओं पर अभियान चलाकर इन्हें कांजी हाउस में बंद कराया जाए एवं उनके मालिकों से अच्छा खासा जुर्माना वसूल किया जाए जिससे दोबारा वह अपने पशुओं को आवारा सड़कों पर ना छोड़े।
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