(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) 2 नवंबर को तस्वीर साफ होते ही अनूपपुर जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र में चुनावी हलचल काफी तेज हो गई।आरोप-प्रत्यारोप तो मामूली सी बात है।प्रत्याशी दम भर कर कहते हैं कि हम किसी से काम नहीं,तुम डाल-डाल तो हम पात-पात की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं।
जहां अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के बिसाहूलाल सिंह का कांग्रेस के नए उम्मीदवार एवं शासकीय सेवा से रिजाइन देने के बाद कांग्रेस का दामन थामने वाले रमेश कुमार सिंह से है।
नेतागिरी में जहां भाजपा के बिसाहूलाल सिंह जहां पूरी तरह से परिपक्व नेता है।वहीं कांग्रेस के रमेश कुमार सिंह नेतागिरी के नाम पर उनकी प्रथम पाठशाला प्रारंभ हुई है।आम जनमानस के मध्य भाजपा प्रत्याशी के गांव-गांव तक पकड़ पहचान सामने आ रही है।वहीं नए प्रत्याशी को गांव-गांव पहुंचकर नए सिरे से अपना परिचय ग्रामीणों को देना पड़ रहा है।आने वाले समय में 17 नवंबर को अनूपपुर विधानसभा के मतदाता क्या मत ईबीएम में कैद करते हैं 3 दिसंबर को उसका फाइनल रिजल्ट जनता के पटल पर आ जाएगा।
वही पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के वही पुराने चेहरे फुंदेलाल सिंह मार्को को कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया है।वहीं नए चेहरे के रूप में भाजपा ने हीरा सिंह श्याम को पहली बार विधानसभा का प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है।जहां कांग्रेस के चेहरे की बात करें तो फुंदेलाल सिंह मार्को की पकड़ पूरे विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव, मजरे-मजरे,टोले-टोले तक है।वहीं नए भाजपा के प्रत्याशी को पूरे विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण कर अपनी पहचान कायम करना पड़ेगा।
जिले की तीसरी विधानसभा क्षेत्र कोतमा की बात की जाए तो यहां भाजपा के पूर्व प्रत्याशी रह चुके दिलीप जायसवाल को भाजपा ने फिर से टिकट देकर उन पर विश्वास कायम किया है।वहीं कांग्रेस ने अपने वर्तमान विधायक सुनील सराफ को फिर से टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है।
यहां खास बात यह है कि तमाम टिकट के दावेदारों को दरकिनार करते हुए दोनों चर्चित प्रत्याशियों को टिकट देकर चुनाव को रोमांचक बना दिया है।शहडोल संभाग की एकमात्र सामान्य सीट कोतमा है जहां पर दोनों चर्चित चेहरे को टिकट देकर सभी की निगाहों को कोतमा की ओर इनायत कर दिया है।
कुल मिलाकर मतदान 17 नवंबर को होने के बाद स्थितियां-परिस्थितियों नजरों के सामने आ जाएगी। लेकिन वास्तविकता तो 3 दिसंबर को ईबीएम से मतदान खुलने के बाद ही साफ हो सकेगी।
जहां अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के बिसाहूलाल सिंह का कांग्रेस के नए उम्मीदवार एवं शासकीय सेवा से रिजाइन देने के बाद कांग्रेस का दामन थामने वाले रमेश कुमार सिंह से है।
नेतागिरी में जहां भाजपा के बिसाहूलाल सिंह जहां पूरी तरह से परिपक्व नेता है।वहीं कांग्रेस के रमेश कुमार सिंह नेतागिरी के नाम पर उनकी प्रथम पाठशाला प्रारंभ हुई है।आम जनमानस के मध्य भाजपा प्रत्याशी के गांव-गांव तक पकड़ पहचान सामने आ रही है।वहीं नए प्रत्याशी को गांव-गांव पहुंचकर नए सिरे से अपना परिचय ग्रामीणों को देना पड़ रहा है।आने वाले समय में 17 नवंबर को अनूपपुर विधानसभा के मतदाता क्या मत ईबीएम में कैद करते हैं 3 दिसंबर को उसका फाइनल रिजल्ट जनता के पटल पर आ जाएगा।
वही पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के वही पुराने चेहरे फुंदेलाल सिंह मार्को को कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया है।वहीं नए चेहरे के रूप में भाजपा ने हीरा सिंह श्याम को पहली बार विधानसभा का प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है।जहां कांग्रेस के चेहरे की बात करें तो फुंदेलाल सिंह मार्को की पकड़ पूरे विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव, मजरे-मजरे,टोले-टोले तक है।वहीं नए भाजपा के प्रत्याशी को पूरे विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण कर अपनी पहचान कायम करना पड़ेगा।
जिले की तीसरी विधानसभा क्षेत्र कोतमा की बात की जाए तो यहां भाजपा के पूर्व प्रत्याशी रह चुके दिलीप जायसवाल को भाजपा ने फिर से टिकट देकर उन पर विश्वास कायम किया है।वहीं कांग्रेस ने अपने वर्तमान विधायक सुनील सराफ को फिर से टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है।
यहां खास बात यह है कि तमाम टिकट के दावेदारों को दरकिनार करते हुए दोनों चर्चित प्रत्याशियों को टिकट देकर चुनाव को रोमांचक बना दिया है।शहडोल संभाग की एकमात्र सामान्य सीट कोतमा है जहां पर दोनों चर्चित चेहरे को टिकट देकर सभी की निगाहों को कोतमा की ओर इनायत कर दिया है।
कुल मिलाकर मतदान 17 नवंबर को होने के बाद स्थितियां-परिस्थितियों नजरों के सामने आ जाएगी। लेकिन वास्तविकता तो 3 दिसंबर को ईबीएम से मतदान खुलने के बाद ही साफ हो सकेगी।
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