(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) विधानसभा चुनाव 2023, 17 नवंबर को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया।लोकतंत्र के महायज्ञ में उत्साहपूर्वक मतदान कर मतदाताओं ने अपनी सहभागिता निभाई।मतदाताओं में मताधिकार के प्रति काफी जागरुकता देखी गई।
सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक लोगों ने लंबी-लंबी लाइन लगाकर पूरे उत्साह और उमंग के साथ मतदान किया।विधानसभा चुनाव 2023 में सबसे बड़ी बात देखने को यह मिली की महिला मतदाताओं में एवं युवा वर्ग एवं 18 वर्ष ऊपर की कन्याओं में मत देने के लिए काफी जागरुकता नजर आई।
लाडली बहना,गैस सिलेंडर,आवास,निशुल्क राशन लोगों के दिलों-दिमाग में छाया रहा।जिसके कारण अनूपपुर जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र में अन्य वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष महिलाओं का वोट प्रतिशत सर्वाधिक देखने को मिला।अनूपपुर,कोतमा एवं पुष्पराजगढ़ विधानसभा इसके जीते जागते उदाहरण है।लगभग 15 दिन की माथापच्ची के बाद प्रत्याशी सहित उसके समर्थक अब आराम की मुद्रा में हैं।एवं अपने हिसाब-किताब पर चर्चाओं में व्यस्त हो गए।वहीं प्रत्याशियों के समर्थक पान ठेला,चाय ठेला,सैलून,रेस्टोरेंट एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान सभी जगह लोग अपने-अपने आकलन एक दूसरे को बता रहे हैं।चर्चाओं का बाजार तेजी से गर्म है।
कोई जीत-हार की बाजी भी लगा रहे हैं एवं 3 दिसंबर 2023 का बेसब्री से इंतजार भी कर रहे हैं। विधानसभा 2023 के चुनाव में कम समय मिलने के कारण भाजपा एवं कांग्रेस के प्रत्याशी घर-घर,गांव-गांव बोट मांगने नहीं पहुंच पाए।बल्कि प्रत्याशी की जगह उनके समर्थक घूम-घूम कर अपने-अपने प्रत्याशियों का प्रचार-प्रसार तेजी के साथ किए।लेकिन मतदाताओं में प्रत्याशी के नहीं पहुंचने पर खुशी की झलक चेहरे पर देखने को नहीं मिली।
विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी बात यह देखने को मिली कि पहले के जैसे चुनावी माहौल का कोई पता ठिकाना लोगों को नहीं चला।ना झंडा दिखे,ना बैनर दिखे,ना हो हल्ला ज्यादा सुनाई दिया।शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप चुनाव संपन्न हुए।
पूर्व की चुनाव की तुलना में विधानसभा चुनाव 2023 अन्य चुनाव से हटकर देखा गया।अनूपपुर जिले की तीन विधानसभा में एकमात्र कोतमा विधानसभा सामान्य वर्ग के लिए थी जहां सबसे अधिक 15 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में थे।वही पुष्पराजगढ़ में 11 उम्मीदवार एवं सबसे कम अनूपपुर विधानसभा में 5 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे थे।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर आशीष वशिष्ठ एवं पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार के कुशल मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देशन में अनूपपुर जिले की तीनों विधानसभाओं के चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गए।अब सभी की निगाहें आने वाली 3 दिसंबर पर टिकी हुई है।जब इबीएम में कैद जादूई तिलिस्म निकल कर बाहर आएगी और लोगों के किस्मत का ताला खोलेगी।
सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक लोगों ने लंबी-लंबी लाइन लगाकर पूरे उत्साह और उमंग के साथ मतदान किया।विधानसभा चुनाव 2023 में सबसे बड़ी बात देखने को यह मिली की महिला मतदाताओं में एवं युवा वर्ग एवं 18 वर्ष ऊपर की कन्याओं में मत देने के लिए काफी जागरुकता नजर आई।
लाडली बहना,गैस सिलेंडर,आवास,निशुल्क राशन लोगों के दिलों-दिमाग में छाया रहा।जिसके कारण अनूपपुर जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र में अन्य वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष महिलाओं का वोट प्रतिशत सर्वाधिक देखने को मिला।अनूपपुर,कोतमा एवं पुष्पराजगढ़ विधानसभा इसके जीते जागते उदाहरण है।लगभग 15 दिन की माथापच्ची के बाद प्रत्याशी सहित उसके समर्थक अब आराम की मुद्रा में हैं।एवं अपने हिसाब-किताब पर चर्चाओं में व्यस्त हो गए।वहीं प्रत्याशियों के समर्थक पान ठेला,चाय ठेला,सैलून,रेस्टोरेंट एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान सभी जगह लोग अपने-अपने आकलन एक दूसरे को बता रहे हैं।चर्चाओं का बाजार तेजी से गर्म है।
कोई जीत-हार की बाजी भी लगा रहे हैं एवं 3 दिसंबर 2023 का बेसब्री से इंतजार भी कर रहे हैं। विधानसभा 2023 के चुनाव में कम समय मिलने के कारण भाजपा एवं कांग्रेस के प्रत्याशी घर-घर,गांव-गांव बोट मांगने नहीं पहुंच पाए।बल्कि प्रत्याशी की जगह उनके समर्थक घूम-घूम कर अपने-अपने प्रत्याशियों का प्रचार-प्रसार तेजी के साथ किए।लेकिन मतदाताओं में प्रत्याशी के नहीं पहुंचने पर खुशी की झलक चेहरे पर देखने को नहीं मिली।
विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी बात यह देखने को मिली कि पहले के जैसे चुनावी माहौल का कोई पता ठिकाना लोगों को नहीं चला।ना झंडा दिखे,ना बैनर दिखे,ना हो हल्ला ज्यादा सुनाई दिया।शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप चुनाव संपन्न हुए।
पूर्व की चुनाव की तुलना में विधानसभा चुनाव 2023 अन्य चुनाव से हटकर देखा गया।अनूपपुर जिले की तीन विधानसभा में एकमात्र कोतमा विधानसभा सामान्य वर्ग के लिए थी जहां सबसे अधिक 15 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में थे।वही पुष्पराजगढ़ में 11 उम्मीदवार एवं सबसे कम अनूपपुर विधानसभा में 5 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे थे।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर आशीष वशिष्ठ एवं पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार के कुशल मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देशन में अनूपपुर जिले की तीनों विधानसभाओं के चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गए।अब सभी की निगाहें आने वाली 3 दिसंबर पर टिकी हुई है।जब इबीएम में कैद जादूई तिलिस्म निकल कर बाहर आएगी और लोगों के किस्मत का ताला खोलेगी।
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