(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) कांग्रेस नेता एवं नगर पालिका अनूपपुर के पूर्व पार्षद अखिलेश सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
ज्ञातव्य हो की अखिलेश सिंह 1993 में छात्र राजनीति से एनएसयूआई की सदस्यता लेकर कांग्रेस की विचारधारा से जुड़कर 30 वर्षों तक कांग्रेस के विभिन्न संगठनों में विभिन्न पदों पर रहकर कार्य किया है।2023 के मध्यप्रदेश के विधानसभा आम चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जिस तरीके से मीडिया के समक्ष यह कहा की छिंदवाड़ा की टिकट पहले नकुलनाथ छिंदवाड़ा से घोषित करेंगे तब दिल्ली से होगा।जिससे स्पष्ट प्रमाणित हो गया कि कांग्रेस का सर्वे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ सिर्फ और सिर्फ छलावा था और कांग्रेस का व्यक्तिवाद अपने चरम पर है। जिससे व्यथित होकर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को प्रेषित कर दिया है।
कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह ने अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र 87 से विश्वनाथ सिंह को कठिन समय 2020 के उपचुनाव मे प्रत्याशी बनवाया था और जब 2023 के आम चुनाव मे म.प्र. मे कांग्रेस की लहर है एवं वतावरण अनुकूल है तो गरीब आदिवासी विश्वनाथ सिंह को छला गया और टिकिट नही दिया गया।जिससे व्यथित होकर कांग्रेस के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।छात्र राजनीति से एनएसयूआई की सदस्यता लेकर 30 वर्षों से कांग्रेस की विचार धारा से जुडा रहा।लेकिन वर्तमान मे कांग्रेस मे व्यक्तिवाद चरम पर है जिससे विवशतःप्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।उन्होंने अपने इस्तीफा की प्रति रणदीप सुरजेवाला प्रभारी म.प्र कांग्रेस कमेटी को भी प्रेषित कर दी है।
ज्ञातव्य हो की अखिलेश सिंह 1993 में छात्र राजनीति से एनएसयूआई की सदस्यता लेकर कांग्रेस की विचारधारा से जुड़कर 30 वर्षों तक कांग्रेस के विभिन्न संगठनों में विभिन्न पदों पर रहकर कार्य किया है।2023 के मध्यप्रदेश के विधानसभा आम चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जिस तरीके से मीडिया के समक्ष यह कहा की छिंदवाड़ा की टिकट पहले नकुलनाथ छिंदवाड़ा से घोषित करेंगे तब दिल्ली से होगा।जिससे स्पष्ट प्रमाणित हो गया कि कांग्रेस का सर्वे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ सिर्फ और सिर्फ छलावा था और कांग्रेस का व्यक्तिवाद अपने चरम पर है। जिससे व्यथित होकर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को प्रेषित कर दिया है।
कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह ने अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र 87 से विश्वनाथ सिंह को कठिन समय 2020 के उपचुनाव मे प्रत्याशी बनवाया था और जब 2023 के आम चुनाव मे म.प्र. मे कांग्रेस की लहर है एवं वतावरण अनुकूल है तो गरीब आदिवासी विश्वनाथ सिंह को छला गया और टिकिट नही दिया गया।जिससे व्यथित होकर कांग्रेस के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।छात्र राजनीति से एनएसयूआई की सदस्यता लेकर 30 वर्षों से कांग्रेस की विचार धारा से जुडा रहा।लेकिन वर्तमान मे कांग्रेस मे व्यक्तिवाद चरम पर है जिससे विवशतःप्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।उन्होंने अपने इस्तीफा की प्रति रणदीप सुरजेवाला प्रभारी म.प्र कांग्रेस कमेटी को भी प्रेषित कर दी है।
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