अनूपपुर (ब्यूरो) वन परिक्षेत्र अनूपपुर के दुधमनिया बीट अंतर्गत कक्ष क्र.आर.एफ.357 बांका गांव के जंगल में पांच हाथियों के समूह ने गुरुवार-शुक्रवार मध्य रात्रि गोबरी पंचायत के राजामचान टोला में एक विकलांग वृद्ध महिला के घर के सामने पहुंचने पर वन कर्मचारियों ने साहस दिखाते हुए महिला को खाट सहित देर रात घर के बाहर सुरक्षित गांव में निकाला जिससे उसकी जान बच सकी।इस दौरान हाथियों ने ग्राम बांका एवं दुधमनिया गांव के ग्रामीण जो गांव से बाहर कच्चे एवं पक्के मकान बनाकर परिवार सहित रह रहे हैं के घरों में तोड-फोड कर बाड़ियों में लगे केला,गन्ना,कटहल धान एवं अन्य तरह के फसलों एवं फलों को अपना आहार बनाया।
इस बीच वन विभाग एवं पुलिस विभाग की हिदायत पर ग्रामीणों को एकांत स्थान से गांव के बीच व छतों में सुरक्षित रखाया गया।हाथियों का एक सदस्य देर रात गोबरी पंचायत के राजामचान टोला में एक वृद्ध महिला जो विकलांग है के घर के सामने एक हाथी के आने एवं केला खाने के बीच वह घर पर अकेले रह गई जिससे गांव मोहल्ला में दहशत की स्थिति निर्मित होने की जानकारी मिलने पर परिक्षेत्र सहायक जैतहरी आर.एस.सिकरवार,वनरक्षक कुंदन शर्मा, सत्येंद्र मिश्रा ने ग्रामीणों की मदद से वृद्ध महिला मुन्नी बाई पति स्व.संतलाल सिंह उम्र 56 वर्ष को खाट सहित घर से निकाल कर गांव में सुरक्षित स्थान पर लाया गया।हाथियों का समूह देर रात दो समूहों में बट कर अलग-अलग तरह से विचरण करते हुए ग्राम बांका निवासी राम सिंह के घर की दीवाल एवं रसोई को तोड़कर बाड़ी में लगे कटहल को खाने बाद पड़ोस के जय सिंह के पक्का मकान का दरवाजा तोड़कर घर के अंदर रखें धान को खाने बाद सुधार सिंह के घर से एक बोरी धान बाहर निकालकर खाए व जयपाल पिता बुद्धू सिंह का दरवाजा खोलकर धान खाए व आंगन में रखी सामग्रियों को तितर-बितर कर दिए।
हाथियों का समूह सुबह वापस लौटते समय भाव सिंह की खेत में लगे धान के कराही को पैरों से कुचल के एवं खाने बाद भागवत सिंह के यहां दरवाजा खींचकर घर के अंदर रखें 4 बोरी धान को निकालकर खाए तथा शुक्रवार की सुबह होते होते जंगल के बीच स्थित लोकडीमाडा तालाब में नहाने बाद फिर से बांका के जंगल के कक्ष क्रमांक आर.एफ.357 में आकर शुक्रवार को पूरे दिन आराम करते हुए देर शाम पुनः बांका गाव की ओर चलने लगे हैं। ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए वन परीक्षेत्र अधिकारी अनूपपुर स्वर्ण गौरव सिंह,उपवन क्षेत्रपाल अशोक कुमार निगम,परिक्षेत्र सहायक रिचर्ड रेगी राव,संतोष श्रीवास्तव ,रमेश पटेल,ग्राम पंचायत दुधमनिया सरपंच भवन सिंह,ग्राम पंचायत पगना के पूर्व सरपंच सुधार सिंह, वन्यजीव संरक्षक अनूपपुर शशिधर अग्रवाल के साथ वन परीक्षेत्र अनूपपुर के वनरक्षक,सुरक्षा श्रमिक एवं कोतवाली पुलिस ने पूरी रात हाथियों के विचरण पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को दूर रखा।इस दौरान हाथियों को खदेड़ने पर कबरा कान वाले हाथी ने गुरुवार की रात दो-तीन बार ग्रामीणों को आक्रमण करने के उद्देश्य से दौडाये जाने पर अनेकों ग्रामीण भागते हुए रास्तों में गिरे।कुछ ग्रामीण शराब के नशे में हाथियों के नजदीक निरंतर मना करने के बाद भी अनेकों स्थानों से चले जाते हैं जिससे दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है।वही निरंतर हाथियों की उपस्थिति से भयभीत ग्रामीणों द्वारा जिला प्रशासन से हाथियों को भगाने की मांग कर रहे हैं।
इस बीच वन विभाग एवं पुलिस विभाग की हिदायत पर ग्रामीणों को एकांत स्थान से गांव के बीच व छतों में सुरक्षित रखाया गया।हाथियों का एक सदस्य देर रात गोबरी पंचायत के राजामचान टोला में एक वृद्ध महिला जो विकलांग है के घर के सामने एक हाथी के आने एवं केला खाने के बीच वह घर पर अकेले रह गई जिससे गांव मोहल्ला में दहशत की स्थिति निर्मित होने की जानकारी मिलने पर परिक्षेत्र सहायक जैतहरी आर.एस.सिकरवार,वनरक्षक कुंदन शर्मा, सत्येंद्र मिश्रा ने ग्रामीणों की मदद से वृद्ध महिला मुन्नी बाई पति स्व.संतलाल सिंह उम्र 56 वर्ष को खाट सहित घर से निकाल कर गांव में सुरक्षित स्थान पर लाया गया।हाथियों का समूह देर रात दो समूहों में बट कर अलग-अलग तरह से विचरण करते हुए ग्राम बांका निवासी राम सिंह के घर की दीवाल एवं रसोई को तोड़कर बाड़ी में लगे कटहल को खाने बाद पड़ोस के जय सिंह के पक्का मकान का दरवाजा तोड़कर घर के अंदर रखें धान को खाने बाद सुधार सिंह के घर से एक बोरी धान बाहर निकालकर खाए व जयपाल पिता बुद्धू सिंह का दरवाजा खोलकर धान खाए व आंगन में रखी सामग्रियों को तितर-बितर कर दिए।
हाथियों का समूह सुबह वापस लौटते समय भाव सिंह की खेत में लगे धान के कराही को पैरों से कुचल के एवं खाने बाद भागवत सिंह के यहां दरवाजा खींचकर घर के अंदर रखें 4 बोरी धान को निकालकर खाए तथा शुक्रवार की सुबह होते होते जंगल के बीच स्थित लोकडीमाडा तालाब में नहाने बाद फिर से बांका के जंगल के कक्ष क्रमांक आर.एफ.357 में आकर शुक्रवार को पूरे दिन आराम करते हुए देर शाम पुनः बांका गाव की ओर चलने लगे हैं। ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए वन परीक्षेत्र अधिकारी अनूपपुर स्वर्ण गौरव सिंह,उपवन क्षेत्रपाल अशोक कुमार निगम,परिक्षेत्र सहायक रिचर्ड रेगी राव,संतोष श्रीवास्तव ,रमेश पटेल,ग्राम पंचायत दुधमनिया सरपंच भवन सिंह,ग्राम पंचायत पगना के पूर्व सरपंच सुधार सिंह, वन्यजीव संरक्षक अनूपपुर शशिधर अग्रवाल के साथ वन परीक्षेत्र अनूपपुर के वनरक्षक,सुरक्षा श्रमिक एवं कोतवाली पुलिस ने पूरी रात हाथियों के विचरण पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को दूर रखा।इस दौरान हाथियों को खदेड़ने पर कबरा कान वाले हाथी ने गुरुवार की रात दो-तीन बार ग्रामीणों को आक्रमण करने के उद्देश्य से दौडाये जाने पर अनेकों ग्रामीण भागते हुए रास्तों में गिरे।कुछ ग्रामीण शराब के नशे में हाथियों के नजदीक निरंतर मना करने के बाद भी अनेकों स्थानों से चले जाते हैं जिससे दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है।वही निरंतर हाथियों की उपस्थिति से भयभीत ग्रामीणों द्वारा जिला प्रशासन से हाथियों को भगाने की मांग कर रहे हैं।
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