(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) जिले के जैतहरी तहसील एवं वन परीक्षेत्र अंतर्गत ग्राम गोबरी के जंगल में 3 दिनों से पांच दन्तैल हाथियों ने डेरा जमाया हुआ है।जो दिन में जंगल में रहकर देर शाम गोबरी एवं ठेगरहा गांव के ग्रामीणों के घरों खेत-वाड़ी में लगे एवं रखें अनाज को अपना आहार बना रहे हैं।
वन विभाग एवं ग्रामीणों के निरंतर प्रयास के बाद भी हाथियों का दल 3 दिन से ग्रामीणों की चैन एवं नींद खराब कर रखे हैं।गांव में हाथियों के आने से ग्रामीणों में भय व्याप्त है।जिससे वन विभाग एवं ग्रामीणों के मध्य असंतोष की स्थिति निर्मित हो रही है।शनिवार की शाम हाथियों का दल गोबरी के जंगल से निकलकर जैतहरी-राजेंद्रग्राम मुख्य मार्ग पर आकर ठाकुर बाबा नामक स्थान पर प्रणाम करते हुए मुख्य मार्ग पर चलते हुए ठेगरहा रोड के किनारे रहने वाले विजय सिंह के घर को चारों तरफ से घेरकर तोड़फोड़ करते हुए बाड़ी में लगे तथा घर में रखें सामान को तितर-बितर कर खा लिए।खाते हुए पुनः मेन रोड 400 मीटर के लगभग चले इस दौरान एक दन्तैल हाथी विपरीत दिशा में खेत में उतर कर चरने चला गया।वही चार हाथी गोबरी में मेन रोड के किनारे स्थित रामू राठौर के बाड़ी एवं खेत में चले गए वा खाने पीने लगे।इस दौरान बहुतायत मात्रा में ग्रामीण जनों द्वारा हो हल्ला कर हाथियों को गांव से बाहर भगाने का प्रयास किया लेकिन असफल रहे।
ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने एवं शांति व्यवस्था बनाएं रखने की हिदायत देने दौरान मुख्य मार्ग पर खड़े जैतहरी थाना प्रभारी रंगनाथ मिश्रा एवं प्रभारी तहसीलदार शशांक सेंडे,रेंजर विवेक मिश्रा खड़े रहे।तभी एक बिछड़ा हाथी अचानक रोड के किनारे आकर फुफकारने लगा।जिससे नजदीक आता देखकर थाना प्रभारी रंगनाथ मिश्रा,तहसीलदार शशांक सेंन्डे पैदल ही बहुत दूर तक भागते रहे।यह अकेला हाथी कुछ दूर रोड में चलने के बाद अपने अन्य साथियों के पास जाकर मिल गया।इस दौरान शाम 6.00 बजे से देर रात तक जैतहरी- राजेंद्रग्राम एवं गोबरी,ठेगरहा,पगना मार्ग पर आवागमन को रोके जाने से भी यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।गांव में ग्रामीणों के घरों को तोड़फोड़ कर अनाज खाते हुए रविवार की सुबह फिर से विजय सिंह के घर के पीछे स्थित जंगल में जाकर पूरा दिन विश्राम करने में जुटे हुए हैं।
इस दौरान हाथियों के द्वारा किए जा रहे नुकसान पर ग्राम पंचायत सरपंच एवं पटवारी द्वारा नुकसानी पंचनामा तैयार कर क्षतिपूर्ति राशि हेतु प्रकरण तैयार कर रहे हैं।
हाथियों के निरंतर 3 दिनों से डेरा जमाए होने को लेकर ग्रामीणों में चिंता बनी हुई है व भय की स्थिति निर्मित रहती है।वहीं वन विभाग व पुलिस विभाग द्वारा मुनादी के माध्यम से ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने की सलाह दे कर स्वयं भी हाथियों के विचरण पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं।
वन विभाग एवं ग्रामीणों के निरंतर प्रयास के बाद भी हाथियों का दल 3 दिन से ग्रामीणों की चैन एवं नींद खराब कर रखे हैं।गांव में हाथियों के आने से ग्रामीणों में भय व्याप्त है।जिससे वन विभाग एवं ग्रामीणों के मध्य असंतोष की स्थिति निर्मित हो रही है।शनिवार की शाम हाथियों का दल गोबरी के जंगल से निकलकर जैतहरी-राजेंद्रग्राम मुख्य मार्ग पर आकर ठाकुर बाबा नामक स्थान पर प्रणाम करते हुए मुख्य मार्ग पर चलते हुए ठेगरहा रोड के किनारे रहने वाले विजय सिंह के घर को चारों तरफ से घेरकर तोड़फोड़ करते हुए बाड़ी में लगे तथा घर में रखें सामान को तितर-बितर कर खा लिए।खाते हुए पुनः मेन रोड 400 मीटर के लगभग चले इस दौरान एक दन्तैल हाथी विपरीत दिशा में खेत में उतर कर चरने चला गया।वही चार हाथी गोबरी में मेन रोड के किनारे स्थित रामू राठौर के बाड़ी एवं खेत में चले गए वा खाने पीने लगे।इस दौरान बहुतायत मात्रा में ग्रामीण जनों द्वारा हो हल्ला कर हाथियों को गांव से बाहर भगाने का प्रयास किया लेकिन असफल रहे।
ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने एवं शांति व्यवस्था बनाएं रखने की हिदायत देने दौरान मुख्य मार्ग पर खड़े जैतहरी थाना प्रभारी रंगनाथ मिश्रा एवं प्रभारी तहसीलदार शशांक सेंडे,रेंजर विवेक मिश्रा खड़े रहे।तभी एक बिछड़ा हाथी अचानक रोड के किनारे आकर फुफकारने लगा।जिससे नजदीक आता देखकर थाना प्रभारी रंगनाथ मिश्रा,तहसीलदार शशांक सेंन्डे पैदल ही बहुत दूर तक भागते रहे।यह अकेला हाथी कुछ दूर रोड में चलने के बाद अपने अन्य साथियों के पास जाकर मिल गया।इस दौरान शाम 6.00 बजे से देर रात तक जैतहरी- राजेंद्रग्राम एवं गोबरी,ठेगरहा,पगना मार्ग पर आवागमन को रोके जाने से भी यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।गांव में ग्रामीणों के घरों को तोड़फोड़ कर अनाज खाते हुए रविवार की सुबह फिर से विजय सिंह के घर के पीछे स्थित जंगल में जाकर पूरा दिन विश्राम करने में जुटे हुए हैं।
इस दौरान हाथियों के द्वारा किए जा रहे नुकसान पर ग्राम पंचायत सरपंच एवं पटवारी द्वारा नुकसानी पंचनामा तैयार कर क्षतिपूर्ति राशि हेतु प्रकरण तैयार कर रहे हैं।
हाथियों के निरंतर 3 दिनों से डेरा जमाए होने को लेकर ग्रामीणों में चिंता बनी हुई है व भय की स्थिति निर्मित रहती है।वहीं वन विभाग व पुलिस विभाग द्वारा मुनादी के माध्यम से ग्रामीणों को हाथियों के समूह से दूर रहने की सलाह दे कर स्वयं भी हाथियों के विचरण पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं।
0 Comments