(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा)लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग तथा जल जीवन मिशन के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा दी गई समय-सीमा में कार्य नही करने पर नाराजगी जताई गई।समीक्षा बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभय सिंह ओहरिया,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अधिकारी एच.एस. धुर्वे,जल जीवन निगम के महाप्रबंधक सहित विभागीय अधिकारी तथा वर्चुअल माध्यम से जिले के अनुविभागीय दण्डाधिकारी तथा जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने समीक्षा बैठक के दौरान समय-सीमा में नल-जल तथा नलकूप उत्खनन का कार्य पूर्ण नही करने वाले संविदाकारों के विरूद्ध जुर्माने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।उन्होंने बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के पुष्पराजगढ के अनुविभागीय अधिकारी द्वारा ग्राम तरंग, सालरगोंदी, मेढ़ाखार, बरबसपुर के ग्राम सोनहरा तथा रक्शा ग्रामों के नल-जल योजना अनुबंध अनुसार चालू होना बताया गया। जिसके संबंध में कलेक्टर ने बैठक के दौरान ही अनुविभागीय दण्डाधिकारी पुष्पराजगढ़ को पुष्पराजगढ़ क्षेत्र अंतर्गत बताए गए ग्रामों का मौका सत्यापन करने के निर्देश दिए गए। जिस पर एसडीएम पुष्पराजगढ़ ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए बैठक के दौरान ही बताए गए संबंधित गांवों में नल-जल योजना के क्रियान्वयन का सत्यापन कराया। बताए गए गांव में नल-जल योजना का क्रियान्वयन नही होना पाया गया। जिस पर कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी पुष्पराजगढ़ को गलत जानकारी देने पर नाराजगी जताते हुए कड़ी चेतावनी दी। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि नल-जल योजनाओं का मैदानी क्षेत्र में शत-प्रतिशत क्रियान्वयन परिलक्षित होना नही मिला तो दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को कार्य के प्रति गंभीरता रखने तथा दी गई समय-सीमा में कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दी गई समय-सीमा में कार्य नही होने पर विभागीय अधिकारियों के विरूद्ध जिम्मेदारी सुनिश्चित करते हुए कार्यवाही की जाएगी।बैठक में पुष्पराजगढ़, जैतहरी, अनूपपुर एवं कोतमा में किए जा रहे नल-जल योजनाओं के कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए सुनिश्चित की गई समय-सीमा में कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने ग्राम कटकोना, हर्री में 15 जून तक, बेलियाटोला में 20 जून तक, ग्राम कोठी व ग्राम छोहरी में 20 जून तक, ग्राम लपटी एवं अल्हवार में 30 जून तक, सालरगोंदी में 25 मई तक तथा अन्य ग्रामों में बैठक में दी गई जानकारी के मुताबिक कार्य की पूर्णता के निर्देश दिए। उन्होंने हर घर नल से जल परियोजना के तहत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 51 ग्राम व जल निगम के 38 ग्रामों के कार्य पूर्णता का मौका सत्यापन सुनिश्चित किए जाने के संबंध में जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया गया। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के लंबित 16 परियोजनाओं को 15 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। पुनरीक्षित डीपीआर की समीक्षा करते हुए 92 में से शेष बची 3 डीपीआर को अब तक वरिष्ठ कार्यालय को नही भेजे जाने पर भी नाराजगी जताई तथा तत्काल डीपीआर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में हर घर नल से जल की उपलब्धता के लिए छूटे हुए शेष गांवों के डीपीआर तैयार कर वरिष्ठ कार्यालय को प्रेषित किए जांए। कलेक्टर ने बैठक में जिले के सभी शालाओं और आंगनबाड़ियों में 18 जून तक शत् प्रतिशत् पेयजल उपलब्धता के कार्य को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिले में बंद 9 नल-जल योजनाओं के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने अनुविभागीय दण्डाधिकारियों तथा जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ग्रामों में किए जा रहे पेयजल उपलब्धता के क्रियान्वयन संबंधी कार्यों की सघन मॉनीटरिंग क्षेत्र भ्रमण के दौरान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा दी गई समय-सीमा में कार्य नही करने पर नाराजगी जताई गई।समीक्षा बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभय सिंह ओहरिया,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अधिकारी एच.एस. धुर्वे,जल जीवन निगम के महाप्रबंधक सहित विभागीय अधिकारी तथा वर्चुअल माध्यम से जिले के अनुविभागीय दण्डाधिकारी तथा जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने समीक्षा बैठक के दौरान समय-सीमा में नल-जल तथा नलकूप उत्खनन का कार्य पूर्ण नही करने वाले संविदाकारों के विरूद्ध जुर्माने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।उन्होंने बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के पुष्पराजगढ के अनुविभागीय अधिकारी द्वारा ग्राम तरंग, सालरगोंदी, मेढ़ाखार, बरबसपुर के ग्राम सोनहरा तथा रक्शा ग्रामों के नल-जल योजना अनुबंध अनुसार चालू होना बताया गया। जिसके संबंध में कलेक्टर ने बैठक के दौरान ही अनुविभागीय दण्डाधिकारी पुष्पराजगढ़ को पुष्पराजगढ़ क्षेत्र अंतर्गत बताए गए ग्रामों का मौका सत्यापन करने के निर्देश दिए गए। जिस पर एसडीएम पुष्पराजगढ़ ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए बैठक के दौरान ही बताए गए संबंधित गांवों में नल-जल योजना के क्रियान्वयन का सत्यापन कराया। बताए गए गांव में नल-जल योजना का क्रियान्वयन नही होना पाया गया। जिस पर कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी पुष्पराजगढ़ को गलत जानकारी देने पर नाराजगी जताते हुए कड़ी चेतावनी दी। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि नल-जल योजनाओं का मैदानी क्षेत्र में शत-प्रतिशत क्रियान्वयन परिलक्षित होना नही मिला तो दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को कार्य के प्रति गंभीरता रखने तथा दी गई समय-सीमा में कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दी गई समय-सीमा में कार्य नही होने पर विभागीय अधिकारियों के विरूद्ध जिम्मेदारी सुनिश्चित करते हुए कार्यवाही की जाएगी।बैठक में पुष्पराजगढ़, जैतहरी, अनूपपुर एवं कोतमा में किए जा रहे नल-जल योजनाओं के कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए सुनिश्चित की गई समय-सीमा में कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने ग्राम कटकोना, हर्री में 15 जून तक, बेलियाटोला में 20 जून तक, ग्राम कोठी व ग्राम छोहरी में 20 जून तक, ग्राम लपटी एवं अल्हवार में 30 जून तक, सालरगोंदी में 25 मई तक तथा अन्य ग्रामों में बैठक में दी गई जानकारी के मुताबिक कार्य की पूर्णता के निर्देश दिए। उन्होंने हर घर नल से जल परियोजना के तहत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 51 ग्राम व जल निगम के 38 ग्रामों के कार्य पूर्णता का मौका सत्यापन सुनिश्चित किए जाने के संबंध में जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया गया। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के लंबित 16 परियोजनाओं को 15 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। पुनरीक्षित डीपीआर की समीक्षा करते हुए 92 में से शेष बची 3 डीपीआर को अब तक वरिष्ठ कार्यालय को नही भेजे जाने पर भी नाराजगी जताई तथा तत्काल डीपीआर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में हर घर नल से जल की उपलब्धता के लिए छूटे हुए शेष गांवों के डीपीआर तैयार कर वरिष्ठ कार्यालय को प्रेषित किए जांए। कलेक्टर ने बैठक में जिले के सभी शालाओं और आंगनबाड़ियों में 18 जून तक शत् प्रतिशत् पेयजल उपलब्धता के कार्य को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिले में बंद 9 नल-जल योजनाओं के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने अनुविभागीय दण्डाधिकारियों तथा जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ग्रामों में किए जा रहे पेयजल उपलब्धता के क्रियान्वयन संबंधी कार्यों की सघन मॉनीटरिंग क्षेत्र भ्रमण के दौरान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
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