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शहडोल संसदीय क्षेत्र के विकासात्मक सुझाव,प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री जी की नजरें इनायत हो तो बदल जाएगी तस्वीर

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंंचलधारा) जिला विकास मंच अनूपपुर के संयोजक एवं अधिवक्ता वासुदेव चटर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शहडोल संसदीय क्षेत्र के विकासात्मक सुझाव एवं प्रस्ताव पत्र एवं मेल द्वारा प्रेषित किया था।उन्होंने प्रधानमंत्री जी से अपील की है कि वह शहडोल संसदीय क्षेत्र के विकासात्मक सुझाव,प्रस्ताव पर अपनी नजरें इनायत करें तो शहडोल संसदीय क्षेत्र की तस्वीर ही बदल जाएगी।
            उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी आपका वर्ष 2014 के बाद शहडोल संसदीय क्षेत्र में आपका यह तीसरा दौरा है। इसके पूर्व के अमरकंटक प्रवास के दौरान आपके द्वारा अंचल को नर्मदा एक्सप्रेस वे की घोषणा आपके द्वारा की गई थी।कार्य अभी तक प्रारंभ नहीं हुआ है,शहडोल संसदीय क्षेत्र मूल रूप से आदिवासी बाहूल्य पिछड़ा क्षेत्र है जो मध्यप्रदेश राज्य के अंतिम क्षोर पर स्थित है।इस संसदीय क्षेत्र की सीमा से नवीन प्रांत छत्तीसगढ़ की सीमा लगती है। इसके साथ यह क्षेत्र कोयला उत्पादक क्षेत्र भी है।इस संसदीय क्षेत्र में प्रसीद्ध तीर्थस्थल माँ नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक, इंदिरा गांधी जनजाति केंद्रीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक ताप विद्युत गृह (चचाई), संजय गांधी विद्युत ताप गृह (बिरसिंहपुर पाली), नेशनल पार्क बांधवगढ़ (उमरिया) इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। 
                      इस क्षेत्र में आदिम जाति जनजाति वर्ग के मूल निवासीयों के साथ क्षेत्र की औद्योगिक ईकाईयों, रेल मंत्रालय में भारत के विभिन्न प्रांतों के नागरिक अपनी सेवाएं देते हैं इस तरह यह क्षेत्र कॉस्मेटिक कलचर का क्षेत्र है। रोजगार के संसाधनों का आभाव है, सुपर स्पेशिलिटी, मेडिकल सुविधाओं का भी आभाव है, शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत कुछ किये जाने की आवश्यकता है साथ ही नकसली गतिविधियों के कारण भी यह क्षेत्र संवेदनशील क्षेत्र है। इस क्षेत्र के विकास निमित सुझाव,प्रस्ताव पर निम्नानुसार अनुरोध है कि अंचल में बेहतर सुविधा प्रदान करने की दृष्टिकोण के तहत आवश्यक कार्यवाही की आपसे जन अपेक्षा है-
इन प्रस्तावों सुझावों 
पर कराया जाए अमल
पूर्व में आपके द्वारा घोषित नर्मदा एक्सप्रेस वे का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जावे।अमरकंटक स्थित इंदिरा गांधी अनुसूचित जाति जनजाति विश्वद्यिालय में प्रस्तावित सौ सीटर मेडिकल कॉलेज,इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण हेतु निर्देश जारी 
हो।पेन्ड्रा रोड से अमरकंटक होकर, डिंडौरी, सिवनी, घनसौर गोटे गांव के लिए प्रस्तावित रेल लाईन के निर्माण कार्य को शीघ्र प्रारंभ किया जावे।यह क्षेत्र कोयला प्रक्षेत्र होने के कारण शहडोल एवं सर्भुजा संसदीय क्षेत्र में कोयला खदानों को मिलाकर अमरकंटक कोल फिड के नाम से एक नई कोल कंपनी की स्थापना किया जाना आवश्यक है साथ ही अंचल के लोगों को रोजगार सृजन के लिए इस क्षेत्र में माइनीम इंस्टीट्यूट, कोल मांइस प्रॉविडेंट फंड का मुख्यालय, मांइनिंग सेफ्टी का कार्यालय अंचल में स्थापित किया जावे।ब्रिटिश शासन के समय से प्रस्तावित अंबिकापुर से बरावाडीह रेल लाईन निर्माण का कार्य, शहडोल से जयसिंह नगर होकर रीवा तक रेल मार्ग के निर्माण का कार्य अविलंब प्रारंभ किया जावे।रेल प्रशासन के बेहतर प्रबंधन हेतु पेन्ड्रा रोड, अनूपपुर, झलवारा, चिरमिरी, अंबिकापुर एवं प्रस्तावित अंबिकापुर से बरवाडीह तक की रेल लाईनों के क्षेत्र को मिलाकर अनूपपुर में रेल मंडल कार्यालय की स्थापना किया जावे।अनाज के बेहतर भंडारण हेतु भारतीय खाद्य निगम का क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किया जावे। इंडियन ऑयल,हिन्दुस्तान पेट्रोलियम का तेल एवं गैस का डिपो स्थापित किया जावे।अनूपपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर के मध्य में अनूपपुर रेल्वे का एक महत्वपूर्ण जंक्शन है अनूपपुर होकर तीनों दिशाओं में लोकर गाडियों के संचालन हेतु कोचिंग डिपो, ट्रेन के रख-रखाव हेतु वॉशिंग पिट की स्थापना किया जावे जिससे अनूपपुर होकर तीनों दिशाओं में लोकल गाड़ियों का संचालन हो सके।लंबे समय से इस संसदीय क्षेत्र में हवाई अड्डा (एयर टरमिनल) की मांग लम्बे समय से की जा रही है, हवाई अड्डे के निर्माण के संबंध में यथोचित कार्यवाही की जन अपेक्षा है।संसदीय क्षेत्र में कोयला खदानों की बहुतायत होने के कारण अंचल के कोयला खदानों में जमा पानी के बेहतर प्रबंधन हेतु पानी के उपयोग के लिए वॉटर पॉलिसी (लिपी) बनाकर उस पानी का उपयोग पेय जल एवं सीचाई के लिए किये जाने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही जन अपेक्षा है।मध्यप्रदेश के मूल रूप से पिछड़े जिले,अनूपपुर,शहडोल,उमरिया,मंडला, डिंडौरी,धार,बडवानी, रतलाम,झाबुआ अभी भी शिक्षा, स्वास्थ एवं अन्य विषयों में काफी पिछड़ा क्षेत्र हैं,इस क्षेत्र के नागरिकों को राष्ट्र की मुख्य धारा में लाने के लिए भारतीय संविधान में प्रदत् अनुच्छेद 276 के तहत इन क्षेत्रों को मिलाकर एक विशेष प्राधीकरण का निर्माण किया जाना आवश्यक है जैसा कि झारखंड राज्य के निर्माण के पूर्व झारखंड विकास प्राधिकरण की स्थापना की गई थी, इस अंचल के अनुसूचित जाति जनजाति के नागरिकों को आगे बढानें में यह प्राधिकरण मील का पत्थर साबित होगा।अंचल में जितनी भी छोटी-बड़ी नदियां स्थित हैं उनका सर्वेक्षण कराकर छोटे बाँध एवं लिफ्ट ऐरिकेशन के माध्यम से सिचाई सुविधाओं का विस्तार किया जावे। 14. अंचल में कृषि महाविद्यालय,फिजिकल ऐजुकेशन से संबंधित महाविद्यालय
की स्थापना के संबंध में निर्देश जारी हो।अमरकंटक स्थित वन विद्यालय का विस्तार किया जाकर उसे रेंजर ट्रेंनिंग सेंटर के रूप में विकसीत किया जावे।इस अंचल में सैनिक स्कूल खोले जाने की मांग लम्बे समय से की जा रही है, सैनिक स्कूल एवं दूसरा नवोदय विद्यालय तीनों जिलो में खोले जाने के संबंध में निर्देश जारी हो।स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए नागपुर के लिए नई ट्रेन चलाई जाए या फिर चल रही ट्रेनों में से किसी ट्रेन को विस्तारित कर नागपुर या इतवारी तक भेजा जाए या अंबिकापुर से मुंबई के लिए वाया नागपुर सीधी ट्रेन सेवा प्रारंभ की जाए।कोरोना के बाद से बंद पड़ी दो अंत्योदय ट्रेन बिलासपुर-फिरोजपुर एवं बिलासपुर- बीकानेर को फिर से चालू कराया जाए।एवं चिरमिरी से रीवा एवं रीवा से चिरमिरी के मध्य संचालित हो रही सप्ताह में 3 दिन ट्रेन को नियमित किया जाए।कोरोना के पहले यह ट्रेन नियमित चलती थी एवं रेलवे को अच्छा राजस्व देती थी इसे तत्काल नियमित कराया जाए।
             उन्होंने प्रधानमंत्री जी से कहा कि उपरोक्त प्रस्ताव एवं सुझाव इस आदिवासी अंचल के विकास में नया आयाम स्थापित करेंगी।उपरोक्त विषयों का अविलंब परीक्षण कराकर यथा शीघ्र कार्यवाही कराई जाए।

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