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खाद्य मंत्री के निर्देश के बाद भी नहीं हो सका बैगा बाहुल्य पचरीपानी गांव में पहुंचने के लिए रोड की स्वीकृति

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंंचलधारा) जिला मुख्यालय अनूपपुर से लगभग 15 कि.मी.दूर स्थित ग्राम पंचायत लखनपुर के आश्रित बैगा बाहुल्य पचरीपानी ने ग्रामीणों,ग्राम पंचायत के कई सरपंचों के साथ जिले के विधायक एवं सरकार के मंत्री द्वारा लिखे गए पत्रों एवं फोन पर चर्चा के बाद भी अब तक रोड निर्माण के लिए जिला प्रशासन द्वारा किसी भी तरह की कार्यवाही ग्रामीणों के समक्ष,समझ में ना आने से ग्रामीण परेशान हैं। वही एक बार फिर से आने वाले वर्षा काल में बैगा जनजाति समाज के गांव वालों को भीषण समस्या का सामना करना पड़ेगा जिसके लिए जिला प्रशासन ही जिम्मेदार माना जाएगा।
             ज्ञातव्य हो कि ग्राम पंचायत लखनपुर के बसाहट टोला पचरीपानी मैं बैगा(भुमिया) जनजाति के साथ गोंड समाज के 25 घरों में लगभग सवा सौ ग्रामीणों की बस्ती है। जो चारों ओर से वन क्षेत्र से घिरा हुआ है गांव में पहुंचने के लिए ग्रामीणों ग्राम पंचायत के कई सरपंचों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा जिले के जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन से अनेकों बार मार्ग निर्माण की मांग रखी जाने के बाद भी वर्तमान समय तक मार्ग निर्माण के संबंध में पत्राचार तक की जानकारी नहीं मिल पाने से ग्रामीण परेशान हैं।जिससे एक बार फिर आने वाले वर्षा काल में मार्ग ना होने से कीचड़-कादो के बीच आवागमन करने को मजबूर होना पड़ेगा।इस गांव के बैगा समाज के लोग गांव के राजस्व एवं वनाअधिकार प्राप्त भूमि पर खेती कर तथा मजदूरी मूलक कार्य कर अपनी आजीविका चलाते आ रहे हैं,बसाहट-टोला के तीन ओर जंगल तथा पहाड़ होने से मुख्य बाजार अनूपपुर आने के लिए एक मात्र पचरीपानी से अगरियानार-लखनपुर पगडंडी रास्ता है जिसे कई वर्षों पूर्व वन विभाग द्वारा पेड़ों की कटाई दौरान अपने वाहनों को निकालने के लिए रास्ता बनाया रहा है जो निरंतर वर्षा के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त स्थिति में है।वही वर्षा काल दौरान गांव में बीमारी या अन्य कार्य होने पर ना तो कोई वाहन से पचरीपानी गांव तक जा सकता है न हीं गांव से कोई बाहर अन्य इलाके में आ-जा सकता है,मार्ग निर्माण हेतु वर्ष 2009 में ग्राम पंचायत के प्रस्ताव के आधार पर जिला प्रशासन द्वारा सामुदायिक दावा का अधिकार भी प्रदाय किया गया है जिसके तहत ग्रामीण व ग्राम पंचायत के सरपंचों द्वारा विगत कई वर्षों से जिला प्रशासन एवं जिला मुख्यालय अनूपपुर के विधायक एवं मध्यप्रदेश सरकार के खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह के समक्ष मार्ग निर्माण की बात रखते हुए पत्र सौंपा गए जिस पर मंत्री द्वारा भी अनेकों बार जिला प्रशासन को बैगा बाहुल्य पचरीपानी गांव तक मार्ग निर्माण कराए जाने हेतु प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृत किए जाने के निर्देश दिए गए किंतु निरंतर निर्देशों के बाद भी वर्तमान समय तक जिला प्रशासन के द्वारा मार्ग निर्माण का सर्वेक्षण व वन विभाग से मार्ग निर्माण हेतु अनुमति के लिए पत्राचार तक नहीं किए जाने की जानकारी पंचायत को नहीं है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
             ज्ञातव्य हो कि विगत वर्ष 2022 के अक्टूबर में अचानक वर्षा होने एवं पचरीपानी में उल्टी दस्त की शिकायतों पर मरीजों को जिला चिकित्सालय जाने तक के लिए एंबुलेंस जैसा वाहन बमुश्किल पहुंच पाता रहा है मार्ग ना होने के कारण ग्रामीण जन अपने पीड़ित मरीजों को साइकल,पैदल व अन्य संसाधनों से एंबुलेंस तक या अस्पताल तक लेकर आते रहे हैं मुख्य मार्ग लखनपुर से अगरियानार होकर पचरीपानी तक मार्ग निर्माण एवं मध्य में पचरी नाला एवं एक अन्य नाले पर पुलिया निर्माण की मांग को लेकर एक बार फिर ग्रामीणों ने पत्र लिखा है।इसके साथ ही जिला मुख्यालय के वन्यजीव संरक्षक एवं सामाजिक कार्यकर्ता शशिधर अग्रवाल ने जिले के मंत्री बिसाहूलाल सिंह,जिला पंचायत अध्यक्ष,कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत अनूपपुर को पत्र लिखकर इस मार्ग के सर्वेक्षण कराते जाने,वन विभाग से अनुमति लेकर मार्ग निर्माण कराए जाने की मांग रखी है।

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