(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत परसवार के ग्राम मौहरी में कोयलारीटोला में स्थित देवस्थल पर पड़ोस के पट्टेदार द्वारा खलिहान एवं निस्तार सामग्री रखने के नाम पर अतिक्रमण कर रखे जाने पर आपत्ति करते हुए ग्राम पंचायत सरपंच एवं ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर को जनसुनवाई के दौरान आवेदन देकर देवस्थल के लिए आरक्षित शासकीय भूमि का सीमांकन कराए जाने तथा किए गए अतिक्रमण को हटाकर स्थल को सुरक्षित किए जाने की मांग की है।
इस संबंध में ग्राम पंचायत परसवार सरपंच संतोषी बाई कोल एवं ग्राम मौहरी के कोयलारी टोला के ग्रामीणों द्वारा जन सुनवाई के दौरान कलेक्टर कार्यालय में सौपे गए दस्तावेज एवं पत्रों में उल्लेख करते हुए बताया कि ग्राम मौहरी के कोयलारीटोला में विगत 70 वर्षों से ग्रामीण जन शासकीय भूमि खसरा नंबर 156/1ख रकवा 0,214 हे,भूमि सुरक्षित है पर विगत कई वर्षों से पड़ोस के ग्राम दुलहरा निवासी तुलीराम पटेल पिता गोवर्धन पटेल जो देवस्थल से लगी भूमि को खरीद कर अपना मकान व खेत-वाड़ी बना रखा है।जिससे लगी देवस्थल की भूमि की ओर अपना दरवाजा निकालकर देवस्थल की भूमि पर दिन पर दिन अवैध रूप से कब्जा करते आ रहा है।वर्तमान समय में तुलीराम पटेल अपने परिवार के साथ देवस्थल की भूमि को कब्जा कर खलिहान बना रखा है।वही ट्रैक्टर व अपनी अन्य निजी सामग्रियों को रख कब्जा किए हुए हैं।जिससे ग्रामीणों को एकमात्र देवस्थल में पूजा पाठ व अन्य धार्मिक आयोजन करने में परेशानी हो रही है।जिसे हटाए जाने की बात पर अवैध कब्जाधारी पटेल व उसके परिजन आदिवासी समुदाय के ग्रामीणों के साथ अभद्रता कर गाली-गलौज व मारपीट करने तक को तैयार रहता है।
ग्रामीणों द्वारा विगत 15 वर्षों से निरंतर जिला प्रशासन जिले के जनप्रतिनिधियों के समक्ष गांव के एक मात्र सार्वजनिक देवस्थल की भूमि को बचाए रखने के लिए स्थल के सीमांकन कराए जाने व अतिक्रमण किए गए स्थल को मुक्त कराते हुए देवस्थल की भूमि को सुरक्षित कराए जाने की मांग की है।किंतु अब तक जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा किसी भी तरह का हस्तक्षेप न किए जाने से अतिक्रमणकारी पटेल के हौसले बढ़ते जा रहे हैं।जिससे वह धीरे-धीरे पूरे देवस्थल को अपने कब्जे में कर रखा है।जिसे हटाए जाने हेतु एक बार फिर से ग्रामीणों ने सरपंच के साथ कलेक्टर अनूपपुर को दस्तावेजों सहित पत्र सौंपकर स्थल का सीमांकन कराने एवं अतिक्रमण को हटवाते हुए स्थल को सुरक्षित कराए जाने की मांग की है।
इस संबंध में ग्राम पंचायत परसवार सरपंच संतोषी बाई कोल एवं ग्राम मौहरी के कोयलारी टोला के ग्रामीणों द्वारा जन सुनवाई के दौरान कलेक्टर कार्यालय में सौपे गए दस्तावेज एवं पत्रों में उल्लेख करते हुए बताया कि ग्राम मौहरी के कोयलारीटोला में विगत 70 वर्षों से ग्रामीण जन शासकीय भूमि खसरा नंबर 156/1ख रकवा 0,214 हे,भूमि सुरक्षित है पर विगत कई वर्षों से पड़ोस के ग्राम दुलहरा निवासी तुलीराम पटेल पिता गोवर्धन पटेल जो देवस्थल से लगी भूमि को खरीद कर अपना मकान व खेत-वाड़ी बना रखा है।जिससे लगी देवस्थल की भूमि की ओर अपना दरवाजा निकालकर देवस्थल की भूमि पर दिन पर दिन अवैध रूप से कब्जा करते आ रहा है।वर्तमान समय में तुलीराम पटेल अपने परिवार के साथ देवस्थल की भूमि को कब्जा कर खलिहान बना रखा है।वही ट्रैक्टर व अपनी अन्य निजी सामग्रियों को रख कब्जा किए हुए हैं।जिससे ग्रामीणों को एकमात्र देवस्थल में पूजा पाठ व अन्य धार्मिक आयोजन करने में परेशानी हो रही है।जिसे हटाए जाने की बात पर अवैध कब्जाधारी पटेल व उसके परिजन आदिवासी समुदाय के ग्रामीणों के साथ अभद्रता कर गाली-गलौज व मारपीट करने तक को तैयार रहता है।
ग्रामीणों द्वारा विगत 15 वर्षों से निरंतर जिला प्रशासन जिले के जनप्रतिनिधियों के समक्ष गांव के एक मात्र सार्वजनिक देवस्थल की भूमि को बचाए रखने के लिए स्थल के सीमांकन कराए जाने व अतिक्रमण किए गए स्थल को मुक्त कराते हुए देवस्थल की भूमि को सुरक्षित कराए जाने की मांग की है।किंतु अब तक जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा किसी भी तरह का हस्तक्षेप न किए जाने से अतिक्रमणकारी पटेल के हौसले बढ़ते जा रहे हैं।जिससे वह धीरे-धीरे पूरे देवस्थल को अपने कब्जे में कर रखा है।जिसे हटाए जाने हेतु एक बार फिर से ग्रामीणों ने सरपंच के साथ कलेक्टर अनूपपुर को दस्तावेजों सहित पत्र सौंपकर स्थल का सीमांकन कराने एवं अतिक्रमण को हटवाते हुए स्थल को सुरक्षित कराए जाने की मांग की है।
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