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भाजपा भगाओ देश बचाओ नारे के साथ पदयात्रा शुरू करेगी भाकपा अनूपपुर, कोतमा सीट से लड़ेगी चुनाव

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंंचलधारा) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव मंडल सदस्य कामरेड बिजेंद्र सोनी एडवोकेट ने प्रेस बयान जारी कर बताया कि भाकपा  म.प्र. राज्य कार्यकारिणी की बैठक दिनाँक 18 और 19 मार्च को राज्य मुख्यालय शाकिर सदन में आयोजित हुई।बैठक में सभी सचिव मंडल सदस्य एवं कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित हुए।बैठक मे चर्चा उपरान्त लिये गए निर्णय में भाकपा ने समूचे मध्यप्रदेश में आगामी 14 अप्रेल से 14 मई तक भाजपा हटाओ-देश बचाऔ नारे के साथ पदयात्रा प्रारंभ करने जा रही है।उसी तारतम्य में अनूपपुर जिले में भाकपा पदयात्रा आयोजित करेगी।
        जिसका रूट चार्ट भाकपा अनूपपुर जिला परिषद की बैठक में अंतिम रूप से तय किया जाएगा।बैठक में पिछले दिनों हुए  विचार विमर्श व निर्णय की रिपोर्टिंग कामरेड हरिद्वार सिंह ने की।बैठक मे इस वर्ष प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं इसलिये सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि विगत राज्य परिषद बैठक में तय किये गए मानदंडों को पूरा करने वाले क्षेत्रों से ही चुनाव लड़ा जाएगा।कुछ सीटों के नाम प्राथमिक रूप से तय किया गया जिनमे कोतमा, अनूपपुर बड़वारा,देवसर,चुरहट,गुढ़,भोपाल,इंदौर 2, ग्वालियर( हजीरा ), गुना, राजपुर और सेंधवा शामिल हैं। अन्य स्थानों का चयन भी किया जायेगा।
             जन समस्याओं पर पदयात्रा-राष्ट्रीय परिषद के आव्हान के अनुसार बेतहाशा बढ़ती मंहगाई,भ्रष्टाचार  गरीबी और बेरोजगारी और सरकार प्रायोजित साम्प्रदायिक नफरत व विभाजन की राजनीति के खिलाफ तथा अडानी मोदी आर्थिक घोटाले की जांच जेपीसी से कराने की मांग के साथ स्थानीय मुद्दों को लेकर 14 अप्रैल से 14 मई तक सभी जिलों मे "भाजपा भगाए देश बचाओ के नारे के तहत पदयात्राएं आयोजित की जाएगी।
       कामरेड विजेंद्र सोनी एडवोकेट ने बताया कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मेहनतकशो के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए इस चुनाव में संप्रदायिक ताकतों को शिकस्त देकर एक जन हितैषी लोकतांत्रिक सरकार के गठन की प्रक्रिया में अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करेगी।   
              अनूपपुर जिला अंतर्गत कोतमा विधानसभा एवं अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र जो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का परंपरागत सीट है उस पर अपनी पूरी ताकत के साथ उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारेगी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की कोशिश होगी कि धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक मतों के विभाजन को रोका जाए और एक जनतांत्रिक तरीके से क्षेत्र का प्रतिनिधित्व लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के पक्ष में खड़े लोगों के हाथों में आए।

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