(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) जिला चिकित्सालय अनूपपुर में बिजुरी अस्पताल से रेफर 65 वर्षीय अज्ञात वृद्धा की उपचार दौरान मौत हो जाने पर अज्ञात वृद्धा की पहचान कराने के लिए प्रयास किए जा रहे थे।इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रयास से अज्ञात वृद्धा जो बिजुरी नगर की निवासी रही की पहचान हो सकी।जिसके परिजन मृतिका के शव का अंतिम का क्रियाकलाप कर सके।
विवरण में मिली जानकारी अनुसार जनपद पंचायत कोतमा के ग्राम पंचायत मझौली अंतर्गत उमरदा र्में विगत 15-20 दिनों से एक अज्ञात वृद्ध महिला जिस की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण कुछ बोल बता नहीं पा रही थी को ग्राम पंचायत सरपंच चंदा पनिका एवं ग्रामीणों द्वारा खाने पीने की व्यवस्था कर रहे थे। इस दौरान वृद्धा की अचानक तबीयत ज्यादा खराब होने पर सरपंच द्वारा उसे उपचार हेतु बिजुरी अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए ड्यूटी डॉक्टर द्वारा बेहतर उपचार हेतु जिला चिकित्सालय अनूपपुर रेफर किया गया। जहां उपचार दौरान 5 फरवरी की सुबह अज्ञात वृद्ध महिला की मौत हो जाने पर उसके शिनाख्त का पुलिस एवं जिला अस्पताल द्वारा प्रयास किया जा रहा था,पहचान न होने के कारण पुलिस सहायता केंद्र अनूपपुर के प्रधान आरक्षक मसांराम सिंह मार्को द्वारा जिला मुख्यालय अनूपपुर के सामाजिक कार्यकर्ता शशिधर अग्रवाल को अज्ञात वृद्धा की पहचान कराए जाने के प्रयास किए जाने की बात किए जाने पर शशिधर अग्रवाल द्वारा जिले के सभी हिस्सों में तथा पड़ोस के छत्तीसगढ़ राज्य के इलाकों में व्हाट्सएप के माध्यम से सूचनाएं भेजी गई तथा अनेकों साथियों,जनपद प्रतिनिधियों से बातचीत की गई जिस पर देर शाम बिजुरी के समाजसेवी संदीप अग्रवाल एवं ग्राम पंचायत मझौली सरपंच चंदा पालिका ने अज्ञात महिला के बारे में कुछ जानकारी दी। जिसके बाद लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी अनूपपुर में पदस्थ हैंडपंप टेक्नीशियन हीरालाल कोल एवं ग्राम पंचायत बेलियाबड़ी उपसरपंच ओम प्रकाश पांडेय ने बताया कि यह वृद्ध महिला बेलियाबड़ी गांव की है। जिसका ससुराल बिजुरी में है।जिस पर देर रात परिजनों से संपर्क कर फोटो के माध्यम से पहचाने जाने पर परिजनों को दूसरे दिन जिला चिकित्सालय बुलाकर अज्ञात वृद्ध महिला जिसका नाम सुखिया बाई पति स्व.भैयालाल कोल निवासी वार्ड नंबर 7 कपिलधारा बिजुरी के रूप में हो सकी,परिजनों ने बताया कि सुखिया बाई के पति भैयालाल कोल का 20-22 वर्ष पूर्व बीमारी के कारण निधन हो चुका है।तथा उसकी कोई औलाद नहीं है।वह मानसिक रूप से विक्षिप्त होने के कारण अक्सर घूमने फिरने निकल जाती रही है। जिसे अनेकों वार खोजबीन कर घर बिजुरी या मायका बेलियाबडी ले जाते रहे हैं।विगत एक माह से वह घर से निकली रही जिसकी परिजनों द्वारा खोजबीन की जा रही थी।मृतिका के शव को जिला चिकित्सालय अनूपपुर पुलिस द्वारा परिजनों को सौंपा गया।जिससे पूरे रीति रिवाज से परिजनों द्वारा उसका अंतिम संस्कार किया गया।
विवरण में मिली जानकारी अनुसार जनपद पंचायत कोतमा के ग्राम पंचायत मझौली अंतर्गत उमरदा र्में विगत 15-20 दिनों से एक अज्ञात वृद्ध महिला जिस की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण कुछ बोल बता नहीं पा रही थी को ग्राम पंचायत सरपंच चंदा पनिका एवं ग्रामीणों द्वारा खाने पीने की व्यवस्था कर रहे थे। इस दौरान वृद्धा की अचानक तबीयत ज्यादा खराब होने पर सरपंच द्वारा उसे उपचार हेतु बिजुरी अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए ड्यूटी डॉक्टर द्वारा बेहतर उपचार हेतु जिला चिकित्सालय अनूपपुर रेफर किया गया। जहां उपचार दौरान 5 फरवरी की सुबह अज्ञात वृद्ध महिला की मौत हो जाने पर उसके शिनाख्त का पुलिस एवं जिला अस्पताल द्वारा प्रयास किया जा रहा था,पहचान न होने के कारण पुलिस सहायता केंद्र अनूपपुर के प्रधान आरक्षक मसांराम सिंह मार्को द्वारा जिला मुख्यालय अनूपपुर के सामाजिक कार्यकर्ता शशिधर अग्रवाल को अज्ञात वृद्धा की पहचान कराए जाने के प्रयास किए जाने की बात किए जाने पर शशिधर अग्रवाल द्वारा जिले के सभी हिस्सों में तथा पड़ोस के छत्तीसगढ़ राज्य के इलाकों में व्हाट्सएप के माध्यम से सूचनाएं भेजी गई तथा अनेकों साथियों,जनपद प्रतिनिधियों से बातचीत की गई जिस पर देर शाम बिजुरी के समाजसेवी संदीप अग्रवाल एवं ग्राम पंचायत मझौली सरपंच चंदा पालिका ने अज्ञात महिला के बारे में कुछ जानकारी दी। जिसके बाद लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी अनूपपुर में पदस्थ हैंडपंप टेक्नीशियन हीरालाल कोल एवं ग्राम पंचायत बेलियाबड़ी उपसरपंच ओम प्रकाश पांडेय ने बताया कि यह वृद्ध महिला बेलियाबड़ी गांव की है। जिसका ससुराल बिजुरी में है।जिस पर देर रात परिजनों से संपर्क कर फोटो के माध्यम से पहचाने जाने पर परिजनों को दूसरे दिन जिला चिकित्सालय बुलाकर अज्ञात वृद्ध महिला जिसका नाम सुखिया बाई पति स्व.भैयालाल कोल निवासी वार्ड नंबर 7 कपिलधारा बिजुरी के रूप में हो सकी,परिजनों ने बताया कि सुखिया बाई के पति भैयालाल कोल का 20-22 वर्ष पूर्व बीमारी के कारण निधन हो चुका है।तथा उसकी कोई औलाद नहीं है।वह मानसिक रूप से विक्षिप्त होने के कारण अक्सर घूमने फिरने निकल जाती रही है। जिसे अनेकों वार खोजबीन कर घर बिजुरी या मायका बेलियाबडी ले जाते रहे हैं।विगत एक माह से वह घर से निकली रही जिसकी परिजनों द्वारा खोजबीन की जा रही थी।मृतिका के शव को जिला चिकित्सालय अनूपपुर पुलिस द्वारा परिजनों को सौंपा गया।जिससे पूरे रीति रिवाज से परिजनों द्वारा उसका अंतिम संस्कार किया गया।
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