(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) विगत 19 व 20 नवम्बर को दो दिवसीय ऐतिहासिक राज्य सम्मेलन अनूपपुर में सम्पन्न हुआ।जिसमें सम्पूर्ण मध्यप्रदेश के 131 साहित्यकारों के साथ ही झारखंड,छत्तीसगढ़,दिल्ली,पंजाब के लगभग 150 साहित्यकारों ने हिस्सा लिया।इस अभूतपूर्व सम्मेलन ने मध्यप्रदेश में आयोजित सम्मेलनों के चरम पर परचम लहरा कर साबित कर दिया कि अनूपपुर नगर भले ही छोटा हो पर इस नगर के साहित्यकारों और इस नगर के वासियों का हौंसला बहुत बड़ा है।बाहर से आए अतिथियों के रुकने की व्यवस्था धनपुरी गेस्टहाउस,अनूपपुर गेस्टहाउस,सर लगन पैलेस,विजेन्द्र सोनी के निवास,होटल गोविन्दम तथा सिद्धि विनायक मैरिज गार्डन में की गई।यह उल्लेखनीय है कि सिद्धि विनायक मैरिज गार्डन में रुकने की व्यवस्था इसके मालिक द्वारा निःशुल्क की गई थी।इस तरह इस आयोजन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।अतिथियों के भोजन की व्यवस्था सर लगन पैलेस में की गई।इसकी व्यवस्था दिनेश पटेल ने बड़ी निपुणता से सँभाल कर सुस्वादु और स्तरीय भोजन परोसकर सब का मन मोह लिया।इस आयोजन में मध्यप्रदेश प्रलेस की तमाम इकाईयों,प्रलेस मध्यप्रदेश, प्रलेस अनूपपुर और अनूपपुर के सम्मानित नागरिकों का भी अभूतपूर्व योगदान रहा।नगर की साज सज्जा और मंच की सजावट ने इस सम्मेलन में चार चाँद लगा दिए।स्थान-स्थान पर बैनर और कविता पोस्टर ने सम्मेलन स्थल और नगर को चित्ताकर्षक बना दिया ।इस कार्य को अंजाम हमारे साथी ललित दुबे और संजय विश्वास ने दिया व सारा खाका विजेन्द्र सोनी ने तैयार किया।सम्माननीय अतिथियों ने इस सम्मेलन को,मध्यप्रदेश में आयोजित सम्मेलनों में सफलतम सम्मेलनों में से एक निरूपित किया।
18 नवम्बर को पत्रकार वार्ता हुई जिसमें शैलेंद्र शैली, विनीत तिवारी, विजेंद्र सोनी,गिरीश पटेल और मुकेश बिजौले ने इस सम्मेलन के आयोजन तथा प्रलेस के संबंध में प्रकाश डाला और पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। 19 नवम्बर को 12 बजे प्रतिनिधि सत्र का आयोजन हुआ जिसमें सभी इकाई के प्रतिनिधियों ने अपनी इकाई के बारे में जानकारी प्रस्तुत की इसका संचालन प्रदेश के महासचिव शैलेंद्र शैली ने किया।इस कार्यक्रम में सचिव मंडल के सदस्य विनीत तिवारी,प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, प्रदेश सचिव शैलेंद्र शैली और अनूपपुर के अध्यक्ष गिरीश पटेल मंचासीन थे।शाम 4.30 बजे साहित्यकारों ने एक वृहद रैली निकालकर नगर में ऊर्जा और उत्साह का संचार किया।यह रैली कार्यक्रम ‘स्थल सर लगन पैलेस’ से निकलकर स्टेशन चौराहे पर जाकर एक सभा में परिवर्तित हुई फिर दूसरे मार्ग से होती हुई ‘सर लगन पैलेस’ में आकर समाप्त हो गई।
5.30 बजे उद्घाटन सत्र प्रारंभ हुआ,जिसमें
आयोजन समिति के अध्यक्ष रमेश सिंह व महासचिव विजेन्द्र सोनी के साथ मुख्य अतिथि गौहर रज़ा,अध्यक्ष विभूति नारायण राय व विशिष्ट अतिथि सुखदेव सिंह सिरसा के साथ ही,प्रलेस मध्यप्रदेश के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा,सचिव शैलेंद्र शैली,अखिल भारतीय प्रलेस के सचिव मण्डल के सदस्य विनीत तिवारी,आयोजन समिति के अध्यक्ष मण्डल के सदस्य और कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।इस सत्र में अतिथियों के स्वागत में मीना सिंह व नरेंद्र सिंह ने गीत प्रस्तुत किए तथा छत्तीसगढ़ के कलाकार नसीर भाई और उनके साथियों ने अपने गीत से सबका मन मोह लिया।इस सत्र में पुस्तकों के विमोचन के साथ ही अतिथियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।इसका संचालन विजेन्द्र सोनी और गिरीश पटेल ने किया।इसके पश्चात कवि सम्मेलन प्रारंभ हुआ जिसमें दूर दराज़ से आए कवियों ने अपनी शानदार रचनाएँ प्रस्तुत कीं जिसमें बघेली की सुन्दर रचनाएँ भी शामिल थीं।इसका संचालन गिरीश पटेल और संतोष द्विवेदी ने किया।
दूसरे दिन के कार्यक्रम में 10 बजे प्रगतिशील लेखन आंदोलन चुनौतियाँ और दायित्व विषयक वैचारिक सत्र आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता राजेंद्र शर्मा ने की जिसमें वक्ताओं ने अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए इसका संचालन विनीत तिवारी ने किया।इसके पश्चात केदारनाथ स्मृति सत्र का आयोजन हुआ जिसमें विषय बदलती राज नैतिक परिस्थितियों में लेखकों की भूमिका पर विद्वानों ने अपने मत प्रकट किए।भोजनावकाश के पश्चात सांगठनिक सत्र प्रारंभ हुआ जिसकी अध्यक्षता राजेंद्र शर्मा और संचालन शैलेंद्र शैली ने किया।इस सत्र में सांगठनिक चुनाव विधिपूर्वक किये गये जिसमें सेवा राम त्रिपाठी को अध्यक्ष तथा तरुण गुहा नियोगी को सचिव चुना गया। अध्यक्ष मण्डल में अनूपपुर से गिरीश पटेल को तथा सचिव मण्डल में विजेन्द्र सोनी को तथा कार्यकारिणी में अनूपपुर से रामनारायण पाण्डेय और बालगंगाधर सेंगर को सदस्य चुना गया।
चुनाव के पश्चात स्मृति शेष पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष भाईलाल पटेल की फ़र्म से अतिथियों को स्मृति चिह्न पल्लविका पटेल,चंद्रकांत पटेल और गिरीश पटेल द्वारा प्रदान कर उनका सम्मान किया गया।शेष अतिथियों का सम्मान राजेंद्र शर्मा के द्वारा स्मृति चिन्ह देकर किया गया।इस तरह इस भव्य सम्मेलन का समापन सम्पन्न हुआ।
18 नवम्बर को पत्रकार वार्ता हुई जिसमें शैलेंद्र शैली, विनीत तिवारी, विजेंद्र सोनी,गिरीश पटेल और मुकेश बिजौले ने इस सम्मेलन के आयोजन तथा प्रलेस के संबंध में प्रकाश डाला और पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। 19 नवम्बर को 12 बजे प्रतिनिधि सत्र का आयोजन हुआ जिसमें सभी इकाई के प्रतिनिधियों ने अपनी इकाई के बारे में जानकारी प्रस्तुत की इसका संचालन प्रदेश के महासचिव शैलेंद्र शैली ने किया।इस कार्यक्रम में सचिव मंडल के सदस्य विनीत तिवारी,प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, प्रदेश सचिव शैलेंद्र शैली और अनूपपुर के अध्यक्ष गिरीश पटेल मंचासीन थे।शाम 4.30 बजे साहित्यकारों ने एक वृहद रैली निकालकर नगर में ऊर्जा और उत्साह का संचार किया।यह रैली कार्यक्रम ‘स्थल सर लगन पैलेस’ से निकलकर स्टेशन चौराहे पर जाकर एक सभा में परिवर्तित हुई फिर दूसरे मार्ग से होती हुई ‘सर लगन पैलेस’ में आकर समाप्त हो गई।
5.30 बजे उद्घाटन सत्र प्रारंभ हुआ,जिसमें
आयोजन समिति के अध्यक्ष रमेश सिंह व महासचिव विजेन्द्र सोनी के साथ मुख्य अतिथि गौहर रज़ा,अध्यक्ष विभूति नारायण राय व विशिष्ट अतिथि सुखदेव सिंह सिरसा के साथ ही,प्रलेस मध्यप्रदेश के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा,सचिव शैलेंद्र शैली,अखिल भारतीय प्रलेस के सचिव मण्डल के सदस्य विनीत तिवारी,आयोजन समिति के अध्यक्ष मण्डल के सदस्य और कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।इस सत्र में अतिथियों के स्वागत में मीना सिंह व नरेंद्र सिंह ने गीत प्रस्तुत किए तथा छत्तीसगढ़ के कलाकार नसीर भाई और उनके साथियों ने अपने गीत से सबका मन मोह लिया।इस सत्र में पुस्तकों के विमोचन के साथ ही अतिथियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।इसका संचालन विजेन्द्र सोनी और गिरीश पटेल ने किया।इसके पश्चात कवि सम्मेलन प्रारंभ हुआ जिसमें दूर दराज़ से आए कवियों ने अपनी शानदार रचनाएँ प्रस्तुत कीं जिसमें बघेली की सुन्दर रचनाएँ भी शामिल थीं।इसका संचालन गिरीश पटेल और संतोष द्विवेदी ने किया।
दूसरे दिन के कार्यक्रम में 10 बजे प्रगतिशील लेखन आंदोलन चुनौतियाँ और दायित्व विषयक वैचारिक सत्र आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता राजेंद्र शर्मा ने की जिसमें वक्ताओं ने अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए इसका संचालन विनीत तिवारी ने किया।इसके पश्चात केदारनाथ स्मृति सत्र का आयोजन हुआ जिसमें विषय बदलती राज नैतिक परिस्थितियों में लेखकों की भूमिका पर विद्वानों ने अपने मत प्रकट किए।भोजनावकाश के पश्चात सांगठनिक सत्र प्रारंभ हुआ जिसकी अध्यक्षता राजेंद्र शर्मा और संचालन शैलेंद्र शैली ने किया।इस सत्र में सांगठनिक चुनाव विधिपूर्वक किये गये जिसमें सेवा राम त्रिपाठी को अध्यक्ष तथा तरुण गुहा नियोगी को सचिव चुना गया। अध्यक्ष मण्डल में अनूपपुर से गिरीश पटेल को तथा सचिव मण्डल में विजेन्द्र सोनी को तथा कार्यकारिणी में अनूपपुर से रामनारायण पाण्डेय और बालगंगाधर सेंगर को सदस्य चुना गया।
चुनाव के पश्चात स्मृति शेष पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष भाईलाल पटेल की फ़र्म से अतिथियों को स्मृति चिह्न पल्लविका पटेल,चंद्रकांत पटेल और गिरीश पटेल द्वारा प्रदान कर उनका सम्मान किया गया।शेष अतिथियों का सम्मान राजेंद्र शर्मा के द्वारा स्मृति चिन्ह देकर किया गया।इस तरह इस भव्य सम्मेलन का समापन सम्पन्न हुआ।
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