(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) जिले से लगभग 25 किलोमीटर दूर पयारी नंबर 2 में अजीबोगरीब घटना अचानक पहली बार देखने को मिली।जहां शासकीय विद्यालय की छात्राएं हायर सेकेंडरी स्कूल की 10वीं एवं 11वीं की पांच छात्राएं अचानक रोने और चिल्लाने लगीं।स्कूल के स्टाफ की सूचना पर तत्काल डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची।करीब आधा घंटे उपचार के बाद सभी सामान्य हो गई,तभी दूसरी छात्राएं भी रोने और चिल्लाने लगी।इनमें से तीन छात्राओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर इसे फंक्शनल या हिस्टीरिया नामक बीमारी बता रहे हैं। छात्राओं के परिजन इसे प्रेत आत्मा का साया बता रहे हैं।यह देखकर स्कूल के प्राचार्य ने अपर कलेक्टर सरोधन सिंह को इस बारे में अवगत कराया।अपर कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ डॉक्टर एस.सी.राय ने स्कूल में तत्काल मेडिकल टीम भेजी। मेडिकल टीम मौके पर पहुंची तो उन्हें चार लड़कियां तेज रोते व चिल्लाने लगी। स्वास्थ्य अमले ने उन्हें प्राथमिक उपचार कराकर शांत कराया।
दौड़कर छत पर
जाने का किया प्रयास
जाने का किया प्रयास
मेडिकल टीम ने छात्राओं से पूछताछ की।उसी वक्त तीन और छात्राएं कुछ देर हंसी उसके बाद तेज रोते और चिल्लाते हुए बेहोश हो गईं।स्कूल में कुछ छात्राएं दौड़कर छत पर जाने का प्रयास कर रही थी।ऐसे में कूदने पर स्कूल स्टाफ और डॉक्टरों ने छात्राओं को पकड़ा।मेडिकल टीम छात्राओं की हालात बेकाबू होते देख उन्हें जिला अस्पताल ले आई। जिला अस्पताल में भी छात्राएं जमीन में लेटकर तेज आवाज में रोने और चिल्लाने लगी।छात्राओं को कड़ी मशक्कत के बाद वार्ड में भर्ती किया गया।जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार दिया।
ग्रामीण बोले भूत
प्रेत का मामला
प्रेत का मामला
ग्रामीण और छात्राओं के परिजन इसे भूत-प्रेत से जुड़ा मामला होने का दावा कर रहे हैं। हालांकि प्रशासनिक अफसर, स्कूल प्रबंधन और डॉक्टरों ने इससे साफ इंकार कर दिया। इस हायर सेकंडरी स्कूल में 450 से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। इस घटनाक्रम से स्कूल के शिक्षक व विद्यार्थी भी दहशत में आ गए। करीब दो घंटे तक शिक्षण कार्य भी प्रभावित रहा।
2 दिन डॉक्टरों की
निगाहें में रहेंगी छात्राएं
निगाहें में रहेंगी छात्राएं
सीएमएचओ डॉक्टर एस.सी.राय ने बताया कि तीन छात्राओं को जिला अस्पताल में साइकेट्रिक डॉ.धनीराम की निगरानी में भर्ती किया है।उन्हें दो दिन तक यहां रखा जाएगा।उनके व्यवहार और बीमारी का अध्ययन करने के बाद आगे निर्णय लेंगे। हालात सामान्य नहीं होने पर बाहर से मेडिकल की टीम को बुलाई जाएगी। जिले में इस तरह का पहला मामला देखने को मिला है। बीएमओ डॉ. प्रवीण शर्मा ने बताया कि फंक्शनल या हिस्टीरिया नामक बीमारी हो सकती है।यह ज्यादातर महिलाओं में होती रहती हैं।छात्राओं को प्राथमिक उपचार दिया गया है।
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