(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) जिले के प्राथमिक पाठशाला भाद में अव्यवस्थाओं के बीच विद्यालय संचालित हो रहा है। बताया गया कि स्कूल में 152 में छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं। विद्यालय में भवन की कमी होने की वजह से जर्जर भवन में छात्र-छात्राएं अध्ययन करने को मजबूर हैं।इस विद्यालय में सर्व शिक्षा अभियान के तहत 14 लाख 99 हजार रुपए की लागत से भवन बनना था। लगभग 7 महीने से भवन का निर्माण अधर में लटका हुआ हैं।ऐसे में ग्राम वासियों ने जिला कलेक्टर से मांग की गई है कि अधूरा पड़े भवन को जल्द से जल्द पूर्ण कराया जाए। इसके साथ दर्जन भर ग्रामीण उपसरपंच शिव शंकर प्रजापति के साथ स्कूल के प्राचार्य से भवन निर्माण कराने की मांग की है।जिसको लेकर स्कूल के प्राचार्य अंजली सिंह ने उच्च अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराने की बात कही है।ऐसी पुरानी बिल्डिंग जो जर्जर हालत में है। विभाग ने उन्हें क्यों सहेज कर रखा गया है। उसी परिसर में बच्चे मौजूद रहते हैं और ऐसे जर्जर भवन कभी भी जमींदोज हो सकते हैं।ऐसी घटनाओं पर जिम्मेदारी किसकी होगी। बताया जाता है कि जिले भर में ऐसे दर्जनों प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के परिषद में जर्जर भवन मौजूद हैं। जो कभी भी किसी बड़ी घटना को खुला आमंत्रण दे रहे है। यदि बारिश के समय में जब विद्यालय संचालित हो रहे हो तो नौनिहालों और विद्यालय स्टाफ के साथ बड़ी घटना घट सकती है।विभाग ने 43 जर्जर भवनों को डिस्मेंटल करने के लिए पीडब्लूडी को प्रस्ताव भेजा है, लेकिन अभी तक डिस्मेंटल नहीं किया गया।

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