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शासकीय जमीन को कराया अतिक्रमण से मुक्त अमरकंटक में चला मामा का बुलडोजर अतिक्रमण कर बना था आश्रम

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंंचलधारा) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पूरे प्रदेश से शासकीय भूमि को खाली कराने के लिए अतिक्रमण हटाओ अभियान तेजी से चल रहा है।उसी तारतम्य में अनूपपुर जिले की पर्यटन नगरी अमरकंटक में भी मामा शिवराज सिंह चौहान

का बुलडोजर चला और शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने में सफलता प्राप्त की।पुलिस ने अमरकंटक में रह रहे जगद्गुरु मौली सरकार के आश्रम को तोड़ा है।मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद नर्मदा के आसपास बने सभी अतिक्रमण को हटाया जा रहा है।
पवित्र नगरी अमरकंटक से उद्गमित नर्मदा नदी के संरक्षण, संवर्धन की दिशा में मध्यप्रदेश शासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा अनुसार शासकीय भूमि से अवैध अतिक्रमण को मुक्त करने के अभियान के तहत शहडोल संभाग के कमिश्नर राजीव शर्मा एवं कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना के मार्गदर्शन में अनुविभागीय दंडाधिकारी पुष्पराजगढ़ अभिषेक चौधरी के नेतृत्व में राजस्व, पुलिस एवं नगर परिषद के अमले के साथ संयुक्त रुप से  अतिक्रमण कार्यवाही की गई।
        अमरकंटक के नर्मदा नदी के संरक्षित क्षेत्र के अंतर्गत अतिक्रमण कार्यवाही के तहत कपिला संगम में मौली सरकार के आश्रम क्षेत्र 2 एकड़ के भूमि पर अवैध अतिक्रमण की कार्यवाही के तहत 4 पक्के निर्माण व तार फिसिंग हटाई गई है। इसी तरह अमरकंटक क्षेत्र के सुप्रसिद्ध माई की बगिया के पास सोमेश्वर गिरी द्वारा अतिक्रमित 0.5 एकड़ शासकीय भूमि को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है यहां से दो पक्के 2 पक्के निर्माण भी हटाए गए हैं।

अतिक्रमण कर 
किया नया निर्माण

गुरुवार को जिला कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना के निर्देशन में दो आश्रमों में अलग-अलग जगहों पर प्रशासन का बुलडोजर चला। पवित्र नगरी अमरकंटक के कपिला संगम में स्थित काली गुफा आश्रम को प्रशासन ने नेस्तनाबूद कर दिया है। यह आश्रम जगद्गुरु मोली सरकार का था। यह 3 साल पहले ही महाराष्ट्र से अमरकंटक आए थे। प्रशासन ने बताया कि नए निर्माण के चलते कार्रवाई की गई है।यहां पर 2 कमरों से शुरू हुआ अतिक्रमण 20 कमरों तक पहुंचा गया था।

अतिक्रमण कर बनाए 
गए थे आलीशान कमरे

माई बगिया रोड स्थित निर्माण को जमींदोज किया गया। यह सोमेश्वर गिरी महाराज का निर्माण था। प्रशासन ने बताया कि चूंकि सोनमुड़ा में भी उनका आश्रम है और माई बगिया में अवैध रूप से अतिक्रमण किया जा रहा था। इन जगहों पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर आलीशान कमरे बनाए थे। जिसे प्रशासन ने कार्यवाही कर हटा दिया है।आज प्रशासन ने शासकीय संपत्ति को अतिक्रमण मुक्त कराया है।

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