(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा सामतपुर से 60 हजार रूपए नगद अज्ञात चोरो द्वारा चोरी कर लेने की शिकायत 8 फरवरी को अतुल मिश्रा द्वारा अनूपपुर थाना में दर्ज कराई गई। जहां शिकायत में किसान एग्री कल्च्र मशीनरी के मालिक अतुल मिश्रा ने बताया कि उनका कर्मचारी दशरथ विश्वकर्मा उर्फ पिन्टू 60 हजार रूपए नगद लेकर बैंक में जमा करने गया था, उसी दौरान कुछ अज्ञात लोगो ने रूपए चोरी कर लिया गया है। जहां
शिकायत मिलते पुलिस पूरे मामले में जुट गई तथा सेंट्रल बैंक का सीसीटीवी फुटेज की जांच करते हुए मामले की विवेचना में जुटी हुई है। जहां सीसीटीवी फुटेज में दशरथ विश्वकर्मा के पास कुछ अज्ञात लोगो को देखा गया जो संदिग्ध प्रतीत हो रहे है। वहीं पूरे मामले में पुलिस संदिग्ध अज्ञात व्यक्तियों की तलाश के साथ ही मामले की विवेचना में जुटी हुई है।
मुख्यालय स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में 8 फरवरी का वाक्या किसी रहस्य से कम नही है। सुरक्षा व्यवस्था के अभाव के कारण खाताधारक के 60 हजार रूपए अज्ञात चोरो ने पार कर दिये। न तो बैंक में गार्ड दिखाई देते है और न ही सटीक तरीके से लगे सीसीटीवी नजर आते है, जिससे हर जगह साफ और व्यवस्थित देखा जा सके। यही कारण है कि बीते दिनों अज्ञात व्यक्तियों ने खाताधारक के कर्मचारी के साथ घंटो वार्तालाप कर झोले में रखे नगदी को पार कर दिया गया।
किसान एग्रीकल्चर मशीनरी के संचालक व बैंक के खाताधार अतुल मिश्रा का कर्मचारी दशरथ विश्वकर्मा 60 हजार रूपए नगद लेकर बैंक जमा करने पहुंचता है। कर्मचारी के साथ संचालक के भाई भी मौजूद थे, लेकिन किसी कारणवस अन्य बैंक भी जाना था तो उन्होने कर्मचारी को छोड चले गये, कर्मचारी नगद पैसा हाथ में रखकर बैंक में खडा हुआ था, तभी अज्ञात लोगों की नजर गई और दशरथ के साथ वार्तालाप करने लगे, कभी पेन मांगने के नाम पर तो कभी पर्ची भरने के नाम पर बातें हुई, हालांकि इस दौरान दशरथ ने एक बडे से पॉलीथीन में पैसो को रख लिया था, लेकिन शातिर बदमाशों ने चोरी करने में कामयाबी पा ही लिया।
खाताधारक के द्वारा इसकी सूचना बैंक प्रबंधक सहित थाने में दिया है, जिसके बाद कोतवाली पुलिस अज्ञात को तलाशने में जुटी हुई है। बैंक की सीसीटीवी व शहर में लगे अन्य सीसीटीवी को खंगालने के बाद भी उनकी पहचान की जा सकती है। लेकिन बैंक में लगे सीसीटीवी पर व्यवस्थित तस्वीर न होने के कारण व बाहर की तरफ बेहतर कैमरे का उपयोग न होना प्रबंधन की लापरवाही को दर्शाता है, इतना ही नही बैंक में गार्ड का मौजूद न होना भी एक तरह से बैंक की सुरक्षा के प्रति लापरवाही पूर्ण कार्य है।
शिकायत मिलते पुलिस पूरे मामले में जुट गई तथा सेंट्रल बैंक का सीसीटीवी फुटेज की जांच करते हुए मामले की विवेचना में जुटी हुई है। जहां सीसीटीवी फुटेज में दशरथ विश्वकर्मा के पास कुछ अज्ञात लोगो को देखा गया जो संदिग्ध प्रतीत हो रहे है। वहीं पूरे मामले में पुलिस संदिग्ध अज्ञात व्यक्तियों की तलाश के साथ ही मामले की विवेचना में जुटी हुई है।
मुख्यालय स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में 8 फरवरी का वाक्या किसी रहस्य से कम नही है। सुरक्षा व्यवस्था के अभाव के कारण खाताधारक के 60 हजार रूपए अज्ञात चोरो ने पार कर दिये। न तो बैंक में गार्ड दिखाई देते है और न ही सटीक तरीके से लगे सीसीटीवी नजर आते है, जिससे हर जगह साफ और व्यवस्थित देखा जा सके। यही कारण है कि बीते दिनों अज्ञात व्यक्तियों ने खाताधारक के कर्मचारी के साथ घंटो वार्तालाप कर झोले में रखे नगदी को पार कर दिया गया।
किसान एग्रीकल्चर मशीनरी के संचालक व बैंक के खाताधार अतुल मिश्रा का कर्मचारी दशरथ विश्वकर्मा 60 हजार रूपए नगद लेकर बैंक जमा करने पहुंचता है। कर्मचारी के साथ संचालक के भाई भी मौजूद थे, लेकिन किसी कारणवस अन्य बैंक भी जाना था तो उन्होने कर्मचारी को छोड चले गये, कर्मचारी नगद पैसा हाथ में रखकर बैंक में खडा हुआ था, तभी अज्ञात लोगों की नजर गई और दशरथ के साथ वार्तालाप करने लगे, कभी पेन मांगने के नाम पर तो कभी पर्ची भरने के नाम पर बातें हुई, हालांकि इस दौरान दशरथ ने एक बडे से पॉलीथीन में पैसो को रख लिया था, लेकिन शातिर बदमाशों ने चोरी करने में कामयाबी पा ही लिया।
खाताधारक के द्वारा इसकी सूचना बैंक प्रबंधक सहित थाने में दिया है, जिसके बाद कोतवाली पुलिस अज्ञात को तलाशने में जुटी हुई है। बैंक की सीसीटीवी व शहर में लगे अन्य सीसीटीवी को खंगालने के बाद भी उनकी पहचान की जा सकती है। लेकिन बैंक में लगे सीसीटीवी पर व्यवस्थित तस्वीर न होने के कारण व बाहर की तरफ बेहतर कैमरे का उपयोग न होना प्रबंधन की लापरवाही को दर्शाता है, इतना ही नही बैंक में गार्ड का मौजूद न होना भी एक तरह से बैंक की सुरक्षा के प्रति लापरवाही पूर्ण कार्य है।
बैंक के पास आज
भी नही है पार्किंग
भी नही है पार्किंग
वर्षो से मुख्य बाजार के बीच में संचालित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के पास गाडी पार्किंग की व्यवस्था नही है, उसके बावजूद भी आज तक अन्यत्र बैंक को नही ले जाया गया। खाताधारकों को हर दिन अपनी गाडियों को पार्क करने तथा राहगीरों को आने जाने में परेशानियों का सामना करना पडता है। दर्जनों गाडियां सडकों पर ही खडी हो जाती है, जिससे यातायात भी बाधित होता है। लेकिन बैंक प्रबंधन के द्वारा कभी भी इस ओर पहल नही किया गया।
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