(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने जिले में 24 फरवरी से आंदोलनों की एक श्रृंखला शुरू करने का निर्णय लिया है।इसकी शुरुआत 24 फरवरी 2022 को सरई में धरने से होगी और बाद में अलग अलग पंचायतों और तहसीलों से होती हुई जिला मुख्यालय और जरूरी हुआ तो संभागीय मुख्यालय तथा राजधानी भोपाल तक जाएगी। यह निर्णय आज पौड़ी चौड़ी में हुई सीपीएम की अनूपपुर जिला समिति की बैठक में लिया गया।बैठक में पार्टी राज्य सचिव मंडल सदस्य, अनूपपुर जिले के सहप्रभारी बादल सरोज भी मौजूद थे।
बैठक के बाद निर्णयों की जानकारी देते हुए माकपा जिला सचिव भगवानदास राठौर ने बताया कि पिछले कुछ समय से अनूपपुर जिले में किसानो,आदिवासियों पर दमन बेतहाशा बढ़ा है।मजदूरों की लूट बेलगाम हुयी है।ग्रामीण रोजगार गारंटी क़ानून पूरे जिले में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।कराये गए काम का निर्धारित दरों से भुगतान नहीं कराया जा रहा।अनेक मामलों में तो काम कराने के बाद भी मजदूरी नहीं दी जाती। बिजली बिलों ने कहर मचाया हुआ है।
माकपा जिला समिति सदस्यों ने अपने तजुर्बे से बताया कि नीचे से ऊपर तक भ्रष्टाचारियों ने गिरोहबंदी कर रखी है इसलिए न शिकायतें सुनी जाती हैं ना कार्यवाही होती हैं। उल्टे शिकायतकर्ताओं को ही उत्पीड़ित किया जाता है।पटवारी से लेकर ऊपर तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है जिसके नतीजे में आदिवासियों के वनाधिकार और आवास योजनाओ के मामलों में भी धांधलियां की जा रही हैं।
सीपीएम जिला सचिव ने कोयले के ठेका मजदूरों को तयशुदा दरों से वेतन न देने और मोजरबेयर के मजदूरों को श्रम कानूनों तथा भू-विस्थापितों को किये गए करार से वंचित रखने की दशा पर भी रोष व्यक्त किया और कहा कि लगभग यही स्थित आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की भी है।यह लूट तब है जब जिले में बेरोजगारी सारे रिकॉर्ड तोड़ चुकी है।अनेकों प्लांट और खदान और प्राकृतिक सम्पदा से भरे अनूपपुर के युवाओं को देश भर में बंधुआ मजदूरी की दशाओं में काम करने के लिए जाना पड़ रहा है बाकी बची कसर महंगाई ने तोड़ दी है।
इन सभी को लेकर पार्टी 24 फरवरी से लगातार आंदोलन करेगी।जिला पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल 21 फरवरी को अनूपपुर जिलाधीश से मिलकर इसकी जानकारी देगा और उनसे हस्तक्षेप तथा प्रशासनिक ढाँचे को दुरुस्त करने की मांग करेगा।
बैठक के बाद निर्णयों की जानकारी देते हुए माकपा जिला सचिव भगवानदास राठौर ने बताया कि पिछले कुछ समय से अनूपपुर जिले में किसानो,आदिवासियों पर दमन बेतहाशा बढ़ा है।मजदूरों की लूट बेलगाम हुयी है।ग्रामीण रोजगार गारंटी क़ानून पूरे जिले में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।कराये गए काम का निर्धारित दरों से भुगतान नहीं कराया जा रहा।अनेक मामलों में तो काम कराने के बाद भी मजदूरी नहीं दी जाती। बिजली बिलों ने कहर मचाया हुआ है।
माकपा जिला समिति सदस्यों ने अपने तजुर्बे से बताया कि नीचे से ऊपर तक भ्रष्टाचारियों ने गिरोहबंदी कर रखी है इसलिए न शिकायतें सुनी जाती हैं ना कार्यवाही होती हैं। उल्टे शिकायतकर्ताओं को ही उत्पीड़ित किया जाता है।पटवारी से लेकर ऊपर तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है जिसके नतीजे में आदिवासियों के वनाधिकार और आवास योजनाओ के मामलों में भी धांधलियां की जा रही हैं।
सीपीएम जिला सचिव ने कोयले के ठेका मजदूरों को तयशुदा दरों से वेतन न देने और मोजरबेयर के मजदूरों को श्रम कानूनों तथा भू-विस्थापितों को किये गए करार से वंचित रखने की दशा पर भी रोष व्यक्त किया और कहा कि लगभग यही स्थित आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की भी है।यह लूट तब है जब जिले में बेरोजगारी सारे रिकॉर्ड तोड़ चुकी है।अनेकों प्लांट और खदान और प्राकृतिक सम्पदा से भरे अनूपपुर के युवाओं को देश भर में बंधुआ मजदूरी की दशाओं में काम करने के लिए जाना पड़ रहा है बाकी बची कसर महंगाई ने तोड़ दी है।
इन सभी को लेकर पार्टी 24 फरवरी से लगातार आंदोलन करेगी।जिला पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल 21 फरवरी को अनूपपुर जिलाधीश से मिलकर इसकी जानकारी देगा और उनसे हस्तक्षेप तथा प्रशासनिक ढाँचे को दुरुस्त करने की मांग करेगा।
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