आईजीएनटीयू में
मनाया गया 73 वा गणतंत्र दिवस
(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा)इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी द्वारा 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय प्रांगण में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। इस अवसर पर सभी को 73वें गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने डॉ. राजेंद्र प्रसाद और डॉ.भीमराव अंबेडकर सहित संविधान के निर्माताओं एवं संविधान लागू करने वाले तमाम राष्ट्र नायकों का नमन किया। सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए उन विभूतियों को याद किया जिनके कारण आज हम सभी भारतीय स्वतंत्र हैं और स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को नमन किया। संविधान की शक्तियों के कारण भारत की विकास यात्रा कितनी आसान हो गई है इसको उदाहरणों के माध्यम से समझाने का प्रयास किया। भारतीय संविधान को एक पवित्र ग्रंथ बताते हुए कहा कि हमें संविधान सम्मत व्यवहार करना चाहिए। हमारी सनातन व्यवस्था में मानव के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।झंडा ऊंचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
ये नारा संविधान के संदर्भ में है, जो हमें संदेश देता है, कि हमारा ध्वज निरंतर ऊंचाइयों पर लहराता रहे और हम विश्व विजय बने, 1950 में आज के ही दिन हमारा संविधान लागू हुआ, लोकतंत्र की इतने वर्षों की गौरवशाली यात्रा में संविधान ने सतत मार्गदर्शक की भूमिका निभाई है। संविधान ने देश में समता, एकता और बंधुत्व की भावनाओं को प्रोत्साहित कर हर क्षेत्र की उन्नति और प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है। आज हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं। हमें गर्व होना चाहिए कि हमारा प्राचीन इतिहास भी गणतंत्र को बतलाता है आप सभी को वैशाली का प्राचीनतम इतिहास पता होगा जो कि हमारी गणतंत्र की परंपरा को उजागर करता है। हमारे वेद पुराणों में भी गणतंत्र का उल्लेख है। आज के दिन इस दिवस को मनाते हुए यह आवश्यक होता है कि उन महानायकों और वीर सपूतों को याद करें जिन्होंने अपना सर्वस्व इस देश को गणतंत्र बनाने के लिए लगाया था। हमारी नभ, जल और सागर स्थित तीनों सेनाओं के सैन्यबल के साथ-साथ पुलिस बल को नमन जिनके कारण हमारी आंतरिक और बाह्य सीमाएं सुरक्षित रहती हैं।
आज अकादमिक रूप से हम दुनिया को राह दिखा रहे हैं। हमारे यहां के अनुसंधान लोक कल्याणकारी हैं। आज हमारे सामने कई तरह की चुनौतीया हैं जिसमें सबसे बड़ी चुनौती कोरोना की है, लेकिन फिर भी हमारी शिक्षा व्यवस्था उस आपदा से बचते हुए विद्यार्थियों को ज्ञान अर्जन करने में सक्षम बना रही है। एक भारत,श्रेष्ठ भारत के निर्माण में हमारे संबिधान और तिरंगे की अहम भूमिका है। यह नारा तभी बुलंद होगा जब शिक्षण संस्थान के छात्र सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र निर्माण में सहायक होंगे।
गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन विश्वविद्यालय की समिति द्वारा किया गया जिसके अध्यक्ष प्रोफ़ेसर तरुण कुमार ठाकुर, सदस्य प्रोफ़ेसर सब्यसाची मैती एवं जनसंपर्क अधिकारी डॉ. विजय कुमार दीक्षित थे कार्यक्रम का संचालन डॉ राहुल यूसुफजई द्वारा किया गया और धन्यवाद विश्वविद्यालय के कुलसचिव पी.सुल्वेनाथन द्वारा दिया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता गण, संकाय अध्यक्ष, शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं प्रशासनिक अधिकारियों के अतिरिक्त कर्मचारीगण उपस्थित थे।
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