(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में विभिन्न मुख्य पदों पर अपनी सेवाएं देने वाले प्रोफेसर राकेश सिंह के कारनामे विश्वविद्यालय स्टाफ व छात्रों से भी नहीं छिपे है।लेकिन आज तक विश्वविद्यालय के छवि को बचाने के लिये किसी ने भी ऐसे बदनाम सुधा प्रोफेसर के खिलाफ आवाज तक नहीं उठाई।पता चला है कि प्रोफेसर राकेश सिंह जनजातीय विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष, समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष, डॉ.अम्बेडकर चेयर प्रकोष्ठ के प्रभारी निदेशक, शिक्षा परिषद के सदस्य और कार्य परिषद के सदस्य जैसे पदों पर शुसोभित कर रहे हैं।
शोध कर रही छात्रा ने
लगाए शोषण के आरोप
लगाए शोषण के आरोप
पीडि़त छात्रा ने शहडोल महिला थाना में शिकायत पत्र देते हुये उल्लेख किया कि छात्रा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही है।इस दौरान शहडोल स्थित पाण्डवनगर के जैन विल्डिंग में रहती थी। मार्च 2020 में कोरोनाकाल के दौरान प्रोफेसर राकेश सिंह पीडि़त छात्रा के कमरे में आये और बातचीत करते हुये इच्छा के विरूद्ध शारीरिक संबंध बनाने का प्रस्ताव रखा गया।पीडि़त द्वारा इस बात का विरोध किया कि मैं पूर्व से शादीशुदा हूं किंतु वे नहीं माने और मेरे साथ उनके द्वारा मेरी इच्छा के विरुद्ध जबरदस्ती की गई। प्रोफेसर के द्वारा अपनी पसंदिगी व पत्नी के रूप में स्वीकार करने की बात करते हुये जबरन संबंध बनाया गया और कहां गया कि मेरे आगे पीछे कोई नहीं है तुम ही मेरा सहारा हो। फिर प्रोफेसर राकेश सिंह मेरे रूम में आने लगे तथा मेरी इच्छा के विरुद्ध शारीरिक संबंध बनाने लगे।उनके द्वारा हमेशा यह आश्वासन दिया गया कि मैं तुम्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लूंगा तथा अपनी पत्नी के समस्त अधिकार प्रदान करूंगा।मुझे बाद में जब यह जानकारी लगी की प्रोफेसर राकेश सिंह पूर्व से शादीशुदा बाल बच्चे वाले हैं इसके बावजूद उनके द्वारा मुझे शादी का प्रलोभन देकर मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाया जाता रहा है और प्रोफेसर राकेश सिंह द्वारा मुझे धमकी भी दी जाती रही की अपने मध्य बने संबंध की जानकारी किसी को मत देना।
प्रोफेसर राकेश सिंह अपने 6
नंबरो से करते थे प्रेम का इजहार
नंबरो से करते थे प्रेम का इजहार
विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राकेश सिंह पर जिस शोध छात्रा ने जबरन शारीरिक संबंध बनाने व पत्नी बनाकर अपने संग जीवन भर रखने के वादो का आरोप लगाई है उसने ही शिकायत पत्र में प्रोफेसर के मोबाइल नंबर का उल्लेख किया है जिनमें वाट्सअप के जरिये व फोन कॉल के माध्यम से उनकी प्रेम कहानी की दास्तां लिखी हुई है। वह राकेश सिंह के 6 मोबाइल नंबर इस प्रकार हैं- 9407343427, 8815702722, 6394126207, 8840107255, 8889042710, 9415268276 यह सभी नंबर प्रोफेसर राकेश सिंह के हैं जिससे लगातार छात्रा के मोबाइल नंबर मेंं मैसेज व बातें संधारित है।
अमरकंटक के होटल
में भी की मुलाकात
में भी की मुलाकात
कोरोनाकाल के बाद प्रोफेसर के द्वारा छात्रा को अपने आगोश में लेकर कई बार होटल एवं अपने कमरे में लेकर गये हैं।25 सितम्बर 2021 को प्रोफेसर राकेश सिंह के द्वारा छात्रा को शहडोल से अमरकंटक ले जाया गया जहां होटल महेन्द्र में रूम लेकर रोका गया था।जहां छात्रा की आईडी के अनुसार रजिस्टर में उसका नाम व प्रोफेसर का नाम उल्लेख होना शिकायत पत्र में दर्शाया गया है।
अन्य प्रोफेसर व
पुत्र का उल्लेख
पुत्र का उल्लेख
पीडि़त छात्रा ने यह भी उल्लेख किया कि राकेश सिंह होटल में शारीरिक संबंध बनान के बाद अपने रूम में लेकर गये थे।जहां विश्वविद्यालय के अन्य प्रोफेसरों में प्रोफेसर राजपूत, जयंत बहरा के साथ अन्य प्रोफेसर भी मौजूद थे।इतना ही नहीं छात्रा की मुलाकात प्रोफेसर राकेश सिंह के पुत्र स्वेतब सिंह से भी मुलाकात हुई थी। जिनके सामने राकेश सिंह ने छात्रा को अपनी पत्नी का हक देने की बात कहा गया था।
शोध कर रही छात्रा का
पति से हुआ तलाक
पति से हुआ तलाक
पीएचडी कर रही शोध छात्रा ने शिकायत पत्र में उल्लेख किया कि अपने प्रोफेसर द्वारा जबरन शारीरिक संबंध बनाने के विषय पर अपने पति को बताई जिसके बाद पति के द्वारा लडाई झगडा करते हुये न्यायालय अनूपपुर से तलाक भी दे दिया गया। इतना ही नहीं यह बात छात्रा के घरवालो को जानकारी लगने के बाद उन्होंने ने भी दूरियां बना ली। जिसके बाद छात्रा अकेले जीवन यापन करने को मजबूर है। छात्रा ने महिला थाना शहडोल में शिकायत करते हुये न्याय की गुहार लगाई है।
छात्रा ने की
न्याय की गुहार
न्याय की गुहार
दुष्कर्म से पीड़ित छात्रा ने बताया कि प्रोफ़ेसर राकेश सिंह द्वारा उनकी जिंदगी बर्बाद कर दी गई अब उसके बाद पति से भी तलाक हो चुका घर के माता-पिता भी त्याग कर चुके अब उसके पास मरने के अलावा और कोई रास्ता शेष नहीं है।उन्होंने जिला महिला थाना प्रभारी शहडोल से न्याय की गुहार लगाई है एवं दुष्कर्म करने वाले प्रोफ़ेसर पर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है जिससे उसे न्याय प्राप्त हो सके।
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क
अधिकारी ने यह कहा
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी विजय दीक्षित ने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। एवं विश्वविद्यालय के पास छात्रा ने कोई शिकायत नहीं की है।प्रोफेसर आज भी वर्किंग में है। शिकायत प्राप्त होने पर विधि सम्मत कार्यवाही होगी।उन्होंने कहा कि शहडोल महिला पुलिस थाने में रिपोर्ट की गई है यह आप लोगों से पता चला लेकिन वहां से भी कोई इंक्वारी अभी तक नहीं हुई।
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