(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) वरिष्ठ पत्रकार रामचंद्र नायडू का 6 जून को उपचार के दौरान बिलासपुर में निधन हो गया।ज्ञातव्य हो कि वह कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव के चपेट में आ गए थे और कोविड-19 सेंटर अनूपपुर में लगभग 1 माह रहे।उसके बाद उनकी आंखों में कुछ परेशानी आने के कारण अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर में उनका सफलतापूर्वक आंख का ऑपरेशन किया गया।उसके बाद इन्हें बिलासपुर के ही सिम्स हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था उसके बाद हार्ट अटैक के बाद बिलासपुर में स्थित नारायणी अस्पताल में पिछले तीन दिनों से वेंटिलेटर में थे जहां उपचार के दौरान उनका दुखद निधन हो गया है।इनके निधन पर जिले भर के पत्रकारों में शोक है।
वर्ष 1985-86 से लगातार सामाजिक कामों में सहभागिता, लेखन ,चिंतन ,और छोटे बच्चों के लिए लगातार नवाचार करने वाले रामचंद्र नायडू जिन्होंने बहुत कम उम्र से ही छोटे बच्चों के अंदर लेखन प्रतिभा को भरने के लिए उस दौर में जब प्रिंटिंग प्रेस फोटोकापी मशीन की उपलब्धता नहीं थी तब साइक्लोस्टाइल तरीके से खिड़की नामक बच्चों की पत्रिका निकालते थे।
मूलतः पाली नरोजाबाद के रहने वाले रामचन्द्र नायडू अनूपपुर में स्थापित विदूषक कारखाना जिसमें देश के तमाम बड़े बड़े बौद्धिक सोशल एक्टिविस्ट दूनू राय, समीर ,गोटी ,फरीदा मेहता,राकेश दीवान,आदि साथियों ने आकर के अनूपपुर के आदिवासी क्षेत्रों में किसानों के अंदर कृषि के वैज्ञानिक तरीके और पर्यावरण की रक्षा के लिए काम कर रहे थे, उस ग्रुप से जुड़ कर उन्होंने बच्चों के लिए खिड़की पत्रिका का प्रकाशन चालू किया और लगातार हर समस्याओं पर अपने जनवादी हस्तक्षेप को रेखांकित किया। एक अच्छे इंसान का असमय चला जाना निश्चित रूप से एक रिक्तता का एहसास करा गया जिसे पूरा कर पाना असंभव प्रतीत होता है।
पत्रकारों ने किया
शोक संवेदना व्यक्त
इनके निधन पर जिले के वरिष्ठ पत्रकार अरविंद बियानी, राजेश शिवहरे,प्रेमचंद्र अग्रवाल, शशिधर अग्रवाल,राजेश शुक्ला, अरविंद पांडे, कैलाश पांडे, डल्लू सोनी, पूर्व पत्रकार रामनारायण पांडे, सुदामा शुक्ला, बृजेंद्र सोनी के साथ ही मनोज द्विवेदी, राजकुमार शुक्ला, अजीत मिश्रा, मनोज शुक्ला, राजन,आशीष द्विवेदी,चेतन मिश्रा,अमित शुक्ला,बिज्जू थॉमस,गणेश रजक,राजेश पयासी,सुधाकर मिश्रा, अजय मिश्रा,किशोर सोनी,आकाश नामदेव, शैलेंद्र द्विवेदी,आनंद पाण्डेय,बिरेन्द्र सिंह,विजय उर्मलिया, पुष्पेंद्र त्रिपाठी, हिमांशु बियानी,अनीश तिगाला,अनुपम सिंह आदि जिले के समस्त पत्रकारों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने
की शोक संवेदना प्रकट
मध्यप्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने पत्रकार रामचंद नायडू के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि लगातार हमारे बीच से हमारे पत्रकार साथियों का जाना अत्यंत दुखद खबर है।उन्होंने कहा कि उनका आज मन बहुत दुखी है।मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि बहुत ही नेक दिल इंसान थे नायडू जी।उन्होंने परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की कि ईश्वर उन्हें श्री चरणों में स्थान प्रदान करें उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें एवं परिवार को इस गहन दुख को सहने की शक्ति दे।
सोन नदी के मुक्तिधाम
में हुआ अंतिम संस्कार
पत्रकार रामचंद्र नायडू का कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए सोन नदी के मुक्तिधाम में शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया।
वर्ष 1985-86 से लगातार सामाजिक कामों में सहभागिता, लेखन ,चिंतन ,और छोटे बच्चों के लिए लगातार नवाचार करने वाले रामचंद्र नायडू जिन्होंने बहुत कम उम्र से ही छोटे बच्चों के अंदर लेखन प्रतिभा को भरने के लिए उस दौर में जब प्रिंटिंग प्रेस फोटोकापी मशीन की उपलब्धता नहीं थी तब साइक्लोस्टाइल तरीके से खिड़की नामक बच्चों की पत्रिका निकालते थे।
मूलतः पाली नरोजाबाद के रहने वाले रामचन्द्र नायडू अनूपपुर में स्थापित विदूषक कारखाना जिसमें देश के तमाम बड़े बड़े बौद्धिक सोशल एक्टिविस्ट दूनू राय, समीर ,गोटी ,फरीदा मेहता,राकेश दीवान,आदि साथियों ने आकर के अनूपपुर के आदिवासी क्षेत्रों में किसानों के अंदर कृषि के वैज्ञानिक तरीके और पर्यावरण की रक्षा के लिए काम कर रहे थे, उस ग्रुप से जुड़ कर उन्होंने बच्चों के लिए खिड़की पत्रिका का प्रकाशन चालू किया और लगातार हर समस्याओं पर अपने जनवादी हस्तक्षेप को रेखांकित किया। एक अच्छे इंसान का असमय चला जाना निश्चित रूप से एक रिक्तता का एहसास करा गया जिसे पूरा कर पाना असंभव प्रतीत होता है।
पत्रकारों ने किया
शोक संवेदना व्यक्त
इनके निधन पर जिले के वरिष्ठ पत्रकार अरविंद बियानी, राजेश शिवहरे,प्रेमचंद्र अग्रवाल, शशिधर अग्रवाल,राजेश शुक्ला, अरविंद पांडे, कैलाश पांडे, डल्लू सोनी, पूर्व पत्रकार रामनारायण पांडे, सुदामा शुक्ला, बृजेंद्र सोनी के साथ ही मनोज द्विवेदी, राजकुमार शुक्ला, अजीत मिश्रा, मनोज शुक्ला, राजन,आशीष द्विवेदी,चेतन मिश्रा,अमित शुक्ला,बिज्जू थॉमस,गणेश रजक,राजेश पयासी,सुधाकर मिश्रा, अजय मिश्रा,किशोर सोनी,आकाश नामदेव, शैलेंद्र द्विवेदी,आनंद पाण्डेय,बिरेन्द्र सिंह,विजय उर्मलिया, पुष्पेंद्र त्रिपाठी, हिमांशु बियानी,अनीश तिगाला,अनुपम सिंह आदि जिले के समस्त पत्रकारों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने
की शोक संवेदना प्रकट
मध्यप्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने पत्रकार रामचंद नायडू के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि लगातार हमारे बीच से हमारे पत्रकार साथियों का जाना अत्यंत दुखद खबर है।उन्होंने कहा कि उनका आज मन बहुत दुखी है।मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि बहुत ही नेक दिल इंसान थे नायडू जी।उन्होंने परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की कि ईश्वर उन्हें श्री चरणों में स्थान प्रदान करें उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें एवं परिवार को इस गहन दुख को सहने की शक्ति दे।
सोन नदी के मुक्तिधाम
में हुआ अंतिम संस्कार
पत्रकार रामचंद्र नायडू का कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए सोन नदी के मुक्तिधाम में शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया।
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