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स्वास्थ्य सेवाओं की मैदानी हकीकत जानने के लिए कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने स्वास्थ्य केंद्रों का किया औचक निरीक्षण


(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो) 

अनूपपुर (अंचलधारा) जिले के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए की गई स्वास्थ्य तैयारियों की मैदानी हकीकत जानने के लिए आज कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर ने जैतहरी समेत वेंकटनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया और कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्थाएं हमेशा चुस्त-दुरूस्त रखने के चिकित्सकों को कड़े निर्देश दिए। कलेक्टर के भ्रमण के दौरान अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) जैतहरी विजय डेहरिया एवं तहसीलदार श्रीमती भावना डेहरिया भी मौजूद थे। 
कलेक्टर ने कोरोना मरीजों में विश्वास कायम करने के लिए उन्हें बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों को अनावश्यक रूप से जिला अस्पताल के लिए रेफर ना करें। इससे वहां अनावश्यक रूप से मरीजों की संख्या बढ़ती जाएगी। जबकि उनका इलाज यहीं रखकर किया जा सकता है। इसलिए ऐसे मरीजों को यहीं भर्ती रखकर उनका समुचित इलाज किया जाए। आवश्यकता पड़ने पर ही उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर किया जाए। आपने कोरोना मरीजों के लिए 10 बेड ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ तुरंत तैयार रखने के चिकित्सकों को निर्देश दिए। कलेक्टर ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयार की गई मेडीकल किट का अवलोकन किया और निर्देश दिए कि सभी जरूरी दवाएं हमेशा उपलब्ध रखी जाएं। उन्होंने निर्देश दिया कि  नर्सों को ऑक्सीजन सिलेंडर ऑपरेट करना आना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की समुचित व्यवस्था रखी जाए, ताकि आपातकाल में कोरोना मरीजों का बेहतर ढंग से इलाज किया जा सके। 
कलेक्टर ने चिकित्सकों से पूछा कि स्वास्थ्य केन्द्र में शुगर एवं बी.पी. की जांच हो रही है या नहीं। आपने चिकित्सकों से यह भी पूछा कि भर्ती मरीजों के खाने-पीने की व्यवस्था की गई है अथवा नहीं। आपने चिकित्सकों को हिदायत दी कि वे लोगों में आत्म विश्वास जगाएं कि कोरोना मरीज यहां भर्ती हों। आपने कहा कि अगर मरीज का ऑक्सीजन लेवल 95 से नीचे जाए, तो तत्काल उसका इलाज शुरु कर उसका ऑक्सीजन लेवल बढ़ाएं। 

शहरी क्षेत्रों में वार्डवार घर घर 
जाकर कराएं बुखार की जांच 

कलेक्टर ने स्वास्थ्य केन्द्र के फीवर क्लीनिक का अवलोकन करते हुए चिकित्सकों से पूछा कि एक दिन में कितने लोगों के सेम्पल लिए जा रहे हैं। आपने प्रतिदिन कम से कम 100 व्यक्तियों के सेम्पल लेने के निर्देश दिए।
       कलेक्टर ने शहरी क्षेत्रों में वार्डवार घर-घर जाकर बुखार आदि की जांच कराने के चिकित्सकों को निर्देश दिए और कहा कि इसकी तत्काल योजना बनाएं। जो व्यक्ति इस सर्वे में संक्रमित मिले, उसका तत्काल सेम्पल लेकर जांच कराएं और जांच में कोरोना संक्रमित पाए गए मरीजों का तुरंत उपचार शुरु करें। आपने कहा कि घर-घर जाकर सर्वे करने के कार्य में आशा कार्यकर्ताओं को लगाया जाए। एक दिन में एक आशा से 100 व्यक्तियों की जांच कराई जाए। इस कार्य में नगरपालिका कर्मियों को भी तैनात किया जाए। 
       कलेक्टर ने स्वास्थ्य केन्द्र में आइसोलेषन वार्ड, वैक्सीनेषन सेंटर एवं फीवर क्लीनिक की गतिविधियों का जायजा लिया और फीवर क्लीनिक के मरीजों की पंजी का भी मुआयना किया। 

एम.बी.पावर प्लांट अस्पताल 
का कलेक्टर ने किया निरीक्षण 

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने ने एम.बी. पावर प्लांट के अस्पताल का भी अचानक भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने वहां तुरंत 10 बिस्तर ऑक्सीजन सहित तैयार रखने और ऑक्सीजन के सिलेण्डरों की संख्या बढ़ाने के अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए। 
      कलेक्टर ने अस्पताल में इमरजेंसी रूम, मेल वार्ड, फीमेल वार्ड, एक्स-रे रूम समेत वहां उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेण्डरों का अवलोकन किया। कलेक्टर ने वहां बढ़ाकर 25 बेड और 25 सिलेण्डरों की व्यवस्था रखने के अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा अधिकारी से कहा कि आपके प्लांट के जिन कर्मचारियों का ऑक्सीजन लेवल 95 से कम आए, तो उन्हें यहीं रखकर ऑक्सीजन थैरेपी दें। आपके प्लांट से संबंधित मरीजों को यहीं रखकर उनका इलाज करें। आपने कहा कि ऑक्सीजन लेवल 95 से ऊपर आने वाले व्यक्तियों को उनके घर रखकर उनका इलाज किया जाए। आपने अस्पताल में पैरामेडीकल स्टाफ की संख्या बढ़ाने को भी कहा। कलेक्टर ने यहां दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए वहां सभी आवश्यक दवाइयां हमेशा उपलब्ध रखने के निर्देश दिए। अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से कलेक्टर को अवगत कराया। 

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