(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखते हुए मांग किया है कि शहडोल संसदीय क्षेत्र मध्यप्रदेश स्थित आकाशवाणी केंद्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण 18 मई 1992 को विशेष प्रावधानों के तहत स्थानीय कार्यक्रम निर्माण एवं प्रसारण हेतु प्रारंभ किया गया था।जिसमें उनके पिताजी स्वर्गीय दलवीर सिंह जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जिनके प्रयासों से आकाशवाणी केंद्र का शुभारंभ शहडोल में प्रारंभ हुआ था।जिसका लाभ शहडोल सहित उमरिया,अनूपपुर, डिंडोरी तथा मध्यप्रदेश की लगी हुई सीमा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों तक पहुंचता रहा।आकाशवाणी केंद्र शहडोल के माध्यम से स्थानीय भाषाओं शिक्षण एवं संवर्धन मिलता था क्षेत्र के स्थानीय कलाकारों के द्वारा केंद्र के तत्कालीन अधिकारियों के मार्गदर्शन में बनाए गए कार्यक्रमों को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया गया
है।लेकिन 8 जनवरी सन 2019 है आकाशवाणी केंद्र शहडोल से स्थानीय प्रसारण बंद कर दिया गया जिससे लोक संस्कृति के परीक्षण एवं संवर्धन हेतु कलाकारों को शासन द्वारा उनकी प्रतिभाओं को समुचित प्रोत्साहन एवं मंच प्रदान करने हेतु तथा संबंधित आकांक्षी इन जिलों के युवाओं को समुचित मार्गदर्शन देने का कोई उचित माध्यम नहीं है।आकाशवाणी केंद्र के बंद होने से शहडोल संसदीय क्षेत्र की जनता में असंतोष व्याप्त है।शहडोल संसदीय क्षेत्र में पूर्व की भांति फिर से आकाशवाणी केंद्र को संचालित किया जाए जिससे कि आदिवासी बाहुल्य जिले की संस्कृति को बल मिल सके और यहां के कलाकारों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर प्राप्त हो सके।सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह ने पत्र के माध्यम से सूचना एवं प्रसारण मंत्री को आकाशवाणी केंद्र शहडोल के प्रसारण को पुनः आरंभ करने हेतु जो पत्र लिखा है उस पर विचार होने से निश्चित तौर पर शहडोल संभाग को एक बार फिर से अपनी कला और संस्कृति की प्रस्तुति करने का बेहतर माध्यम प्रदान हो सकेगा।उपरोक्त जानकारी भाजपा जिला मीडिया प्रभारी राजेश सिंह ने दी।
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