अमरकंटक (श्रवण उपाध्याय)
अमरकंटक (अंचलधारा) श्रीमद् भागवत कथा महापुराण साप्ताहिक ज्ञान यज्ञ ग्राम
बेल्दी (पड़वार ) के शिक्षक छोटे लाल चतुर्वेदी पत्नी श्रीमति यशोदा चतुर्वेदी के यहां दिनांक 26 नवम्बर से 02 दिसंबर 2020 तक तथा 03 दिसंबर को हवन यज्ञ , पूर्णाहुति व विशाल भंडारा का आयोजन किया गया।
बेल्दी (पड़वार ) के शिक्षक छोटे लाल चतुर्वेदी पत्नी श्रीमति यशोदा चतुर्वेदी के यहां दिनांक 26 नवम्बर से 02 दिसंबर 2020 तक तथा 03 दिसंबर को हवन यज्ञ , पूर्णाहुति व विशाल भंडारा का आयोजन किया गया।
भागवत कथा के व्यास पीठ पर शास्त्री अशोक द्विवेदी निवासी ग्राम करेला के द्वारा कथा का वाचन किया गया।उनके द्वारा कथा का श्रवण परिवार व नगर के बड़ी श्रद्धा के साथ लाभ प्राप्त किये, उनके
कथा को लोगो ने सुन कर भाव विभोर हो उठते थे तथा भजन व कीर्तन में सभी ने जमकर नृत्य करने को मजबूर हो उठते थे।उनके साथ म्यूजिक सिस्टम में हारमोनियम में रामकृष्ण,ऑर्गन में अतुल द्विवेदी,तबला में किशन,पैड में सूर्या अपने म्यूजिक सिस्टम से भावविभोर कर दिए।इनके साथ जापक में पंडित अमित द्विवेदी, राजेन्द्र मिश्रा ने पाठ कर कर्तब्य निर्वाहन किया। शिक्षक छोटेलाल चतुर्वेदी एक वर्ष पूर्व रिटायर हुए थे,उन्होंने अपने जीवन के 42 वर्ष तक शिक्षक रह कर अपनी सेवाएं दिए तथा उनके मन मे धर्म का कार्य करने का मन बना और उन्होंने भागवत कथा कराने का संकल्प लिया और पूरे परिवार,रिस्तेदार साथी सहयोगियों को आमंत्रित कर भव्य सुंदर कथा का आयोजन कराया।उनके पुत्र ओमप्रकाश व पुत्रवधु श्रीमति अर्पणा चतुर्वेदी ने भरपूर परिवार में आये मेहमानों का सत्कार कर कथा का लाभ हासिल करवाये तथा परिवार में श्रीमति शरला, हरिशरण परौहा , स्वर्गीय महेंद्र प्रसाद,श्रीमति मीरा बाई, रमेश,कन्हैया,भैया प्रसाद, राजा भैया,पुरणेंद्र, प्रादुम्म,प्रवीण,गुड्डी,निर् मला,अंजनि,प्रकाश, व अन्य परिवार के सदस्यों का भरपूर सहयोग रहा।
कथा को लोगो ने सुन कर भाव विभोर हो उठते थे तथा भजन व कीर्तन में सभी ने जमकर नृत्य करने को मजबूर हो उठते थे।उनके साथ म्यूजिक सिस्टम में हारमोनियम में रामकृष्ण,ऑर्गन में अतुल द्विवेदी,तबला में किशन,पैड में सूर्या अपने म्यूजिक सिस्टम से भावविभोर कर दिए।इनके साथ जापक में पंडित अमित द्विवेदी, राजेन्द्र मिश्रा ने पाठ कर कर्तब्य निर्वाहन किया। शिक्षक छोटेलाल चतुर्वेदी एक वर्ष पूर्व रिटायर हुए थे,उन्होंने अपने जीवन के 42 वर्ष तक शिक्षक रह कर अपनी सेवाएं दिए तथा उनके मन मे धर्म का कार्य करने का मन बना और उन्होंने भागवत कथा कराने का संकल्प लिया और पूरे परिवार,रिस्तेदार साथी सहयोगियों को आमंत्रित कर भव्य सुंदर कथा का आयोजन कराया।उनके पुत्र ओमप्रकाश व पुत्रवधु श्रीमति अर्पणा चतुर्वेदी ने भरपूर परिवार में आये मेहमानों का सत्कार कर कथा का लाभ हासिल करवाये तथा परिवार में श्रीमति शरला, हरिशरण परौहा , स्वर्गीय महेंद्र प्रसाद,श्रीमति मीरा बाई, रमेश,कन्हैया,भैया प्रसाद, राजा भैया,पुरणेंद्र, प्रादुम्म,प्रवीण,गुड्डी,निर्
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