Anchadhara

अंचलधारा
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बड़ा देव का वृक्ष में होता है 24 घंटे का संकीर्तन 1972 से चली आ रही प्रथा

 

अमरकंटक/श्रवण उपाध्याय

अमरकंटक (अंचलधारा) पर्यटन नगरी अमरकंटक में बड़ा देव का वृक्ष में एकादशी के दिन नर्मदा मंदिर मुख्य गेट के पास अखंड 24 घंटे का संकीर्तन ग्राम दमेहड़ी के कीर्तन मंडली द्वारा एकादशी के शुभ मुहूर्त में किया जा रहा है।यह संकीर्तन की परंपरा 1972 से चली आ रही है।यह संकीर्तन श्री विश्व कल्याण अष्ट प्रहार नाम यज्ञ निमित् नर्मदा तट तुलसी घाट आश्रम से प्रारम्भ हुआ।1972 से यह संकीर्तन श्री गुरु महाराज पीजरहा टोला से आरंभ हुआ था जो कि समय समय पर (पार्टी )संकीर्तन के लोग एक साथ मिलकर इस कीर्तन को आगे चलते आ रहे है।
पीपर टोला दमेहड़ी के रामसिया धुर्वे ने बताया कि संकीर्तन के लोग सोचे कि एकादसी के शुभ अवसर पर अमरकंटक माँ नर्मदा मंदिर पास अखंड संकीर्तन करने का सब ने सोचा और यहा सब मिल संकीर्तन प्रारम्भ किया गया।बुधवार को सुबह 8 बजे प्रारम्भ किया गया है जो अगले दिन गुरुवार को इसी समय के बाद समाप्त होगा।इस कीर्तन में प्रमुख रूप से इंद्रपाल सिंह (ढोलक मास्टर), संत ढोला बाबा (हारमोनियम),जोगी राम,दाजु सिंह मरावी आदि लोग सम्मलित है।

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