(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) कोल समाज की मजबूती के लिये हमारा एकजुट रहना बहुत जरुरी है। स्व सेमदीन परदेशी की शिक्षा आज भी समाज के लिये बहुत जरुरी है।
जिला मुख्यालय में स्व. सेमदीन परदेशी की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि
कार्यक्रम में उपरोक्त विचार व्यक्त करते हुए अनूपपुर के पूर्व विधायक एवं अजजा आयोग के पूर्व अध्यक्ष रामलाल रौतेल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि स्व. सेमदीन परदेशी की पुण्यतिथि पर आज हम सभी उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। समाज को दी गयी उनकी शिक्षा आज भी बहुत महत्वपूर्ण है। उनकी पुण्य तिथि हम 2012 से लगातार मनाते आ रहे हैं। वे अपने वेतन का आधा पैसा समाज के उत्थान के लिये व्यय करते थे। उन्होने कोल समाज के लिये मन्दिर बनवाए। इसके पीछे उनका चिंतन था कि युवा पीढी ईश्वरीय कृपा से नशा छोड़ कर शिक्षा ग्रहण करे। शिक्षित युवा वर्ग समाज कल्याण के लिये बेहतर कार्य कर सकते हैं। यह उनके प्रयत्नों का परिणाम है कि हमारा समाज पहले की तुलना में बहुत आगे बढा है। श्री रौतेल ने कहा कि समाज की मजबूती के लिये हमारा एकजुट रहना बहुत जरुरी है। सरकार में रहते हुए कोल समाज के विकास के लिये बहुत से कार्य किये गये हैं। ऐसी बैठकों में विचार - विमर्श होता है, जिससे आगे की राह आसान होती है। श्री रौतेल ने स्व. सेमदीन परदेशी की कविता का पाठ करते हुए समाज को दी हुई उनकी शिक्षा के महत्व से अवगत कराया।
कार्यक्रम में उपरोक्त विचार व्यक्त करते हुए अनूपपुर के पूर्व विधायक एवं अजजा आयोग के पूर्व अध्यक्ष रामलाल रौतेल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि स्व. सेमदीन परदेशी की पुण्यतिथि पर आज हम सभी उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। समाज को दी गयी उनकी शिक्षा आज भी बहुत महत्वपूर्ण है। उनकी पुण्य तिथि हम 2012 से लगातार मनाते आ रहे हैं। वे अपने वेतन का आधा पैसा समाज के उत्थान के लिये व्यय करते थे। उन्होने कोल समाज के लिये मन्दिर बनवाए। इसके पीछे उनका चिंतन था कि युवा पीढी ईश्वरीय कृपा से नशा छोड़ कर शिक्षा ग्रहण करे। शिक्षित युवा वर्ग समाज कल्याण के लिये बेहतर कार्य कर सकते हैं। यह उनके प्रयत्नों का परिणाम है कि हमारा समाज पहले की तुलना में बहुत आगे बढा है। श्री रौतेल ने कहा कि समाज की मजबूती के लिये हमारा एकजुट रहना बहुत जरुरी है। सरकार में रहते हुए कोल समाज के विकास के लिये बहुत से कार्य किये गये हैं। ऐसी बैठकों में विचार - विमर्श होता है, जिससे आगे की राह आसान होती है। श्री रौतेल ने स्व. सेमदीन परदेशी की कविता का पाठ करते हुए समाज को दी हुई उनकी शिक्षा के महत्व से अवगत कराया।
अजजा आयोग के पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ कोल ने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि समाज के वरिष्ठजनों के मार्गदर्शन में चलने की जरुरत है। समाज में व्याप्त कमियों को दूर करने की जरुरत है। समाज की एकता के लिये त्याग की जरुरत है। जब तक एक दूसरे की बुराई में लिप्त रहेगें , तब तक समाज का विकास नहीं हो सकता। स्व. परदेशी जी की दी हुई शिक्षा से सबक लें , यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। रहेगें तो कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता। अपने समाज के प्रति समर्पण की आवश्यकता है।
राजेन्द्र कोल ने कहा कि समाज की दशा तथा दिशा पर चिंतन की जरुरत है। कोल समाज की दशा जनजातीय समाज में बहुत खराब है। सामाजिक संगठन को मजबूत करने की जरुरत है। चाहे आप किसी भी राजनैतिक दल में हों ,समाज की मजबूती के लिये काम करने की जरुरत है। हमारे समाज के लोग नशा करते हैं। अल्प आयु में लोगों की मृत्यु हो रही है।
लालमन कोल ने कहा कि स्व. दादा श्याम दीन परदेशी ने समाज के उत्थान के लिये महत्वपूर्ण कार्य किये हैं । हमारा विकास तभी हो सकता है,जब समाज एक जुट हुआ। पूर्व विधायक रामलाल रौतेल के रुप में समाज ने प्रदेश को एक बहुमूल्य रत्न दिया है। स्व. श्यामदीन परदेशी की शिक्षा का प्रताप है कि हमारे समाज में प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के लोग हुए हैं।
समाज में एकजुटता की अपील करते हुए इंजीनियर विजय कोल ने कहा कि सभी लोग समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
इस अवसर पर उक्त अतिथियों के साथ आर. बी. कोल , जय सरैया, अनिल रौतेल, सिया कोल के साथ जिले के अन्य लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
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