(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) यात्रियों की सुविधा एवं मांग को ध्यान रखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से चलने वाली 08241/ 08242 दुर्ग -अंबिकापुर- दुर्ग स्पेशल ट्रेन का परिचालन का विस्तार एक सप्ताह और बढ़ा दिया गया हैं।
अंबिकापुर दुर्ग स्पेशल ट्रेन का परिचालन 06 नवम्बर, 2020 तक जारी रहेगा।जिसकी विस्तृत समय सारणी निम्नानुसार है-
गाड़ी संख्या 08242 दुर्ग - अंबिकापुर स्पेशल प्रतिदिन दुर्ग से 20:45 बजे रवाना होकर 21:30 बजे रायपुर, 23.58 बजे उसलापुर, 01.25 बजे पेंड्रारोड़, 02.40 बजे अनूपपुर, 03.45 बजे बिजुरी, 06.00 बजे विश्रामपुर होते हुए अंबिकापुर 07:00 बजे पहुंचेगी।
गाड़ी संख्या 08242 अंबिकापुर -दुर्ग स्पेशल अंबिकापुर से 22:30 बजे रवाना होकर 22.48 बजे विश्रामपुर, 00.55 बजे बिजुरी, 02.00 बजे अनूपपुर, 03.00 बजे पेंड्रारोड़, 06:35 बजे उसलापुर, रायपुर 08:40 बजे तथा दुर्ग 09:55 बजे पहुंचेगी ।गाड़ी की समय सारणी पूर्ववत ही है।
त्यौहार के समय पर ट्रेन
बंद होने से यात्री होंगे परेशान
कोरोना संकट से बंद पड़ी ट्रेनें कुछ माह पूर्व पटरी पर चलना प्रारंभ हुई यात्रियों को सुविधाएं मिलने लगी लेकिन दुर्ग अंबिकापुर दुर्ग के मध्य चल रही स्पेशल ट्रेन को एक एक माह कर परिचालन प्रारंभ रखा जा रहा था।लेकिन रेलवे ने अब केवल 1 सप्ताह के लिए ट्रेन का परिचालन बढ़ाया है। 6 नवंबर को ट्रेन का आखरी सफर होगा।उसके बाद यात्रियों को अंबिकापुर से दुर्ग तक रायपुर बिलासपुर जाने आने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह से अपेक्षा है एवं साथ ही जोनल एवं जेड आर यू सी सी के मेंबर लोगों से अपेक्षा है कि इस ट्रेन को नियमित चलवाया जाए जिससे यात्रियों को सुविधा मिलती रहे।अब यात्रियों को ट्रेनों की बहुत ज्यादा आवश्यकता है ऐसे समय में ट्रेनों का परिचालन बंद करना अच्छी बात नहीं है।इसके लिए जनप्रतिनिधियों को जागरूक होने की आवश्यकता है।
आज भी उमरिया चंदिया को
नहीं मिला सारनाथ का स्टॉपेज
बांधवगढ़ नेशनल पार्क पूरे भारत में प्रसिद्ध है रेल मंत्री भी आकर इस पार्क में विश्राम करते हैं रेलवे के जीएम डीआरएम भी अपनी छुट्टियां यहां मनाते हैं।उसके बावजूद भी रेलवे में बैठे लोग महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन उमरिया जो कि जिला मुख्यालय हैं एवं चंदिया जहां की पूर्व में दुर्ग छपरा छपरा दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस का स्टॉपेज था लेकिन जब से स्पेशल के रूप में ट्रेन चलाया गया उमरिया एवं चंदिया जैसे महत्वपूर्ण स्टॉपेज को समाप्त कर दिया गया और छोटे-छोटे स्टेशन जहां यात्री नाम के लिए भी नहीं उतरते जैसे अमदरा जैसे छोटे से स्टेशन पर ट्रेन का स्टॉपेज दिया गया है।यहां स्पेशल ट्रेन चलने के बाद एक भी टिकट की बिक्री आज तक नहीं हुई होगी। वही सारनाथ जैसी एक्सप्रेस ट्रेन कुछ पल के लिए रूकती है।लेकिन जिला मुख्यालय के स्टेशन उमरिया जो बांधवगढ़ नेशनल पार्क के लिए प्रसिद्ध है और चंदिया सुराही के लिए प्रसिद्ध है वहां ट्रेन का स्टॉपेज बंद कर दिया गया। जनप्रतिनिधियों को जानकारी होने के बावजूद आज तक ट्रेन का स्टॉपेज नहीं मिला।अब उमरिया और चंदिया की जनता आंदोलन का रुख अख्तियार करने को तैयार हो रही है जिसकी जवाबदारी रेलवे की होगी।
लोकल ट्रेन नहीं चलने
से हर कोई परेशान
करोना काल से बंद पड़ी ट्रेनों के प्रारंभ नहीं होने से छोटे-छोटे स्टेशन के यात्री काफी परेशान हो रहे हैं।एक्सप्रेस ट्रेनें प्रारंभ होने से उसका लाभ छोटे स्टेशन के यात्रियों को नहीं मिल पा रहा। आरक्षित बोगी होने से हर कोई रिजर्वेशन करा पाने में सक्षम नहीं है इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा।बसों का सफर काफी महंगा पड़ता है।जबकि देखा जा रहा है की करोना गाइडलाइन का पालन अब ना बराबर हो गया है, ना बसों में सैनिटाइजर किया जा रहा है न हीं मास्क अब कोई लगा रहा है।पूरा बाजार भी खुल चुका है बाजार की हालात एवं बसों की यात्रा देखकर लगता नहीं कि करोना का संकट अब भी बरकरार है।लोग करोना को लगभग भूल सा चुके हैं लगभग 8 माह से छोटे-छोटे स्टेशन के यात्री ट्रेनों का लाभ नहीं पा रहे हैं।इसके लिए आवश्यक है कि अब नियमित ट्रेनों का संचालन पुनः प्रारंभ कर दिया जाए जिससे यात्रियों को बेवजह अधिक राशि देकर यात्रा करने से मुक्ति मिल सके और वह अपनी सुरक्षित यात्रा कर सकें।
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