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रेत पर लगी पाबंदी आर्थिक तौर पर जिले को कमजोर करेगी:अवैध उत्खनन पर हो कड़ी कार्यवाही - बिजेंद्र सोनी

 (हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य परिषद के सदस्य अनूपपुर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व जिला सचिव कामरेड विजेंद्र सोनी एडवोकेट ने प्रेस नोट जारी कर माननीय मंत्री बिसाहूलाल के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है जहां पर उन्होंने कहा कि पिछले बारिश के दौरान तीन महीनों से बंद पड़ी खदानों मे जहां अवैध उत्खनन हो रहा है उसे तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि मंत्री और प्रशासन के इस रवैया से जहां रेत आम उपभोक्ता तक नहीं पहुंच पा रही है जिसके कारण भवन निर्माण में लगे हजारों श्रमिक बेरोजगारों की कतार में खड़े हो गए हैं ।उसके साथ ही साथ भवन निर्माण से जुड़े अन्य व्यवसाय की भी आर्थिक स्थिति इस अदूरदर्शी निर्णय के कारण खतरे में पड़ गया है। यह नहीं भूलना चाहिए कि भवन निर्माण से सिर्फ रेत का रिश्ता है उसके साथ पूरे अर्थ तंत्र का भी रिश्ता है। ग्रामीण इलाकों से भूमिहीन मजदूर जो भवन निर्माण के कार्यों में लगे हैं उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है । उनके आवागमन अवरुद्ध होने से तथा अन्य बाजार में भी उसका प्रभाव पड़ रहा है क्योंकि मजदूरों की आमदनी का हिस्सा बाजार में खर्च होता था। जिससे छोटे दुकानदार, भवन निर्माण के दौरान लोहा गिट्टी सीमेंट के व्यापारी लकड़ी का व्यवसाय आदि संकट मे आ गए है। आम तौर पर अध्ययन करें तो तमाम व्यवसाय इससे प्रभावित हुए है।
ऐसी परिस्थिति में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी इस तरह के रेत विक्रय के प्रक्रिया के खिलाफ है।और प्रशासन के आदेश को अनुचित मानती है। तथा प्रशासन से अपेक्षा करती है कि नियमानुसार रेत की आपूर्ति भवन निर्माण के लिए तत्काल प्रभाव से चालू किया जाए। अवैध उत्खनन रोकना प्रशासन की जिम्मेदारी है। जो अवैध उत्खनन कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्ती से कार्यवाही की जाए तथा नियमानुसार लोगों के लिए रेतकी आपूर्ति प्रारंभ की जाए। जिससे भवन निर्माण से जुड़े श्रमिकों को और उनसे लगे जो अन्य तबका है को आर्थिक लाभ प्राप्त होता रहे। वैसे ही करोना काल में आर्थिक रूप से हर वर्ग परेशान है। कामरेड सोनी ने जिला प्रशासन से पुनः अपील की है कि रेत के अवैध उत्खनन पर जो कड़ी कार्यवाही हो उसे किया जाना चाहिए। तथा रेत की आपूर्ति को बहाल करने की दिशा में एक सार्थक पहल की जानी चाहिए।

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