(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जब से अनूपपूर के जिले के निर्माता, विकास पुरूष जन-जन के चहेते बिसाहूलाल सिंह को प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी के सरकार में खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग तथा उपभोक्ता संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विभाग का दायित्व सौंपा गया।तब से जितने बार अनूपपुर जिले के प्रवास में आते है अपने साथ करोडो रूपये के विकास कार्यो को स्वीकृति करा कर अनूपपुर विधान सभा में नये सोगात प्रदान करते है। इस बार पुनः माननीय मंत्री बिसाहूलाल सिंह का दिनांक 27.08.2020 से 30.08.2020 तक अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण कार्यक्रम सुनिश्चित हुआ है।इस वार माननीय मंत्री महोदय 17 करोड़ 28 लाख 39 हजार रूपये से अनूपपुर के विभिन्न विकास कार्यो का भूमि-पूजन शुभारंभ एवं लोकार्पण करेगें। इस तरह लागातार उनके द्वारा विकास कार्यो का शुभारंभ भूमि-पूजन एवं लोकार्पण होने से आम जनता में कॉफी हर्ष व्याप्त है।वही दूसरी तरफ, कांग्रेस का उम्मीदवार ढूढने वाले विघ्न सन्तोषी नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है। अनूपपुर विधान सभा क्षेत्र में कांग्रेस के तीन तरह के उम्मीदवार है, राजनीति के अ.आ.ऊ, सीखने वाले, क,ख,ग सीखने व 5 वीं कक्षा पास हो चुके राजनीति के उम्मीदवार, 5 वीं से हायर सेकण्ड्री पास राजनीति उम्मीदवार।यही कारण है कुछ घाघ किस्म के चतुर चालाक नेता राजनीति में क.ख,ग, सीखते-सीखते पार्टी के लिए अपनी जमा पूंजी "सब कुछ" गमा चुके है कंगाल हो चुके है। उन्हें कोई पसंद नहीं करता। उन्हें तो सिर्फ वे उम्मीदवार चाहिये जो राजनीति का अ.आ.ऊ. भी ना जानता हो यह इसलिए ताकि कुछ नेताओं की चांदी चमकती रहे। तथा हमेशा अपना झोला हिलाते डुलाते रहे।कांग्रेस के उम्मीदवार भाई एंव बहिनों, ऐसे नेताओं से सावधान रहना है। "धन गया धर्म गया माया मिले न राम" पूर्व में बहुत ऐसे उम्मीदवार अपना धन गवाकर ऐसे नेताओं को हवाई सफर करा चुके है बहुत नेता अब भी ऐसे उम्मीदवार के तलाश में जो हवाई सफर करवायें चुनाव के समय घर जमीन बेचकर नेताओं की इच्छा का पालन करें। परन्तु आदिवासी भाई-बहन ऐसे कार्य करने में सक्षम नहीं है। सक्षम तो वहीं व्यक्ति होगा जो गरीबों का शोषण किया हो गरीबों की मेहनत की कमाई को लूटा हो या फिर ऐसा उम्मीदवार हो जो अपने मेहनत से धन कमाया हो।
जरूरत है आदिवासी भाई-बहिनों इन दगाबाज नेताओं की चिकनी-चुपड़ी बातों में न आये कांग्रेस का उम्मीदवार मीठी-मीठी बातों में न आये। कांग्रेस का उम्मीदवार ताई हो चुका है। तुम्हें मौका नहीं मिलेगा। क्योंकि तुम चतुर चलाक नहीं हो भोले-भाले आदिवासी भाई हो जिन्हें लोगों ने तुम्हारा बोट तो लिया पर सत्ता में कभी भागीदारी नहीं होने देगे।
इसलिए जैसे पूर्व में आप सब लोगों ने अनूपपुर के विकास को ही महत्व दिया उसी तरह आगे भी देते रहे। जिससे कि अनूपपुर जिले का चहुमुंखी विकास हो सके तथा अनूपपुर जिले के सभी भाई-बहिनों को सम्मान के साथ आगे बढ़ने का अवसर मिल सके। अनूपपुर जिले के चतुर चलाक नेतागण कभी किसी को, कभी किसी को बहला फुसल कर प्रदेश के नेताओं के दर्शन कराते है। जब वहां से जवाब मिलता है कि सर्वे उपरांत उम्मीदवार तय होगा तब मुंह लटकाये, अपने को ठगा मेहसुस करते हुए अपकी गाढी कमाई के पैसे को छान फुककर झूठा आश्वासन लेकर वापस आ जाते है। शायद सभी भुक्तभोगी हो चुके होगें, इन दगाबाज नेताओं का काम है कि कभी तुमको, कभी किसी को बारी-बारी से भोपाल जाकर नेताओं के दर्शन कराते रहना। अतः आवश्यकता है सभी मिलकर आइये अनूपपुर जिले को प्रदेश का आर्दश जिला बनावे जिससे आपका एवं अनूपपुर जिले का चहुमुंखी विकास हो सके। अनूपपुर जिले में तमाम तरह के नेता है कुछ मठाधीश किस्म के नेता जो कभी हिलते डूलते नहीं है। आवश्यकता पड़ी तो में अपने चाटुकार, शिल्पाकार किस्म लोगों को बहला फुसलाकर किसी नये उम्मीदवार के साथ भोपाल में विधायक का टिकिट दिलाने भेज देते है। जो टिकिट दिलाने आते है, उन्हे समझना चाहिए कि आज तक जब वे स्वय पार्षद का टिकिट अपने दम पर नहीं पा सके। तो क्या वह किसी को विधायक का टिकिट दिलाने की क्षमता रखते है। परन्तु कांग्रेस उम्मीदवार नया है उसे नहीं मालूम कि कांग्रेस का टिकिट कैसे मिलता है। इस कारण मठाधीशो के आदेश का पालन करते हुए वो सब भी भोपाल दर्शन का लाभ ले लेते है। जो अपने मन से कभी किसी ग्राम का दौरा नहीं किये उनके चक्कर से बचें। आज तक स्वंय वे पार्षद. अध्यक्ष का टिकिट अपने आपसे नहीं ले सके। दूसरों के सहारे पार्षद, अध्यक्ष बने ये नेता किसी को टिकिट नहीं दिला सकते अपने-अपने हदय में हाथ रखकर सोचों- समझों तब मठाधीशों के चक्कर में आना।
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