(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जिला मुख्यालय अनूपपुर में स्वेछिक रूप से सर्पो को पकड़कर स्वतंत्र विचरण हेतु छोड़ने के कार्य में लगे वन्यजीव प्रेमी
सर्पप्रहरी शशिधर अग्रवाल ने अपने सहयोगी छोटेलाल यादव के साथ जून माह में जहरीले एवं सामान्य प्रजाति के 196 सर्पो जिसमें अत्यंत जहरीले प्रजाति के 60 कोबरा नॉग,6 करैत(डण्डा करायल),3 रसलवाईपर(जाड़ा) के सॉथ जहर विहीन 28 धामन (असडि़या),5 गोह,35 जलसर्प सहित अन्य सर्पो को जो भोजन की तलास में रहवास क्षेत्रों,रहवास के आस-पास आ जाते है को सुरक्षित पकड़ कर सुदूर वनक्षेत्रों में विचरण हेतु छोड़े गये है। 12 जून की रात्रि जिला मुख्यालय अनूपपुर के वार्ड क्र.09 निवासी मनोज श्रीवास के बरामदा से अद्धभुत प्रजाति के सफेद करैत (लियो लिटिस्टिक कॉमन करैत) के मिलने पर वन अधिकारियों की उपस्थिति में जंगल में छोड़ा गया। जहरीले प्रजाति के सर्पो के काटने से जिला चिकित्सालय अनूपपुर में भर्ती 10 पीडि़तों के उपचार में चिकित्सको के साथ मदद की गई। वही अत्यंत विलम्ब से उपचार हेतु भर्ती सर्पदंष से पीडि़त 5 व्यक्तियों की मृत्यु पर पुलिस कार्यवाही एवं राहत प्रकरणों को तैयार कराने में मदद की गई। वन्य जीव प्रेमी सर्पप्रहरी श्री अग्रवाल एवं उनके सहयोगी श्री यादव द्वारा विगत 6 माह के मध्य 306 सर्पो जिसमें सर्वाधिक 105 अत्यंत जहरीले कोबरा नाग को पकड़ा है। जिले के चचाई में मनोज महाडिक (बन्टी),अमरकंटक में भास्कर कुमार वर्मे एवं उनके सहयोगी विकास चंदेल ,जैतहरी में द्वारिका सेन, कोतमा में हरिवंश प्रसाद पटेल एवं जावेद खान द्वारा रहवास क्षेत्रों से स्वेछिक रूप से सर्पो को पकड़ कर जंगलों में निरंतर छोड़ने का कार्य कर रहे है। सर्पप्रहरियों ने जिले के आम जन से वर्षाकाल में निकल रहे सर्पो से बचने हेतु प्रयास करने लकड़ी,कन्डे,अन्य सामानों के स्थानों से सावधानी पूर्वक कार्य करने,घरों एवं आस पास क्षेत्र में चूहों के बिलो, दरवाजा, खिड़कियों के हिस्सों को ढकने एवं सर्प काटने कि स्थिति में प्रारंभिक उपचार के तत्काल बाद पास के शासकीय चिकित्सालयो में लाने की अपील की है।
सर्पप्रहरी शशिधर अग्रवाल ने अपने सहयोगी छोटेलाल यादव के साथ जून माह में जहरीले एवं सामान्य प्रजाति के 196 सर्पो जिसमें अत्यंत जहरीले प्रजाति के 60 कोबरा नॉग,6 करैत(डण्डा करायल),3 रसलवाईपर(जाड़ा) के सॉथ जहर विहीन 28 धामन (असडि़या),5 गोह,35 जलसर्प सहित अन्य सर्पो को जो भोजन की तलास में रहवास क्षेत्रों,रहवास के आस-पास आ जाते है को सुरक्षित पकड़ कर सुदूर वनक्षेत्रों में विचरण हेतु छोड़े गये है। 12 जून की रात्रि जिला मुख्यालय अनूपपुर के वार्ड क्र.09 निवासी मनोज श्रीवास के बरामदा से अद्धभुत प्रजाति के सफेद करैत (लियो लिटिस्टिक कॉमन करैत) के मिलने पर वन अधिकारियों की उपस्थिति में जंगल में छोड़ा गया। जहरीले प्रजाति के सर्पो के काटने से जिला चिकित्सालय अनूपपुर में भर्ती 10 पीडि़तों के उपचार में चिकित्सको के साथ मदद की गई। वही अत्यंत विलम्ब से उपचार हेतु भर्ती सर्पदंष से पीडि़त 5 व्यक्तियों की मृत्यु पर पुलिस कार्यवाही एवं राहत प्रकरणों को तैयार कराने में मदद की गई। वन्य जीव प्रेमी सर्पप्रहरी श्री अग्रवाल एवं उनके सहयोगी श्री यादव द्वारा विगत 6 माह के मध्य 306 सर्पो जिसमें सर्वाधिक 105 अत्यंत जहरीले कोबरा नाग को पकड़ा है। जिले के चचाई में मनोज महाडिक (बन्टी),अमरकंटक में भास्कर कुमार वर्मे एवं उनके सहयोगी विकास चंदेल ,जैतहरी में द्वारिका सेन, कोतमा में हरिवंश प्रसाद पटेल एवं जावेद खान द्वारा रहवास क्षेत्रों से स्वेछिक रूप से सर्पो को पकड़ कर जंगलों में निरंतर छोड़ने का कार्य कर रहे है। सर्पप्रहरियों ने जिले के आम जन से वर्षाकाल में निकल रहे सर्पो से बचने हेतु प्रयास करने लकड़ी,कन्डे,अन्य सामानों के स्थानों से सावधानी पूर्वक कार्य करने,घरों एवं आस पास क्षेत्र में चूहों के बिलो, दरवाजा, खिड़कियों के हिस्सों को ढकने एवं सर्प काटने कि स्थिति में प्रारंभिक उपचार के तत्काल बाद पास के शासकीय चिकित्सालयो में लाने की अपील की है।
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