(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) लाकडाउन ने देश प्रदेश की डबल इंजन की सरकार की पोल खोल दी। पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेलवे ट्रैक पर सो रहे प्रवासी मजदूरों के ऊपर से मालगाड़ी गुजरने से बड़ा हादसा पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की नाकामी के कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि लगातार सरकार के पास जानकारी भेजी जा रही थी कि किस-किस प्रदेश में कितने मजदूर फंसे हुए हैं इसके बाद भी मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार मजदूरों के प्रति ध्यान नहीं दी। जबकि आज देश में डबल इंजन की सरकार होने के बाद शहडोल संभाग के अधिकांश मजदूर इस रेल हादसा के शिकार हो गए । उन्होंने कहा कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और पूरे भारत में मजदूर काफी संख्या में आज भी फंसे हुए हैं भूखों मरने की नौबत आ गई है। मजदूर परेशान है कोई सुनने वाला नहीं है। देश-प्रदेश की सरकार पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है। ट्रेनों में भी आने वाले मजदूर भूखों मरने की स्थिति में है कहीं-कहीं उनसे किराया तक वसूला जा रहा है। यह सरकार की दोहरी मानसिकता का घोतक है । उन्होंने कहा कि काफी संख्या में छात्र-छात्राएं भी विभिन्न राज्यों में फंसे हुए हैं नौकरी-पेशा में गए हैं उनकी हालत भी चिंताजनक है। लेकिन सरकार किसी भी तरह का ध्यान नहीं दे रही । सरकार द्वारा दिए गए हेल्पलाइन नंबर भी काम नहीं कर रहे जिससे सभी दुखी एवं परेशान हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज का रवैया भी सकारात्मक नजर नहीं आ रहा। पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को ने मृतकों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवार के लिए सहानुभूति पेश की है एवं ईश्वर से प्रार्थना की है कि मृत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं अपने चरणों में स्थान दे । बताया गया की यह हादसा औरंगाबाद के करमाड स्टेशन के पास हुआ है जिसमें 16 मजदूरों की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई है, जबिक दो अन्य घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। अधिकांश मजदूर शहडोल संभाग के बातये जा रहे है । घटना के संबंध में पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को ने ट्रेन हादसे में शोक संवेदना प्रकट मरते हुए कहा कि प्रवासी मजदूरों की मौत पर दुख शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। यह दिल दहला देने वाली घटना है।हादसे में प्रभावित परिवारों के साथ मेरी पूरी सांत्वना है।
0 Comments