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कोरोना से युद्ध के लिये अनूपपुर जिले ने दिखाई एकजुटता. घर, मन्दिर, सडक, होटल, स्टेशन,बस ...सब बन्द


जनता कर्फ्यू को लेकर प्रशासन सतर्क
( मनोज द्विवेदी, अनूपपुर,मप्र)
अनूपपुर / " मेरे सभी सच्चे देश वासियों की , विश्व में निवासरत अपने देश के नियम, कायदे, संविधान को
मानते हुए मानव संस्कृति से प्यार करने वाले भाईयों, बहनों, जीव+ जन्तुओं, वनस्पतियों, पर्यावरण की रक्षा करना प्रभु। हम सभी आपके बच्चे हैं...हमारी गलतियों को क्षमा करना ....आशीर्वाद दो प्रभु की आपका बनाया हमारा यह शरीर देश ,समाज, मानवता की सेवा में काम आ सके। "
22 मार्च 2020 , रविवार की सुबह अपने मित्रों ,शुभ चिंतकों, परिजनों के लिये की गयी इस प्रार्थना के साथ दिन की शुरुआत हुई तो मन सचमुच चिंतित था। लेकिन कोरोना का संक्रमण महामारी ना बन जाए इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनता कर्फ्यू की अपील पर जनता की जागरुक देख कर मजबूती आ गयी। जिले की जनता ने मानो सपरिवार घरों में ही स्वयं को आईसोलेट कर लिया हो।
देश के अन्य हिस्सों की भांति अनूपपुर जिला भी कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर एवं पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा के मार्गदर्शन में पूर्ण बन्द है। अनूपपुर, कोतमा, जैतहरी, राजेन्द्रग्राम, बिजुरी, राजनगर, पसान, चचाई के साथ पूरा जिला जनता कर्फ्यू के साथ मानो अपने - अपने घरों में समाया सा दिखा।
दोपहर लगभग 12 बजे जब मैं अपने पत्रकार मित्र के साथ जिला मुख्यालय में जनता कर्फ्यू की स्थिति तथा इस दौरान व्यवस्था का आंकलन करने निकला तो जिले की जनता, प्रशासन, पुलिस, डाक्टर्स की कर्मठता / कर्तव्यभाव पर 100 में से 100 अंक दिये जा सकते हैं।
सन्नाटा ही सन्नाटा ---
अमरकंटक तिराहा, शंकर मन्दिर चौक, रेलवे फाटक, तहसील तिराहा, कोतवाली चौक, बस स्टैंड, सामतपुर चौक, कलेक्ट्रेट , रेलवे स्टेशन , अण्डरब्रिज सहित अन्य हिस्सों में सन्नाटा पसरा था। एक भी व्यक्ति/ यात्री घर से बाहर नही दिखा। दुकानें ,होटल, चाय - पान की गुमटियां, कार्यालय, संस्थान सब बन्द मिले। एक या दो वाहनों को देखा अन्यथा रास्ते खाली पडे थे। जगह - जगह ट्रैफिक , पुलिस के लोग मिले। एक स्थान पर ट्रैफिक के लोगों ने सडक पर ना घूमने- घर जाने की महत्वपूर्ण हिदायत दी। रेलवे फाटक की मारामारी नहीं दिखी।पेट्रोल पंप ,तीन मेडिकल स्टोर , कोतवाली खुले मिले लेकिन लोग नहीं थे।
कलेक्टर / एसपी ने संभाला मोर्चा ---
विषय की गंभीरता का स्वाभाविक आंकलन कलेक्टर को है। इसलिये शुरु से ही जनता कर्फ्यू को सख्ती से ...लेकिन सुव्यवस्थित लागू करने की कमान स्वत: कलेक्टर एवं एसपी ने संभाल रखी है। उन्होने स्वत: जिले के प्रमुख स्थलों का मुआयना करने के साथ कर्फ्यू पर नजर बनाए रखी है।
यात्रियों की हो रही जांच--
रेलवे स्टेशन में यात्रियों का परीक्षण करने के लिये डा बी डी सोनवानी, डा आर पी श्रीवास्तव की टीम पुलिस व स्टेशन मास्टर के साथ स्टाल लगा कर उपस्थित हैं। सेनेटाईजेशन कर , मास्क लगा कर बाहर के यात्रियों को नगर निरीक्षक प्रफुल्ल राय वाहनों की व्यवस्था कर रवाना करते दिखे। सख्ती के बावजूद प्रशासन ने जनता की सुविधाओं का ध्यान रखा है।
आवश्यक सेवाओं पर असर नहीं---
जनता कर्फ्यू के दौरान आम जनता परेशान ना हो इसके लिये कलेक्टर श्री ठाकुर ने आवश्यक सेवाओं की निर्बाधता को बनाए रखा । दूध, पेट्रोल, मेडिकल, अस्पताल की बन्दगी नहीं है।
शशांक जेनेरिक एवं महेन्द्र मेडिकल के संचालक ने इमरजेंसी में घर पहुंच सेवा के लिये अपना मोबाइल नम्बर जारी किया है।
ऐतिहासिक बन्द --
नगर की शान प्रगतिशील ढाबा अपनी स्थापना के 46 साल में आज पहली बार लाक डाऊन है। यह ढाबा 46 साल से अनवरत 24 घंटे चल रहा है। इसकी भट्ठी आज तक कभी बन्द नहीं हुई। इसके संचालक अजीज भाईजान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की अपील आपदा से हमारी रक्षा के लिये है। वो इंसानियत को बचाने के लिये लड रहे हैं। कोरोना को हराने के लिये मोदी जी की सेना के एक सिपाही हम भी हैं।
सेल्फी की चुलुक ---
संकट की इस घडी में भी कुछ लोगों को इसका अहसास तक नहीं है। कुछ ऐसे युवक भी दिखे जो फर्राटे भरते कर्फ्यू का लाईव टेलीकास्ट कर रहे थे या सेल्फी ले रहे थे। पुलिस को ऐसे तत्वों को सख्ती से रोकना होगा।
अस्पताल / मेडिकल मुस्तैद---
जिले के सभी अस्पताल तथा आवश्यकतानुसार मेडिकल स्टोर्स चॊकन्ने हैं । यद्यपि जिला चिकित्सालय में आमदिनों के विपरीत मरीजों की भीड नहीं दिखी लेकिन स्टाफ मुस्तैद
कलेक्टर ने की अपील--
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री चन्दमोहन ठाकुर ने अपील करते हुए कहा है कि अनूपपुर ज़िले के समस्त नागरिकों द्वारा आज जनता कर्फ़्यू की लोकहित में अनुपालना आवश्यक है। कोरोना से लड़ाई में आपका यह कदम बहुत प्रभावी होगा।
शिक्षण संस्थानो में कार्यरत स्टाफ़ घर से करे कार्य---
समस्त शासकीय एवं निजी विद्यालयों तथा शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में कार्यरत शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टॉफ को अस्थाई रूप से 31मार्च तक अपना कार्यालयीन एवं शैक्षणिक कार्य अपने निवास स्थान से सम्पादित करने की अनुमति प्रदान की गयी है। 22 मार्च से 31 मार्च तक की अवधि को समस्त प्रयोजनों के लिए यह कर्तव्य अवधि मानी जाएगी। यह आदेश उन शिक्षकों /गैर शिक्षकीय स्टॉफ पर लागू नहीं होगा ।
कलेक्टर ने की सराहना --
कलेक्टर श्री ठाकुर ने कहा है कि आमजनों के द्वारा स्वेच्छा से दिखाई गई जागरूकता निश्चित रूप से कोरोना को हराने में ठोस कदम साबित होगी। सभी नागरिकों की सतत रूप से जागरूकता अहम है।
कोरोना से यह लड़ाई जारी रखें...

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