अनूपपुर (अंचलधारा) जिला मुख्यालय में सोमवार का दिन सहायक आयुक्त कार्यालय और 3-3 सहायक आयुक्तों को लेकर सुर्खियों में रहा। रविवार को अचानक अनोखे घटनाक्रम
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में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अनुविभागीय दंडाधिकारी कमलेश पुरी ने सहायक आयुक्त कार्यालय के मुख्य द्वार को सील कर दिया था। एवं उस कार्यालय में एक कागज चस्पा कर दिया था जिसमें स्पष्ट लिखा था की वरिष्ठ अधिकारी के दिए गए निर्देश अनुसार सहायक आयुक्त कार्यालय आदिवासी कल्याण विभाग को प्रशासनिक व्यवस्था के कारण सील किया जाता है। बिना किसी आदेश या अधो हस्ताक्षरकरता के सूचना के बिना सील किए गए ताले को खोलने अथवा छेड़ने का प्रयास दंडनीय होगा। परिणामत: सोमवार को सुबह से कर्मचारियों का दौर अपने समय पर आना प्रारंभ हो गया लेकिन कार्यालय को सील देखकर सभी वहीं पर स्थित मंदिर
प्रांगण के पास एकत्रित हो लिए। 11.00 बजने के पूर्व उच्च न्यायालय से स्थगन प्राप्त सहायक आयुक्त पी. एन. चतुर्वेदी अपने कर्मचारियों के साथ कार्यालय तक गए । लेकिन ताला को सील देखकर वह कार्यालय मैं कुछ देर कर्मचारियों के साथ रहे फिर कलेक्टर ऑफिस तरफ चले गए। उसके बाद वापस नहीं आए। लेकिन कर्मचारी अपनी ड्यूटी में उपस्थित रहे । उन्होंने कार्यालय सील होने के कारण वहीं स्थित मंदिर प्रांगण की साफ सफाई पूरे मनोबल से कर डाली। वही नवनियुक्त सहायक आयुक्त विवेक पांडे ने भी अनूपपुर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी। वह कलेक्ट्रेट मैं अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर कलेक्टर से मुलाकात भी कर ली। वही एक और सहायक आयुक्त डी.एस. राव ने सहायक आयुक्त की हैसियत से कलेक्ट्रेट में टी.एल. बैठक में अपनी सहभागिता निभाई । एक ही सहायक आयुक्त कार्यालय के लिए 3-3 सहायक आयुक्त को लेकर दिन भर चर्चाओं का दौर जारी रहा। वही ड्यूटी पर आए कर्मचारियों ने सुबह 10.30 से शाम 05.30 तक कार्यालय के बाहर अपनी ड्यूटी निभाई और कार्यालय के बाहर स्थित मंदिर प्रांगण की पूरी तरह से सफाई कर डाली ।
उन्होंने अपनी ड्यूटी समयानुसार निभाई वे अपने पूरे समय ऑफिस के बाहर बिताए। पता चला कि नवनियुक्त सहायक आयुक्त पूरे विवादों से परिचित हो चुके थे । देर रात्रि अनूपपुर आने के बाद वह प्रातः अपने कार्यालय का भ्रमण भी अकेले करके आ गए थे। उन्होंने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप मेरा स्थानांतरण हुआ है। वरिष्ठ अधिकारी का आदेश होगा तो वह अपने पद का दायित्व संभालेंगे । उनकी कोई विशेष रूचि नहीं है वह किसी विवाद में पड़ना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप वह निर्विवाद रूप से कार्य करेंगे और कार्यालय की गतिविधियों को पूरे मनोयोग से आगे बढ़ाएंगे। पता चला है कि कलेक्टर शाम तक निर्णय नहीं ले पाए जिससे पूरे दिन सहायक आयुक्त कार्यालय की सील नहीं खुली अब देखना है कि कल कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर 3 सहायक आयुक्तों में किसे सहायक आयुक्त पद से सुशोभित करते हैं।
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