(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा)
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, ब्लॉक अध्यक्ष करतार सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता
संतोष अग्रवाल, जिला महामंत्री भगवती प्रसाद शुक्ला जिला विधि प्रकोष्ठ अध्यक्ष चंद्रकांत
पटेल ,अधिवक्ता सुधा शर्मा आदि कांग्रेस पदाधिकारियों ने अनूपपुर से भाजपा के पूर्व
विधायक रामलाल रौतेल द्वारा वर्तमान अनूपपुर विधायक एवं पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह
के विरुद्ध विगत दिनों भोपाल में प्रेस वार्ता कर एवं महामहिम राज्यपाल महोदय से मिलकर
अनूपपुर निवासी भिखमतिया बाई के भूमि हड़पने संबंधी बयान को झूठा बेबुनियाद एवं झूठी
राजनैतिक प्रतिद्वंद्विता से प्रेरित बताया। विदित हो कि विगत दिनों भोपाल में रामलाल
रौतेल द्वारा भिखमतिया बाई एवं उसके लड़के को लेकर जो पत्रकार वार्ता में बिसाहूलाल
सिंह जी के विरुद्ध आरोप लगाए गए की उनके द्वारा भिखमतिया बाई को1.50 एकड़ जमीन हड़प
ली गई है। जबकि वास्तविकता यह है कि वर्ष 2007 में जब रामलाल रोतेल हैं स्वयं अनूपपुर
विधायक थे तब भिखमतिया बाई अपने पुत्र संतोष कोल के साथ रुपयों की आवश्यकता बताते हुए
अपनी जमीन खसरा नंबर 1080/1का/1जुज रकवा 0.450 व खसरा नंबर 1072/जुज रकवा 0.160हे.
कूल किता रकवा 0.610हे. भूमी रूपये 2 लाख 40 हजार
रुपए में विक्रय करने का सौदा कर उप पंजीयक अनूपपुर के समक्ष दोनों व्यक्ति
उपस्थित होकर भूमि का पंजीयक रजिष्ट्री स्वीकृति विलेख के माध्यम से रुपए प्राप्त करने
के बाद संपादित कराया था। भूमि में लगभग
15-20 फीट का गड्ढा था जिस कारण उसे कोई ले नहीं रहा था। तब बिसाहूलाल सिंह ने भिखमतिया
बाई की जरूरतों को देखते हुए अनुपयोगी जमीन को भी क्रय कर लिया था। बाद में उक्त भूमि
में लगभग पन्द्रह सौ से दौ हजार ट्रक मिट्टी डलवा कर समतल किया गया। स्वंय भिखमतिया
बाई व उनके पूत्र संतोष ने भूमी पर खड़े होकर बाउंड्री वाल का निर्माण कराया था। यदि
बिसाहूलाल सिंह जी द्वारा भिखमतिया बाई से किसी गलत तरीके से या दबाव देकर जमीन ली
होती तो वह वर्ष 2007 से 2019 तक लगभग 12 वर्षों में कहीं ना कहीं कोई शिकायत शिकवा
करती। रामलाल रौतेल तो स्वतः 2003 से 2008 तक व 2013 से 2018 तक विधायक थे। साथ ही
इन 15 वर्षों में भाजपा की प्रदेश में सरकार थी तब भी उनसे कभी भी भिखमतिया बाई ने
कोई शिकायत नहीं की और ना ही रामलाल रौतेल द्वारा कोई आरोप या भिखमतिया बाई के पक्ष
में कोई शिकायत की गई। विगत 2018 के चुनाव में रामलाल रौतेल बिसाहूलाल सिंह से बुरी
तरह पराजित हुए चूॅकि रौतेल ने अपने कार्यकाल मे अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास
के लिए कोई कार्य नहीं कर पाए। जिससे जनता ने उन्हें नकार दिया और बिसाहूलाल सिंह जी
को अपना विधायक बनाया। बिसाहूलाल सिंह ने जितने के बाद लगभग 10 माह के भीतर अनूपपुर
विधानसभा क्षेत्र के अंदर कई विकास कार्यों को किया। जिसमे अमरकंटक तिराह से कालेज
तक बंद सड़क निर्माण कार्य के लिए 7.00 करोड
रूपय खनिज प्रतिष्ठान मद से देकर चालू कराया। रेलवे ओवरब्रिज हेतु भूमि का अधिग्रहण
कराकर उसका मुआवजा 7.63 करोड़ रुपए दिलवाए। साथ ही अनूपपुर में 4 विद्युत सब स्टेशन
हेतु 40 करोड विधानसभा की विभिन्न सड़कों हेतु कई करोड़ रुपए स्वीकृत कराए। क्षेत्र के
जैतहरी, पसान और अनूपपुर नगर पालिका के अनेकों कार्य हेतु कई करोड़ रुपए स्वीकृत कराए।
इस प्रकार लगभग 10 माह के कार्यकाल में लगभग 100 करोड़ों से अधिक के काम स्वीकृत करा
चुके हैं। इसके अतिरिक्त अनूपपुर में केंद्रीय विद्यालय, जिला अस्पताल हेतु भूमि का
चयन, 4 हायर सेकेंडरी स्कूल भवन हेतु राशि स्वीकृत कराई। इसके साथ ही चचाई में 660
मेगावाट पावर हाउस की स्वीकृति, क्षेत्र के कई सिंचाई बांधों के लिए राशि की स्वीकृति
कराने से क्षेत्र में बिसाहूलाल सिंह जी की लोकप्रियता चरम पर होने से रामलाल रौतेल
बौखलाहट में द्वेष की भावना रखते हैं। जिससे इस तरह अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। विदित
हो कि बिसाहूलाल सिंह वर्ष 1980 से अब तक पांच बार विधायक रहते हुए कांग्रेस शासन में
कई विभागों के मंत्री रह चुके हैं। अनूपपुर जिले का निर्माण कराने से बिसाहूलाल सिंह को जिले का निर्माता व विकास पुरुष
के रूप में देखा जाता है। उनकी कार्यक्षमता कार्यप्रणाली व वरिष्ठता को देखते हुए प्रदेश
के मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी द्वारा अपने मंत्रिमंडल विस्तार में बिसाहूलाल सिंह
को मंत्री बनाए जाने की संभावना को देखते हुए रामलाल रौतेल द्वारा षड्यंत्र पूर्वक
अनर्गल आरोप लगाते हुए बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसका जिले के सभी कांग्रेस जन एवं क्षेत्र की जनता घोर निंदा करती
है।
0 Comments