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राष्ट्रीय युवा संगठन का तीन दिवसीय ज़िला स्तरीय शिविर का करपा में हुआ समापन


                (हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) राष्ट्रीय युवा संगठन का ज़िला स्तरीय 3 दिवसीय शिविर का समापन सामुदायिक भवन क़रपा में हुआ। इस शिविर में राष्ट्रीय युवा संगठन के ज़िला संयोजक शिवकांत त्रिपाठी सहसंयोजक मुन्नेलाल को बनाया गया।

शिविर के समापन में मुख्य अतिथि जन स्वास्थ्य सहयोग के डाक्टर पंकज तिवारी ने कहा कि गांधी को पढ़ना, बोलना आसान होता है लेकिन चलना बहुत मुश्किल, मुझे अपने जीवन मे अहिंसात्मक लड़ाई लड़ने की ताक़त
आस्था से मिलती है आप लोग भी आगे बढ़े आस्था रखे मुश्किलों को पार कर मंज़िल मिलेगी। रायुस के पूर्व प्रदेश संयोजक भूपेश भूषण ने कहा कि सिखने का मौक़ा कहाँ कैसे मिलेगा पता नहीं, गांधी के रास्ते चलना रोज़ ही एक चुनौती और संघर्ष भरा रहता है। लेकिन रास्ता बस यही है की गांधी के सत्य और अहिंसा को अपने अंदर लाना होगा। समाजिक कार्यकर्ता चंद्रसेखर ने कहा कि 22 साल से जुड़ा हुँ हर बार शिविर में नया कुछ सिखता हुँ वो जीवन में काम आता है इसलिए जुड़ा रहता हुँ और आज भी सिखता रहता हुँ आप भी सिखने के ललक रखे मंज़िल मिलेगी।
कार्यक्रम कि अध्यक्षता कर रहे रायुस के प्रदेश संयोजक अज़मत भाई ने कहा कि गांधी विचार एक ऐसा विचार है जो हमें लगातार नया करता है, हमें अभी अपने गाँव को व्यवस्थित करने के लिए काम करना चाहिए, हमारा गाँव कैसा है, गाँव में क्या दिक़्क़तें है, गाँव में समूह बनाइये, सफ़ाई की बात करें, शिक्षा की बात करें, बीमारी रोकने की बात करें, अपनी पुरानी खेती पर आय तब जा कर हम एक अच्छे व सच्चे नागरिक बनेंगे। आपने कहाँ गांधी विचार में हम हमेशा यह देखे कि एक नदी है उसके 2 किनारे है एक सत्य और एक अहिंसा इसके बीच हमें सब करने की आज़ादी दी गई है। इतनी झट और देता है। हम अपने गाँव को अपने हाथ में ले और उसे बेहतर बनायें। नय ज़िला संयोजक शिवकांत ने कहा कि मैं पिछले बहुत सालों से संगठन से जुड़ा रहा हुँ लेकिन समझा अभी क्यों कि मैं इस दुनियाबी दुनिया में खोया हुआ था, मुझे जो ज़िम्मेदारी मिली है उसे बहुत अच्छे से निभाऊँगा। रोशलीन उराँव ने कहाँ कि मेरा मेरे कार्यकाल में बहुत से बढ़े - बढ़े काम हुए आगे भी ऐसे कार्य होंगे और
गांधी विचार से देश को हम बनाएँगे। 3 दिन के ज़िला संस्कार शिविर में योगा, खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम व संवाद कार्यक्रम किया गया। इस 3 दिन के शिविर में आशा संस्थान के राजेश मानव ने संगठन के पिछले शिक्षण, संगठन, रचना और संघर्ष की पिछले 25 वर्ष की बात बताई, सुबह का सच मोहन से महात्मा शिवकांत, गांधी और युवा विनय, अज़ीम प्रेमजी के विद्यार्थी टीओल के पेयजल समस्या, ललित दुबे ने ग्राम स्वराज व रोसलीन उराँव ने महिलाओं की भूमिका पर प्रशिक्षरथियों को सम्बोधित किया। भोजन समूह की महिलाओं ने खिलाया और गीत से ताज़गी इस्ताक और सुषमा ने भरी कार्यक्रम का संचालन विनय विश्वाकर्मा व आभार प्रदर्शन मुन्नेलाल किया।

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