(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
गंदगी से पटा पूरा शहर आम जनता दुकानदार त्रस्त
अनूपपुर (अंचलधारा)
नगर पालिका अनूपपुर के सफाई कर्मी लगता है अब हर रविवार छुट्टी मनाएंगे क्योंकि नगर
पालिका ने उनको रविवार को शहर की सफाई करने से मना कर दिया है। और ना ही शहर का कचरा
उठाना है जिससे आम जनता दुकानदार परेशान हैं। पूरे शहर में चारों ओर गंदगी फैली पड़ी
है मच्छर भिन्न भिन्ना रहे हैं कोई भी बीमारी इससे फैल सकती है। लेकिन नगरपालिका को
एवं प्रशासन को कोई लेना देना नहीं जब से नगरपालिका में निर्वाचित अध्यक्ष का कार्यकाल
समाप्त हुआ है जब से सफाई के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। कोई सुनने वाला नहीं जिला प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया लेकिन उसके बाद भी नगर पालिका क्षेत्र में कोई भी सफाई की व्यवस्था नहीं हुई। पता चला है कि पहले शनिवार रविवार को आधे आधे कर्मचारियों को अवकाश दिया जाता था जिससें सफाई व्यवस्था बनी रहती थी लेकिन अब शनिवार का अवकाश बंद कर दिया गया है और रविवार को सभी सफाई कर्मचारियों को एक साथ अवकाश दे दिया गया। जिससे पूरी सफाई व्यवस्था चरमरा गई नगर पालिका के प्रशासक एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी को फोन लगाने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन नहीं उठा। नगर पालिका ने क्या सरकुलेशन जारी किया है इसकी कॉपी भी उपलब्ध नहीं हो सकी। कर्मचारियों के साथ ही पूरा प्रशासन भी अवकाश पर रहने से जनता की आवाज दबकर रह गई। कांग्रेस का शासन आते ही पूरी व्यवस्थाएं छिन्न भिन्न हो गई। कोई सुनने वाला नहीं मिल रहा आम जनता परेशान है। विद्युत व्यवस्था भी राम भरोसे है जब मन पड़ा जब चली गई। कोई भी प्रशासनिक कसावट शहर के अंदर नजर नहीं आ रही अतिक्रमण चारों तरफ फैला पड़ा है आवारा पशु पुरी सड़कें जाम किए रहते हैं। नगर पालिका को ईससे कोई लेना देना नहीं अगर यही हाल रहा तो शहर की व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ जाएगी। लोगों को राह से निकलना दूभर हो जाएगा। जिला कलेक्टर महोदय से अपेक्षा है कि नगरपालिका अनूपपुर की चरमराई व्यवस्था को तत्काल ठीक करें जिससे आम जनता परेशान ना हो एवं तत्काल ऐसे किसी भी आदेश को निरस्त करें जिसमें रविवार को शहर की सफाई व्यवस्था बंद रहेगी कर्मचारियों को अवकाश दिया जाए लेकिन पार्ट पार्ट में दिया जाए जिससे शहर की व्यवस्था बनी रहे। अनूपपुर के इतिहास में पहली बार सफाई व्यवस्था रविवार को बंद की गई है जो किसी भी मायने में उचित नहीं है।
समाप्त हुआ है जब से सफाई के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। कोई सुनने वाला नहीं जिला प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया लेकिन उसके बाद भी नगर पालिका क्षेत्र में कोई भी सफाई की व्यवस्था नहीं हुई। पता चला है कि पहले शनिवार रविवार को आधे आधे कर्मचारियों को अवकाश दिया जाता था जिससें सफाई व्यवस्था बनी रहती थी लेकिन अब शनिवार का अवकाश बंद कर दिया गया है और रविवार को सभी सफाई कर्मचारियों को एक साथ अवकाश दे दिया गया। जिससे पूरी सफाई व्यवस्था चरमरा गई नगर पालिका के प्रशासक एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी को फोन लगाने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन नहीं उठा। नगर पालिका ने क्या सरकुलेशन जारी किया है इसकी कॉपी भी उपलब्ध नहीं हो सकी। कर्मचारियों के साथ ही पूरा प्रशासन भी अवकाश पर रहने से जनता की आवाज दबकर रह गई। कांग्रेस का शासन आते ही पूरी व्यवस्थाएं छिन्न भिन्न हो गई। कोई सुनने वाला नहीं मिल रहा आम जनता परेशान है। विद्युत व्यवस्था भी राम भरोसे है जब मन पड़ा जब चली गई। कोई भी प्रशासनिक कसावट शहर के अंदर नजर नहीं आ रही अतिक्रमण चारों तरफ फैला पड़ा है आवारा पशु पुरी सड़कें जाम किए रहते हैं। नगर पालिका को ईससे कोई लेना देना नहीं अगर यही हाल रहा तो शहर की व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ जाएगी। लोगों को राह से निकलना दूभर हो जाएगा। जिला कलेक्टर महोदय से अपेक्षा है कि नगरपालिका अनूपपुर की चरमराई व्यवस्था को तत्काल ठीक करें जिससे आम जनता परेशान ना हो एवं तत्काल ऐसे किसी भी आदेश को निरस्त करें जिसमें रविवार को शहर की सफाई व्यवस्था बंद रहेगी कर्मचारियों को अवकाश दिया जाए लेकिन पार्ट पार्ट में दिया जाए जिससे शहर की व्यवस्था बनी रहे। अनूपपुर के इतिहास में पहली बार सफाई व्यवस्था रविवार को बंद की गई है जो किसी भी मायने में उचित नहीं है।
0 Comments