(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) विधानसभा चुनाव 2018 को मात्र 3 दिन शेष रह गए हैं लेकिन मतदाता पूरी तरह से मौन साधे हुए हैं। वहीं दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के साथ ही अन्य पार्टियां एवं निर्दलीय प्रचार-प्रसार में काफी पीछे नजर आ रहे हैं । चुनाव के लिए प्रयुक्त होने वाले झंडे बैनर एवं लाउडस्पीकर पूरी तरह से गोल है चुनाव की फिजा किसी भी और से नजर नहीं आ रही। चाहे ग्रामीण अंचल ले लिया जाए या शहरी क्षेत्र जब चुनाव प्रचार के लिए लोग पहुंचते हैं तो लगता है कि चुनाव हैं और उसके बाद चारों तरफ वीरानी छा जाती है लग ही नहीं रहा कि विधानसभा चुनाव 5 वर्ष बाद होने जा रहे हैं। जबकि भारत निर्वाचन आयोग काफी प्रचार प्रसार तमाम तरीकों से कर रहा है और मतदाताओं से अपील कर रहा है कि 28 नवंबर को मतदान अवश्य करें लेकिन चुनाव पूरी तरह से शांत पड़ा हुआ है इस बार जहां कांग्रेसी एवं भाजपा के स्टार
प्रचारक विधानसभा क्षेत्र में नाम मात्र को ही आए उससे भी चुनाव की गणित समझ में नहीं आई चुनावी गणित पूरी तरह से सुनी पड़ी हुई है। ठंड के मौसम में भी देर रात्रि का प्रचार-प्रसार भी बंद हो चुका है क्योंकि लोग अपने-अपने दरवाजे बंद कर अपने बिस्तर पर चले जाते हैं। जिससे देर रात्रि का प्रचार प्रसार भी कहीं नजर नहीं आ रहा वहीं निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जितने भी बाहरी लोग हैं वह अपने अपने गंतव्य की ओर 26 तारीख से प्रस्थान कर जाएंगे यह निर्देश दे दिए गए हैं। प्रशासनिक कसावट व्यवस्था भी इस बार काफी कड़ी नजर आ रही है वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी चारों और बराबर नजर बनाए हुए हैं। अब चुनाव के 3 दिन में कौन कितने पानी में है इसका आकलन सामने आने वाला है इस बार कांग्रेश भाजपा दोनों ने ही कार्यकर्ताओं की कमी भी सामने नजर आई क्योंकि दोनों ही पार्टियों ने अपनी पोटली नहीं खोली जो समर्थित कार्यकर्ता है वह कार्य कर रहे हैं लेकिन जो पोटली के इंतजार में हैं वह शांत बैठे हुए नजर आ रहे हैं ।चुनाव आयोग के निर्देश पर काफी कुछ सुधार भी विधानसभा क्षेत्रों में आया है जिससे लोगों की दीवारें भी साफ नजर आती हैं आने वाले दिनों में अब चुनाव अपना क्या रंग जमाता है इसका ही इंतजार सभी कर रहे हैं।
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