(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा)
शहडोल संभाग की एकमात्र अनारक्षित सीट कोतमा में कोतमा विधानसभा क्षेत्र के अलावा अनूपपुर,
जहतारी, अमरकंटक, बुढार एवं शहडोल के लोग भी कोतमा सामान्य सीट से चुनाव लड़कर अपनी
किस्मत आजमा रहे हैं। कोतमा के मतदाता बाहर के उम्मीदवारों को महत्व देते हैं या अपने
क्षेत्र के उम्मीदवारों को यह तो 28 नवंबर को ईवीएम में कैद हो जाएगा और 11 दिसंबर
को यह पता चलेगा कि मतदाताओं की पसंद क्या है। कोतमा विधानसभा में 18 उम्मीदवार अपनी
किस्मत आजमा रहे हैं जबकि पुष्पराजगढ़ में 14 एवं अनूपपुर में 10 अभी तक की चुनाव स्थिति
देखी जाए तो मतदाता पूरी तरह से मौन साधे हुए हैं उम्मीदवार बजट के अभाव में काफी कमजोर
नजर आ रहे हैं वहीं कार्यकर्ता भी चुप्पी साधे हुए हैं आने वाले दिनों में किस पार्टी
का क्या बजट आता है और किस स्तर पर खर्च होता है उसके बाद ही चुनावी माहौल समझ में
आएगा। अभी तो लग ही नहीं रहा विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं प्रचार प्रसार काफी धीमी
गति से होने के कारण स्थिति पूरी तरह से अस्पष्ट है फिर भी सभी की निगाहें इस वार कोतमा
विधानसभा चुनाव में लगी हुई है क्योंकि वहां सेटिंग एमएलए मनोज अग्रवाल की टिकट काटकर
और नगर पालिका अध्यक्ष राजेश सोनी को भी टिकट न देकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ने चुनाव
को एक नई दिशा देने का काम किया है अब दोनों ही दल कितनी सफलता प्राप्त करते हैं यह
आने वाले दिनों में पता चलेगा लेकिन निगाहें सभी की कोतमा के चुनाव परिणाम का बेसब्री
से इंतजार कर रही हैं।
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