Anchadhara

अंचलधारा
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लॉकडाउन की याद हुई ताजा फ्लाई ओवर ब्रिज को लेकर ऐतिहासिक बंद रहा अनूपपुर मुख्यालय

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंचलधारा) लगभग 2 वर्षों से ज्यादा समय से फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण को लेकर रेलवे के फाटक को पूरी तरह से बंद कर दिया गया और वही निर्माण कार्य कछुए की गति से धीरे-धीरे प्रारंभ किया गया।बीच-बीच में कार्य पूरी तरह बंद हो जाता था।
      आम नागरिकों को छात्र-छात्राओं को एवं अन्य लोगों को रेलवे फाटक के दोनों

तरफ आने-जाने में लगभग चार से पांच किलोमीटर की दूरी घूम कर तय करनी पड़ती थी।जिससे सभी को व्यापक परेशानी होती थी।
              यही नहीं पूरा बाजार भी चौपट सा हो गया था।लेकिन कोई देखने सुनने वाला नजर नहीं आया।कई बार मंत्रियों-अधिकारियों से निवेदन किया गया लेकिन फ्लाई ओवर निर्माण में तेजी आते नजर नहीं आई।
            जिससे अनूपपुर के नागरिकों ने एक सर्वदलीय मंच का निर्माण किया।जिसका नाम जिला ओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति दिया गया।इसमें संरक्षक मंडल सहित पदाधिकारियों का गठन किया गया।समिति के बनने के बाद एक ज्ञापन तहसीलदार को सौपा गया एवं गुरुवार 1 अगस्त को अनूपपुर बाजार बंद रखने का आवाहन किया गया।
                      जिसका परिणाम यह हुआ कि कलेक्टर अनूपपुर द्वारा रेलवे,सेतु निगम एवं जिला ओवरब्रिज निर्माण संघर्ष समिति के साथ एक संयुक्त बैठक कर शीघ्र कार्य करने के निर्देश दिए गए।
              लेकिन जिला फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति ने अपने बंद के निर्णय को यथावत रखते हुए 1 अगस्त को बंद का पंपलेट जगह-जगह वितरित कराया।जिसका परिणाम हुआ कि सुबह सूर्य उदय के साथ ही शहर की एक-एक दुकान इस कदर बंद रही की लोगों को लॉकडाउन की याद ताजा हो गई।अनूपपुर ऐतिहासिक बंद का संदेश प्रशासन सहित प्रदेश की सुर्खियों में छाया रहा।रेलवे के आला अफसर भी ऐतिहासिक बंद की खबर से परेशान नजर आए।
                   नगर का हर नागरिक एवं जिला मुख्यालय आने-जाने वाले लोगों को रेलवे फाटक बंद होने से एवं लंबी दूरी घूम कर एक तरफ से दूसरे तरफ जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।जिसको देखते हुए व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपनी-अपनी दुकान सुबह से ही बंद रखी।यहां तक की ग्रामीण अंचल के लोग भी बाजार में नजर नहीं आए।क्योंकि इतना प्रचार-प्रसार कर दिया गया था।जिसका नतीजा यह रहा की अनूपपुर ऐतिहासिक बंद पूरी तरह से शत-प्रतिशत सफल रहा।
                     ज्ञातव्य हो कि अनूपपुर जिला मुख्यालय के साथ साथ रेल्वे का एक महत्वपूर्ण जक्शन है।जनता- जनार्दन के मांग के अनुरूप लंबे जद्दो जहद के बाद राज्य सरकार एवं केन्द्रीय रेल मंत्रालय द्वारा बी.के.61 में रोड ओव्हर ब्रिज के निर्माण का प्रस्ताव स्वीकृति हुआ।विगत 02 वर्षो से ज्यादा समय निर्माण कार्य को प्रारंभ हुए हो चुका है।निर्माण कार्य का एक हिस्सा रेल विभाग (केन्द्रीय सरकार) एवं सड़क के हिस्से का निर्माण कार्य (म.प्र. राज्य सेतु निगम) के द्वारा किया जा रहा है।   
                        लेकिन देखा गया कि निर्माण कार्य मंथर गति से चल रहा है।जिला एवं जक्शन मुख्यालय होने की बजह से भारी संख्या में नागरिको का आवागमन होता है।अनूपपुर जो मध्यप्रदेश राज्य के अंतिम छोर पर स्थित है यहाँ से पड़ोसी राज्य छ.ग.की सीमा प्रारंभ होती है।
                        छ.ग.राज्य के समीपी जिले एवं सरगुजा संभाग व बिलासपुर संभाग के जिला में आवागमन के लिए अनूपपुर होकर ही आवागमन की सुविधा प्राप्त होती है।आर.ओ.बी.के निर्माण कार्य की मंथर गति से आवागमन में आम नागरिकों को परेशानी हो रही थी।
                  साथ ही जिला प्रशासन के द्वारा रोड ओव्हर ब्रिज निर्माणाधीन मार्ग पर रेल्वे के बी.के. 61 मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अनूपपुर के पश्चिम दिशा में चंदास नदी होकर बिलासपुर (छ.ग.) एवं अमरकंटक हेतु जाने के लिए आवागमन की सुविधा दी गयी।यह मार्ग तकनीकी रूप से व्यवस्थित नहीं है।चंदास नदी पर स्थित रोड अंडर ब्रिज पर थोड़ी सी वारिस होने पर पानी भर जाता है एवं वहाँ प्रकाश की भी व्यवस्था नहीं है।ऐसी स्थिति में दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी रहती है।क्योकि तीन तरफ जाने का यह मार्ग है।यहाँ पर आवागमन के बेहतरीन प्रबंधन के लिए ग्लो साइन बोर्ड लगाया जाना भी आवश्यक है।
                             अनूपपुर शहर दो हिस्सो में विभक्त है।एक हिस्से में कलेक्ट्रेट,जिला पंचायत,कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,वन विभाग,बसस्टैन्ड,बैंक,पोस्ट आफिस,कृषि उपज मंडी तो शहर के दूसरी तरफ तहसील एस.डी.ओ. कार्यालय,जिला न्यायालय,जिला चिकित्सालय,शासकीय महाविद्यालय,कन्या महावि.एवं अन्य शासकीय कार्यालय व शहर के दोनों हिस्से में तकरीबन 50-50 गांव लगे हुए है।
                     ब्रिज निर्माण कार्य मंथर गति से चलने के कारण तकरीबन 4-5 कि.मी.वैकल्पिक मार्ग के माध्यम से लोगो को आना जाना पड़ता है।विशेष कर मरीजो की तीमरदारी के समय घूमकर जाने की बजह से कई लोग असमय काल कल्वित हो चुके है। 
                 जिला ओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति के आह्वान पर आयोजित किए गए बंद में जिला प्रशासन एवं जिला पुलिस ने व्यापक प्रबंध किए थे।जगह-जगह  पुलिस के पहरे लगे हुए थे।
   बाजार बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा।जिससे किसी को किसी तरह की परेशानी नहीं हुई।बाजार बंद को देखते हुए कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल भी नहीं भेजा।उन्होंने भी बाजार बंद को अपना पूरा समर्थन दिया। 

शांतिपूर्ण बाजार बंद पर 
अध्यक्ष द्वारा धन्यवाद ज्ञापित 


जिला फ्लाई ओवर ब्रिज संघर्ष समिति अनूपपुर के अध्यक्ष आशीष त्रिपाठी ने शांतिपूर्ण ढंग से सभी वर्गों द्वारा बाजार बंद को स्वेच्छा से समर्थन दिए जाने पर सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है।उन्होंने कहा कि जिला ओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति अभी शांत नहीं बैठेगी।जितनी जल्दी हो सकेगा उतनी जल्दी ब्रिज निर्माण कराने में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करेगी।उन्होंने कहा कि जिला फ्लाई ओवर ब्रिज संघर्ष समिति प्रतिदिन ब्रिज निर्माण का मुआयना करती रहेगी एवं कमी पाए जाने पर जिला प्रशासन,रेलवे,सेतु निगम का ध्यान आकर्षित करती जाएगी।

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