(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जिले के जैतहरी रेंज अंतर्गत अमगवां बीट में रविवार को पूरे दिन गुजारने बाद दो दांत वाला एक हाथी पूरी रात लगभग 40 किलोमीटर की दूरी तय कर अनूपपुर रेंज के अनूपपुर बीट अंतर्गत पटपरहा गांव में के जंगल में पहुंचकर पूरे दिन विश्राम कर रहा है।जो देर शाम एवं रात को किस ओर विचरण करेगा यह देर रात होने पर ही स्पष्ट हो सकेगा।
हाथी द्वारा कई गांव में ग्रामीणों के घरों में तोड़-फोड़ कर घर के अंदर रख खाने-पीने के सामान को अपना आहार बनाया। वहीं खलिहानों में रखी धान की फसल को अपना आहार बनाया है।अनूपपुर एवं जैतहरी का वन अमला निरंतर हाथियों के विचरण पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सलाह दे रहा है।
रविवार एवं सोमवार की मध्य रात्रि वन अधिकारियों,कर्मचारियों ने जैतहरी रेंज के ग्रामीण अंचलों में गांव से बाहर अलग-थलग खेतों एवं अन्य स्थानों पर घर बना कर रह रहे 8-10 ग्रामीणों को सुरक्षा की दृष्टि से घरों से निकाल कर बीच बस्तियो,पक्के मकान में पहुंचाया है।वहीं ग्रामीण जन एक हाथी के निरंतर विचरण के कारण रात्रि भर जाग कर बिताने को बाध्य हुए हैं।
यह हाथी रविवार की सुबह जैतहरी रेंज के धनगवां बीट अंतर्गत कक्ष क्रमांक आर.एफ.338 में पूरे दिन विश्राम करने बाद देर शाम-रात को जंगल से निकल कर कुसुमहाई टकहुली,चांदपुर,गुवारी,अमगवां से बलिया गांव पहुंच कर अनूपपुर-गौरेला मुख्य मार्ग एवं रेलवे लाइन को पार करते हुए सोमवार की सुबह होते ही नगदहा गांव में तिपान नदी को पार कर पिपरिया गांव के कछरीटोला से पोडीखुर्द होकर ग्राम पंचायत लखनपुर के चंदहाटोला,पचरीपानी से ग्राम पंचायत जमुडी के डिडवापानी गांव के जंगल कक्ष क्रमांक आर.एफ.375 में पहुंच कर पूरे दिन विश्राम किया है। इस दौरान कई गांव में ग्रामीणों के घरो,खलिहानों में रखें विभिन्न तरह के अनाज को अपना आहार बनाया है।विचरण दौरान यह हाथी टकहुली गांव के गर्जनटोला में स्थित एक तालाब में आधे घन्टें तक नहाया है।एक हाथी के विचरण की सूचना ग्रामीण अंचलों में आग की तरह फैलने पर ग्रामीण रात जागरण करने को बाध्य हो गए रहे। टार्च की रोशनी या हो-हल्ला करने पर यह हाथी उत्तेजित होकर ग्रामीणो की ओर भगाने के लिए बीच-बीच में दौड़ता रहा है।
वन विभाग का अमला हाथी पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सलाह देकर स्वयं भी अनेकों ग्रामीणों को जो गांव से बाहर जंगल के किनारे या खेतों में घर बनाकर रह रहे हैं को विभिन्न माध्यमों से पक्के घरो या बीच गांव में सुरक्षित भेजा गया।सोमवार की देर शाम-रात को हाथी किस ओर विचरण करेगा यह देर शाम एवं रात होने पर ही पता चल सकेगा।अनूपपुर रेंज के वन अधिकारियों,कर्मचारियों द्वारा देर रात हाथियों के विचरण की संभावित ग्रामों,टोलो,मोहल्ला में सतर्कता बरतने हेतु ग्राम पंचायत एवं स्वयं के माध्यम से भी मुनादी कराई गई है।
हाथी द्वारा कई गांव में ग्रामीणों के घरों में तोड़-फोड़ कर घर के अंदर रख खाने-पीने के सामान को अपना आहार बनाया। वहीं खलिहानों में रखी धान की फसल को अपना आहार बनाया है।अनूपपुर एवं जैतहरी का वन अमला निरंतर हाथियों के विचरण पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सलाह दे रहा है।
रविवार एवं सोमवार की मध्य रात्रि वन अधिकारियों,कर्मचारियों ने जैतहरी रेंज के ग्रामीण अंचलों में गांव से बाहर अलग-थलग खेतों एवं अन्य स्थानों पर घर बना कर रह रहे 8-10 ग्रामीणों को सुरक्षा की दृष्टि से घरों से निकाल कर बीच बस्तियो,पक्के मकान में पहुंचाया है।वहीं ग्रामीण जन एक हाथी के निरंतर विचरण के कारण रात्रि भर जाग कर बिताने को बाध्य हुए हैं।
यह हाथी रविवार की सुबह जैतहरी रेंज के धनगवां बीट अंतर्गत कक्ष क्रमांक आर.एफ.338 में पूरे दिन विश्राम करने बाद देर शाम-रात को जंगल से निकल कर कुसुमहाई टकहुली,चांदपुर,गुवारी,अमगवां से बलिया गांव पहुंच कर अनूपपुर-गौरेला मुख्य मार्ग एवं रेलवे लाइन को पार करते हुए सोमवार की सुबह होते ही नगदहा गांव में तिपान नदी को पार कर पिपरिया गांव के कछरीटोला से पोडीखुर्द होकर ग्राम पंचायत लखनपुर के चंदहाटोला,पचरीपानी से ग्राम पंचायत जमुडी के डिडवापानी गांव के जंगल कक्ष क्रमांक आर.एफ.375 में पहुंच कर पूरे दिन विश्राम किया है। इस दौरान कई गांव में ग्रामीणों के घरो,खलिहानों में रखें विभिन्न तरह के अनाज को अपना आहार बनाया है।विचरण दौरान यह हाथी टकहुली गांव के गर्जनटोला में स्थित एक तालाब में आधे घन्टें तक नहाया है।एक हाथी के विचरण की सूचना ग्रामीण अंचलों में आग की तरह फैलने पर ग्रामीण रात जागरण करने को बाध्य हो गए रहे। टार्च की रोशनी या हो-हल्ला करने पर यह हाथी उत्तेजित होकर ग्रामीणो की ओर भगाने के लिए बीच-बीच में दौड़ता रहा है।
वन विभाग का अमला हाथी पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सलाह देकर स्वयं भी अनेकों ग्रामीणों को जो गांव से बाहर जंगल के किनारे या खेतों में घर बनाकर रह रहे हैं को विभिन्न माध्यमों से पक्के घरो या बीच गांव में सुरक्षित भेजा गया।सोमवार की देर शाम-रात को हाथी किस ओर विचरण करेगा यह देर शाम एवं रात होने पर ही पता चल सकेगा।अनूपपुर रेंज के वन अधिकारियों,कर्मचारियों द्वारा देर रात हाथियों के विचरण की संभावित ग्रामों,टोलो,मोहल्ला में सतर्कता बरतने हेतु ग्राम पंचायत एवं स्वयं के माध्यम से भी मुनादी कराई गई है।
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