(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश को 2047 तक पूर्णतया विकसित बनाने हेतु तथा इस संकल्प से युवा शक्ति को जोड़ने के लिए विकसित भारत पोर्टल का शुभारंभ किया गया।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का सीधा वेबकास्ट किया गया।लक्ष्मण हवानूर सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में डीन अकादमिक प्रो.आलोक श्रोत्रिय,कुलसचिव प्रो.एनएचएस मूर्ति,ओएएसडी डा.विजय नाथ मिश्र, प्रो.प्रबुद्द मिश्र एवं अन्य शिक्षकों सहित एनएसएस स्वयंसेवक,विद्यार्थी, शोधार्थी एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी आदि मौजूद रहे।
इस अवसर पर अपने विशेष उद्बोधन में प्रधानमंत्री ने देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने में युवाओं की भूमिका को रेखांकित किया और विश्वविद्यालयों को इसमें अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने निर्देशित किया कि विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के अनुरूप कार्य करेगा।प्रधानमंत्री के आह्वान के अनुरूप विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जायेगा कि वह इस विषय पर अपने विचार साझा करें।उनकी सुविधा के लिए कंप्यूटर सेंटर से फीडबैक हेतु मदद की जाएगी।कार्यक्रम का संयोजन प्रो राघवेंद्र मिश्रा ने किया और धन्यवाद प्रस्ताव डा.कृष्ण मुरारी सिंह ने किया।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का सीधा वेबकास्ट किया गया।लक्ष्मण हवानूर सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में डीन अकादमिक प्रो.आलोक श्रोत्रिय,कुलसचिव प्रो.एनएचएस मूर्ति,ओएएसडी डा.विजय नाथ मिश्र, प्रो.प्रबुद्द मिश्र एवं अन्य शिक्षकों सहित एनएसएस स्वयंसेवक,विद्यार्थी, शोधार्थी एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी आदि मौजूद रहे।
इस अवसर पर अपने विशेष उद्बोधन में प्रधानमंत्री ने देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने में युवाओं की भूमिका को रेखांकित किया और विश्वविद्यालयों को इसमें अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने निर्देशित किया कि विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के अनुरूप कार्य करेगा।प्रधानमंत्री के आह्वान के अनुरूप विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जायेगा कि वह इस विषय पर अपने विचार साझा करें।उनकी सुविधा के लिए कंप्यूटर सेंटर से फीडबैक हेतु मदद की जाएगी।कार्यक्रम का संयोजन प्रो राघवेंद्र मिश्रा ने किया और धन्यवाद प्रस्ताव डा.कृष्ण मुरारी सिंह ने किया।
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